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भारतीय डाकघर की बचत योजनाएं

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भारतीय डाकघर

भारतीय डाक प्रणाली, पूरे देश में 1.5 लाख से ज्यादा डाकघरों के साथ दुनिया का सबसे बड़ा डाक नेटवर्क होने का दावा करती है। यह 150 से अधिक वर्षों से चली आ रही छोटी बचत योजनाओं के साथ-साथ संचार का आधार भी रही हैं। डाकघर बहुमुखी कार्यो को करने और संदेश भेजने तथा बचत योजनाओं के अलावा फॉर्म बिक्री व बिल संग्रह आदि जैसी साधरण सेवाओं से भी संबंधित है। निश्चित रूप से यह कहा जा सकता है कि डाकघरों ने वास्तव में देश के सामाजिक तथा आर्थिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और ई-मेल तथा स्मार्टफोन जैसी कोई भी मूल्यवान तकनीक डाकघर की कभी भी उपेक्षा नहीं कर सकती।

छोटी बचत (स्मॉल सेविंग)

बचत भले ही छोटी हो, परंतु उसका मुख्य उद्देश्य भविष्य को सुरक्षित बनाना होता है। भारत में रहने वाले लोगों के पास बिना किसी लाभ के घरों में राशि रखने या अल्प लाभ पर बैंकों में धन संचित करने की अपेक्षा, छोटी बचत से संबंधित डाकघर के द्वारा दी जाने वाली विभिन्न योजनाओं को चुनने के अनेक विकल्प मौजूद होते हैं। तो आइए देखते हैं कि छोटी बचत क्या हो सकती हैं, उन पर ध्यान देते हैं

डाकघर की विभिन्न छोटी बचत योजनाओं के लाभ:

डाकघर की विभिन्न बचत योजनाएं:

डाकघर की विभिन्न बचत योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी के लिए कृपया http://www.indiapost.gov.in/POSB.aspx पर संपर्क करें।

अप्रत्याशित और संकटमयी घटनाओं पर होने वाले खर्चों को पूरा करने के लिए की गई बचत काफी मददगार साबित होती हैं। आप अपनी धनराशि को लाभ न देने वाले लोगों को देने की बजाय, डाकघर की विभिन्न बचत योजनाओं में जमा कर सकते हैं, जिसका आपातकाल के समय सरलता से उपयोग किया जा सकता है। यह सच है कि बैंकें भी डाकघर बचत योजनाओं के समान ही ब्याज दरों का भुगतान कर रही हैं। लेकिन डाकघर योजनाओं से कर लाभ के अलावा जमा की गई धनराशि बिना किसी जोखिम के पूर्व-निर्धारित दर से बढ़ती रहती है, क्योंकि इसका सरकार द्वारा प्रोत्साहन किया जाता है। हालांकि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) भी मुद्रास्फीति की वजह से ब्याज दरों में कटौती करने और बैंक में निवेश करने की प्रतिस्पर्धात्मक योजनाएं बना रही है, लेकिन डाकघर द्वारा चलाई गई छोटी बचत योजनाएं एक सुरक्षित भविष्य का आश्वासन देती है और यह सबसे सुरक्षित विकल्प हैं।

 

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