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आईपीएल 2017 फाइनल: मुंबई इंडियंस आरपीएस को हराने के बाद तीसरी बार आईपीएल विजेता बनी

March 28, 2018
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आइपीएल 2017

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के दसवें संस्करण के अंत के साथ मुंबई इंडियंस ने राइजिंग पुणे सुपरजाइंट (आरपीएस) को एक रन से हराकर खिताब अपने नाम किया। आरपीएस एक ऐसी टीम जिसने लीग मैचों में दो बार मुम्बई इन्डियंस को हराया, प्लेऑफ में भी बुरी तरह हराया और अंत में फाइनल मुकाबला हार गई। इस खिताबी जीत के साथ मुम्बई इन्डियंस तीन बार आईपीएल जीतने वाली पहली टीम बनी। पहली बार फाइनल खेल रही आरपीएस ने सोचा होगा कि इस मैच को वे आसानी से जीत लेंगे और ऐसा संभव भी था क्योंकि आरपीएस ने मौजूदा चैम्पियन को इसी सीजन में तीन बार हराया था। हालांकि यह सबसे अधिक मायने रखता है कि रोहित शर्मा के नेत्रत्व में पूरी टीम ने हरसंभव प्रयास किये और टीम ने जीत हासिल की।

गेंदबाजों की भूमिका

टूर्नामेंट के दौरान मुम्बई इन्डियंस छह ऐसे गेंदबाजों के साथ उतरी जो अपने कोटे के सभी ओवर आसानी से डाल सकें। यह आईपीएल के सबसे अच्छे गेंदबाजी लाइनअप में से एक थी। टूर्नामेंट में कुछ बहुत अच्छी गेंदबाजी इकाइयाँ थीं इसको ध्यान में रखते हुये यह कोई वास्तविक उपलब्धि नहीं है। फाइनल में भी तेज गेंदबाज मिशेल जॉनसन और जसप्रीत बूमराह ने अंतिम चरण में कुछ शानदार ओवर किये और आरपीएस को एक रन से हराया। आरपीएस को पीछा करने के लिए केवल 130 रन की जरूरत थी लेकिन आरपीएस छह विकेट खोकर केवल 128 रन ही बना सकी।

वास्तव में फाइनल जीतने के बाद रोहित शर्मा ने कहा कि आरपीएस की इनिंग को समाप्त करने के लिये उन्होने अपने तेज गेंदबाजों पर भरोसा जताया। वास्तव में बूमराह और जॉनसन के साथ लसिथ मलिंगा ने भी टीम में एक बड़ी भूमिका निभाई जिसके कारण अंत में टीम को रोमांचक जीत मिली। मैच के बाद की प्रस्तुति में उन्होंने कहा कि पिच से गेंदबाजों को मदद मिल रही थी और उन्हें पता था कि उनके तेज गेंदबाज इस स्थित का फायदा उठायेंगे। उन्होंने कहा कि जब अंत के तीन ओवर बचे तो उन्हें पूरा भरोसा था कि उनके तेज गेंदबाजों ने टूर्नामेंट में कैसा प्रदर्शन किया है और वे अंत में भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे।

मैच के बाद शर्मा के कमैंट्स से यह स्पष्ट तहत की वे टीम को आवश्यक आजादी प्रदान करने के इक्छुक है ताकि उनकी टीम “चैंपियंस” बन सके। यह सिर्फ एक कहावत मात्र है कि यह खेल केवल बल्लेबाजों के लिये ही है, खासकर उन लोगों के लिए जो एक आकर्षक खेल देखना पसंद करते हैं जहाँ सभी खिलाड़ियों के पास मौका होता है। उन्होंने कहा कि जो वे करना चाहते थे उन्हें करने की अनुमति दी और उन्हें अपने ही क्षेत्र अनुभव दिया। उन्होंने यह भी स्पष्ट रूप से स्वीकार किया कि वह मैच के दौरान कुछ नर्वस थे जब टीम रनों का बचाव कर रही थी।

किसने की एमआई की मदद?

एमआई के खेल की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि वह चाहे कितनी भी बड़ी कामयाबी हासिल कर ले लेकिन वह हमेशा शांत रहती है। वास्तव में टूर्नामेंट के दौरान एमआई के हार्दिक पांड्या ने कहा कि टीम के आत्मविश्वास को गलत तरीके से अहंकार बताया जा रहा है। अंत में उन्होंने जो कहा वह सही साबित हुआ जैसा कि एमआई ने कठिन फाइनल मैच में अपना संयम बरकरार रखा जबकि आरपीएस ने अपना संयम खो दिया। यह वह गुण था जिससे आरपीएस जैसी उत्साही टीम को पराजित करने में मदद मिली।