बालूशाही एक पारंपरिक भारतीय मिठाई है, जो विशेष उत्सवों पर बनाई जाती है। बालूशाही उत्तर भारत में बहुत प्रसिद्ध है, जबकि दक्षिण भारत में इसी प्रकार से बनाई जाने वाली एक मिठाई को बादूशाह के नाम से जाना जाता है। मुझे पूरा यकीन है कि आप में से बहुत सारे लोगों ने बालूशाही को कभी न कभी इस्तेमाल किया होगा और आप इसके बारे में पढ़कर इसका स्वाद दोवारा लेना चाहेंगे। बालूशाही को मैदा और घी के साथ अन्य सामग्रियां को मिलाकर बनाया जाता है। बालूशाही को बनाकर एक हवा बंद डिब्बे (एयरटाइट कंटेनर) में बंद करके कुछ दिनों तक रखा जा सकता है, अतः आप इनको त्यौहार से पहले ही बनाकर रख सकते हैं। आप बालूशाही को मिठाई (डेजर्ट) के रूप में परोस सकते हैं या आप इसका उपयोग अपनी मिठाई की भूख मिटाने के लिए कर सकते हैं। इसे घर पर बनाना बहुत ही आसान है, इस बालूशाही की रेसिपी का उपयोग करके इसे आसानी से बनाकर आप अपने आपको एक और भारतीय मिठाई के साथ जुड़ा हुआ महसूस कर सकते हैं।
बालूशाही बनाने के लिए आवश्यक सामग्री (15 बालूशाही बनाने के लिए)
- मैदा – डेढ़ कप
- नमक – एक चुटकी
- बेकिंग सोडा – 1/4 चम्मच
- बेकिंग पाउडर – 1/4 चम्मच
- देशी घी – तीन बड़े चम्मच
- दही – तीन बड़े चम्मच
- ठंडा पानी – चार बड़े चम्मच
- तलने के लिए तेल
- सजावट के लिए छोटे-छोटे टुकड़ों में कटे हुए सूखे मेवे
- सजावट के लिए चाँदी का वर्क
चाशनी के लिए
- चीनी – डेढ़ कप
- पानी – आधा कप
- इलायची पाउडर – आधा चम्मच
बालूशाही बनाने की विधि
तैयारी का समय: 10 मिनट
बनाने का समय: 45 मिनट
छना हुआ मैदा, बेकिंग पाउडर, बेकिंग सोडा और नमक लें।
देशी घी डालें और अच्छी तरह मिलाएं।
दही डालें और अच्छी तरह मिलाएं।
आटा गूंथने के लिए ठंडे पानी का उपयोग करें और 15/20 मिनट के लिए ढक कर रख दें।
गूथे हुए आटे की लगभग 15 लोईयां बनाएं और उनके बीच में अंगुली से दबाएं।
एक कढ़ाही में तेल गर्म करें और लोईयों को मध्यम आँच पर हल्की भूरी होने तक भूनें। उन्हें ठंडा कर लें।
चाशनी बनाने के लिएः
दो तार वाली चाशनी बनाने के लिए एक कढ़ाही में चीनी, पानी और इलायची का पाउडर डालें और तब तक गर्म करें जब तक दो तार की चाशनी न बन जाए।
चाशनी में बालूशाही डुबोएं और उन्हें प्लेट में सुखा लें।
सूखे मेवे के टुकड़े और चांदी वर्क से सजाएं।
ताजी परोसें या हवा बंद कंटेनर में रख दे।