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भारत के 71 वें स्वतंत्रता दिवस समारोह की मुख्य विशेषताएं

August 16, 2017


15th-aug_hindiभारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2017 को लाल किले से देश को संबोधित किया। लाल किला एक ऐसी ऐतिहासिक संरचना है जो आमतौर पर इस प्रकार के भाषण देने के लिए एक आदर्श स्थान का कार्य करता है। मोदी का यह चौथा भाषण था, जो एक घंटे तक चला। अपने भाषण के दौरान मोदी ने जीएसटी (वस्तु और सेवा कर) के कारण होने वाले उत्पाद से लेकर आतंकवाद तक के कई मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने यह कहते हुए अपना भाषण शुरू किया कि देश जन्माष्टमी और स्वतंत्रता दिवस को एक साथ मना रहा है। उन्होंने उन लोगों को भी सम्मान दिया, जिन्होंने देश को स्वतंत्र कराने के लिए अपने जीवन का बलिदान कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि कैसे देश भर के लोग गोरखपुर में बाल मृत्यु की घटना और देश भर में प्राकृतिक आपदाओं के शिकार होने के कारण प्रभावित लोगों के साथ एकजुट थे।

कई मुद्दों की स्थित

मोदी ने कहा कि कैसे प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने वाला जलवायु परिवर्तन लोगों के लिए समस्याएं पैदा कर रहा था। साथ में ही उन्होंने यह भी कहा कि अच्छी बारिश ने देश को मालामाल कर दिया है। पूरे देश में एक सकारात्मक बदलाव लाने के लिए उन्होंने लोगों को एक दूसरे की मदद करने और साथ आने के लिए कहा और यह भी कहा कि देश के लिए हर व्यक्ति महत्वपूर्ण है – जहाँ तक देश का संबंध है तो कोई छोटा या बड़ा नहीं है।

राष्ट्रपति का अभिभाषण

एक राष्ट्रपति के रूप में रामनाथ कोविंद ने देश को पहली बार संबोधित किया था। अपने संबोधन में कोविंद ने 2022 तक एक नया भारत बनाने का संकल्प लिया, जिसमें एक समतावादी और दयालु समाज बनाने के लिए देश से आग्रह किया कि जाति, लिंग और धर्म जैसे कारकों के कारण लोगों के बीच भेदभाव न उत्पन्न हो। उन्होंने वर्तमान केंद्रीय सरकार के विभिन्न फैसलों जैसे विमुद्रीकरण (नोटबंदी) और जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) की भी प्रशंसा की। नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने उन लोगों की प्रशंसा की, जिन्होंने काले धन और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में वर्तमान सरकार का समर्थन किया और साथ ही साथ रसोई गैस (तरल पेट्रोलियम और गैस) में अपनी सब्सिडी छोड़ दी।

विभिन्न मुद्दों के बारे में?

कोविन्द ने जिन विभिन्न मुद्दों पर ध्यान दिया है, उनमें से एक मुद्दा देश में शिक्षा के स्तर को बढ़ाना है। विभिन्न सरकारी सेवाओं और नीतियों का लाभ प्राप्त करने के लिए उन्होंने सभी वर्गों के लोगों को एक साथ आने और एक दूसरे की मदद करने के लिए कहा। उन्होंने बहुत ही दृढ़तापूर्वक कहा कि नए भारत में गरीबी के लिए कोई स्थान नहीं होगा। नए राष्ट्रपति ने यह भी बताया कि सरकार 2022 तक बड़ी उपलब्धियां हासिल करना चाहती है, यह तब होगा, जब भारत एक स्वतंत्र देश के रूप में 75 साल पूरे करेगा।

देश भर में समारोह

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा देश को संबोधित करने के अलावा, भारत के विभिन्न हिस्सों में भारतीय सशस्त्र बलों और अर्धसैनिक बलों ने मार्च व परेड की और भारतीय इतिहास के इस स्वर्णिम दिन को अपने तरीके से यादगार दिन के रूप में मनाया। उदाहरण के लिए, बिहार के एक जिले पश्चिम चंपारण के बाघा में बाढ़ से होने वाली तबाही को बहाल करने के लिए सुरक्षा बलों ने समारोह में भाग लिया। भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा भारत के सभी हिस्सों में फहराया गया जिसमें कारगिल कश्मीर का ड्रैस वॉर मेमोरियल स्थान भी शामिल था।