जयपुर में जौहरी बाजार


जौहरी बाज़ार के बारे में
जयपुर के गोपालजी का रास्ता और हल्दियों का रास्ता पर स्थित जौहरी बाज़ार इस शहर के हजारों रंगों के मेल का प्रदर्शन करता है। इस बाज़ार में कई प्रकार के गहने, हस्तशिल्प, कपड़े, जूते, सजावटी सामान आदि मिलते हैं। जौहरी बाजार में खरीददारी करने के लिए गर्मी और गहमागहमी सहने के लिए तैयार होकर आएं, जैसे कोशिश करें कि आपके कपड़े और जूते आरामदायक हों।

क्या मशहूर है?
जैसा कि नाम से ही पता चलता हैै कि यह बाज़ार महिलाओं के लिए सभी तरह के पारंपरिक राजस्थानी गहने लेने का एक अच्छा स्थान हैै। इस बाजार में उपलब्ध गले का हार, पायल, चूडि़यां, अंगूठी और कान की बालियां अतीत की शाही भव्यता दर्शाते हैं। दुनिया भर के आभूषणप्रेमी यहां सोने और चांदी के गहने लेने विशेष तौर पर आते हैं। गहनों का बाज़ार होने के अलावा यह शिल्प के लिए भी एक मशहूर स्थान है। इस बाजार में लकड़ी के शानदार नक्काशी किए हुए कला और शिल्प के सामान मिलते हैं जो स्थानीय प्रतिभा को दर्शाते हैं।

क्या खरीदें?
रत्नों के शहर जयपुर की असली चमक जौहरी बाज़ार में दिखती है। यहां की दुकानों और स्टालों पर मौजूद संग्रह किसी में भी रुचि जगाने के लिए काफी है। हालांकि आपको इनकी चमक में ना खोते हुए किसी भी सामान पर जरुरत से ज्यादा खर्च करने से बचना चाहिये। सोने के गहनों की शुद्धता के लिए हाॅलमार्क का निशान ज़रुर देखें।

खरीददारी के शौकीनों के लिए जौहरी बाज़ार पारंपरिक कुंदन के गहनों, लाख की चूडि़यों, बंधेज की साडि़यों, जयपुरी रजाई, हस्तशिल्प सामान, संगमरमर के शिल्प और नक्काशीदार लकड़ी के सामान के लिए प्रसिद्ध है।

कहां खाएं?
इस बाज़ार में घूमते हुए आपको इस शाही शहर के स्वाद से भी रुबरु होने का मौका मिलेगा। स्थानीय व्यंजन उपलब्ध करवाने वाले कई स्टाॅल इस बाजार में मौजूद हैं।

यात्रा करने का सबसे अच्छा समय
नवंबर-फरवरी
समय
सुबह 11 बजे से शाम 7 तक

जयपुर में देखने योग्य स्थान
रामगढ़ झीलजयपुर किलाबिड़ला तारामंडलकिशनपोल बाजार
श्री गोविन्द देव जी मंदिरजल महलबिरला मंदिरनाहरगढ़ किला
सिसोदिया रानी का बागजौहरी बाजारगणेश मंदिरराज मंदिर सिनेमा
मूर्ति सर्किलकनक वृंदावन गार्डनगार्डनजयगढ़ किले


अंतिम संशोधन : नवम्बर 16, 2016