चुकंदर (बीटरूट) दुनिया भर में लगभग सभी जगह उगाया जाता है और भारत में इसे चुकंदर के नाम से जाना जाता है। चुकंदर में पोषक तत्व और एंटीऑक्सिडेंट्स प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होते हैं। यह विभिन्न लाभों वाली एक अद्भुत सब्जी है, क्योंकि इससे सहनशक्ति (स्टैमिना) को बढाने, रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) को कम करने और रक्त प्रवाह सुधारने में मदद मिलती है। संपूर्ण भारत में चुकंदर से सूखी और करी (रसेदार) दोनों प्रकार की सब्जियाँ बनाई जाती हैं। यह व्यंजन, इस सब्जी पर थोड़े नएपन के साथ चुकंदर को पीसकर इसे रोज इस्तेमाल किए जाने वाले आटे के साथ गूँथकर रोटी या पराठा बनाकर इस्तेमाल किया जा सकता है। यह बहुत ही फायदेमंद व्यंजनों में से एक है, क्योंकि जो बच्चे रसेदार सब्जियाँ पसंद नहीं करते हैं, उन्हें नियमित रूप से या स्कूल के भोजन में आसानी से इस पराठे के माध्यम से सब्जियों की एक अच्छी खुराक दी जा सकती है। लाल रंग वाले चुकंदर के पराठे आँखों को बहुत आकर्षक लगते हैं और इन पराठों का किसी भी नियमित करी, मक्खन और अचार के साथ उपयोग करके लजीज स्वाद का आनंद लिया जा सकता है। तो आगे बढ़ें और अपने और अपने बच्चों के लिए सब्जी का सेवन बढ़ाने और अपने भोजन को अधिक संतुलित बनाने के लिए, इस आसान और आकर्षक रेसिपी को बनाने का प्रयास करें और अपनी रेसिपी की डायरी में एक और स्वादिष्ट एवं स्वास्थवर्धक रेसिपी को जोड़ें।
चुकंदर पराठा के लिए आवश्यक सामग्री
- गेहूँ का आटा – 1 कप
- चुकंदर – 1
- नमक – स्वादानुसार
- हरी मिर्च – 1 (बहुत बारीक कटी हुई)
- ताजा धनिया – 1 चम्मच (कटा हुआ)
- गरम मसाला – 1/4 चम्मच
- तेल – तलने या सेकने के लिए
चुकंदर पराठा कैसे बनाएं
- चुकंदर को धोएं और छीलें।
- चुकंदर को पीस (कस) लें।
- एक कटोरे में गेहूँ का आटा, पिसा हुआ चुकंदर, नमक, हरी मिर्च, धनिया और गरम मसाला डालें।
- थोड़े पानी का इस्तेमाल करके, नरम आटा गूँथ लें।
- आटे की लोइयां बना लें।
- सूखे आटे को लोइयों पर लगा लें और लोइयों को 6 इंच की चपटी डिस्क के रूप में बेल लें।
- तवे पर पराठों के दोनों पक्षों को भूरे निशान दिखाई देने तक सेकें।
- सेकने के दौरान पराठों के दोनों पक्षों पर थोड़ा तेल लगाएं।
- अचार और मक्खन के साथ गर्मा-गर्म सेहतमंद चुकंदर के पराठे परोसें।