विद्या लक्ष्मी पोर्टल शिक्षा ऋण योजना
15 अगस्त, 2015 को वित्त मंत्रालय ने “विद्या लक्ष्मी पोर्टल शिक्षा ऋण योजना” की शुरूआत की थी। यह पोर्टल एनएसडीएल ई-गवर्नेंस इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड द्वारा वित्तीय सेवाओं का विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, भारतीय बैंक संघ और मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सहयोग से विकसित और अनुरक्षित किया गया है। इस पोर्टल से सभी छात्रों को शैक्षिक ऋण और सरकारी छात्रवृत्ति से संबंधित धन और सूचना का उपयोग करने में काफी आसानी होगी। शिक्षा ऋण या छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करने वाले छात्रों को इस पोर्टल पर केवल एक फार्म भरना होगा। इस पोर्टल पर करीब 22 प्रकार की शिक्षा ऋण योजनाएं उपलब्ध हैं।
विद्या लक्ष्मी पोर्टल शिक्षा ऋण योजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य ऐसे छात्रों की मदद करना है जिन्हें धन के अभाव में अपनी पढ़ाई अधूरी ही छोड़नी पड़ी हो। यह पोर्टल शैक्षणिक ऋण प्राप्त करने के लिये एक आसान और प्रभावी प्रणाली प्रदान करता है।
वेबसाइट
www.vidyalakshmi.co.in
विद्या लक्ष्मी पोर्टल शिक्षा ऋण योजना के लाभ
- इस पोर्टल से छात्रों को बैंकों की शैक्षणिक ऋण योजनाओं के बारे में जानकारी मिलती है।
- इस पोर्टल पर छात्रों के लिये कई शैक्षणिक ऋण योजनाओं के आवेदन पत्र उपलब्ध हैं।
- शैक्षणिक ऋण के लिये केवल एक ही फार्म भरकर आप विभिन्न बैंकों में आवेदन कर सकते हैं।
- सूचना प्राप्त करने और सरकारी छात्रवृत्ति के आवेदन करने के लिये यह वेबसाइट राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल से जुड़ी है।
- विद्यार्थी इस वेबसाइट पर डैशबोर्ड सुविधा के माध्यम से किसी भी समय किसी भी जगह से अपने ऋण आवेदन की स्थिति को देख सकते हैं।
- विद्यार्थी इस वेबसाइट पर शैक्षणिक ऋण से संबंधित किसी भी प्रकार की शिकायत, सुझाव, कठिनाइयों या प्रश्नों के लिये बैंकों को ई-मेल भेज सकते हैं।
- इस वेबसाइट पर बैंक ऋण प्रक्रिया की स्थिति को भी अपलोड कर सकते हैं।
- बैंक छात्रों के ऋण आवेदन भी डाउनलोड कर सकते हैं।
विद्या लक्ष्मी पोर्टल के माध्यम से शैक्षणिक ऋण के लिये आवेदन कैसे करें?
- आवेदन करने के लिये अभ्यर्थी को अपना पंजीकरण करना होगा।
- सामान्य शिक्षा ऋण के लिये आम शिक्षा ऋण आवेदन पत्र (सीईएलएएफ) भरना होगा। सभी बैकों द्वारा स्वीकार किया जाने वाला यह आवेदन पत्र इंडियन बैंक एसोसिएशन (आईबीए) द्वारा निर्धारित किया गया है।
- छात्र की पात्रता मापदंडों के आधार पर, यह पोर्टल स्वयं कई प्रकार की योजनाओं का सुझाव देता है।
- आवश्यकताओं, पात्रता और सुविधा के अनुसार आवेदक अब कोई भी शैक्षणिक ऋण चुन सकते हैं।
एक बार पंजीकरण होने और सीईएलएएफ भरे जाने के बाद, पोर्टल पर आपके ऋण की स्वीकृति या अस्वीकृति पर विचार किया जाता है। ऋण स्वीकृति होने पर, ऋण राशि सीधे आपके बैंक खाते में भेज दी जाएगी। यदि आपका ऋण अस्वीकृत हो जाता है, तो आपको सीधे बैंक से ही संपर्क करना होगा। आप अपने ऋण की स्थिति पर ऑन होल्ड भी अपडेट कर सकते हैं। इसका अर्थ है कि बैंक को आपकी कुछ और जानकारी की आवश्यकता है, जिसका उल्लेख टिप्पणी कॉलम में किया जायेगा। छात्रवृत्ति की प्रक्रिया पर ई-मेल और एसएमएस भी भेजे जाएगें।
इन बैंको ने अपने सिस्टम को ऑनलाइन पोर्टल के साथ एकीकृत किया हैः
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
- आईडीबीआई
- बैंक ऑफ इंडिया
- केनरा बैंक
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
- कार्रोरेशन बैंक
- देना बैंक
- पंजाब नेशनल बैंक
- पंजाब एण्ड सिंध बैंक
- ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स
- सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया
- कोटक महिन्द्रा बैंक
- विजय बैंक
- पंजाब एण्ड सिंध बैंक
- बैंक ऑफ बड़ौदा
- आंध्र बैंक
- फेडरल बैंक
- एचडीएफसी बैंक
- ऐक्सिस बैंक
- यूको बैंक
- इंडियन बैंक
- बैंक ऑफ महाराष्ट्र
- इंडियन ओवरसीज बैंक
- आरबीएल बैंक
- सिंडिकेट बैंक
- अभ्युदय को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड
- डीएनएस बैंक
- करूर वैश्य बैंक
- तमिलनाड मर्केंटाइल बैंक लिमिटेड
छात्रों को एक साथ तीन बैंकों में आवेदन करने की सुविधा उपलब्ध है। हालांकि, ब्याज दर बैंकों के नियमानुसार लागू होगी। यह सुविधा छात्रों के विभिन्न बैंको में जाने पर लगने वाले समय को कम करने में मदद करेगी।
अन्य जानकारी के लिये सम्पर्क करें-
टेलीफोन- (022) 2499 4200
फैक्स- (022) 2497 6531
ई-मेल आईडी- vidyalakshmi@nsdl.co.in
सूचना- यह लेख 3 सितंबर, 2015 को रुमानी सैकिया फुकन द्वारा लिखा गया था। इस लेख में निहित जानकारी हाल ही में अपडेट की गई है।