वस्तु और सेवा कर 1 जुलाई 2017 से देश भर में अन्य सभी अप्रत्यक्ष करों के रूप में लागू हो गया, इस व्यवस्था के तहत भारत की 2 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था और 1.3 बिलियन लोग अब दुनिया के सामान्य बाजारों के अन्तर्गत एकजुट हो जाएंगे। जीएसटी कैसे भारत के आम आदमी के जीवन यापन की लागत को प्रभावित करेगा, उपभोक्ताओं को इस बात की जानकारी होनी चाहिए। यहाँ उन चीजों की एक विस्तृत सूची है जिसमें यह बताया गया है कि क्या महंगा हुआ है और क्या सस्ता?
क्या सस्ता होगा?
चलिए पहले अच्छी खबर से शुरूआत करते हैं। जीएसटी में निम्नलिखित वस्तुओं को 0% प्रतिशत कर के दायरे में रखा गया है या पहले से इन पर लगाया गया अप्रत्यक्ष कर बहुत कम है। इस प्रकार कीमतों में गिरावट होने वाली निम्नलिखित आवश्यक वस्तुओं के साथ स्वास्थ्य सेवाओं की वस्तुओं को भी शामिल किया गया हैः
- ताजा माँस, अंडे, दूध, मक्खन, दही, प्राकृतिक शहद, ताजे फल और सब्जियां, आटा, बेसन, नमक, प्रसाद और रोटी सहित भोजन सस्ता हो जाएगा।
- अनाज की कीमतें कम हो जाएंगी।
- प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ सस्ते होंगे क्योंकि इनकी कर दरों को जीएसटी के तहत 15% से घटाकर 5% तक कर दिया जाएगा।
- बाहर का खाना सस्ता हो जायेगा क्योंकि कर 22% से घटाकर 18% कर दिया गया है।
- सिंदूर, कुमकुम, बिंदी, चूड़ी, हथकरघा, बालों में लगाने वाला तेल, साबुन और टूथपेस्ट सहित सौंदर्य की वस्तुएं सस्ती हो जाएंगी।
- मलेरिया, एचआईवी-एड्स, टीबी और मधुमेह जैसी बीमारियों के इलाज के लिए, जीवन-रक्षक दवाइयां जो 5% के दायरे में आती हैं वह अधिक सस्ती हो जाएंगी।
- गर्भनिरोधक टेबलेट 0% श्रेणी के अंतर्गत आती हैं इसलिए सस्ती हो जाएंगी।
- चिकित्सा प्रतिष्ठानों, अधिकृत चिकित्सकों या परामर्शदाताओं द्वारा प्रदत्त स्वास्थ्य सेवाएं सस्ती हो जाएंगी।
- एम्बुलेंस में एक रोगी के परिवहन के माध्यम से प्रदान की गईं स्वास्थ्य सेवाएं सस्ती हो जाएंगी।
- बिजली सस्ती हो जाएगी।
- डाक टिकट, न्यायिक पत्र, मुद्रित किताबें और अखबार सस्ते हो जाएंगे।
- सिनेमा और पार्क जैसी मनोरंजन सेवाएं सस्ती हो जाएंगी।
- इकनॉमिक्स श्रेणी की हवाई यात्रा के किराए की दरों को 5 प्रतिशत कर के अन्तर्गत रखा गया है, जिसको जीएसटी के तहत कम होने की उम्मीद है।
- ब्रांडेड वस्तुएं 23-24% से 18% कर की कटौती के साथ, यह श्रेणी अधिक सस्ती हो जाएगी।
- होटलों पर पहले 22% कर लगाया जाता था अब यह 4% की कमी से 18% हो गया है। इस प्रकार होटल में रहना सस्ता हो जाएगा।
- कम कीमत की कारें और दो पहिया वाहन अब और अधिक किफायती होने जा रहे हैं। 350 सी.सी. के नीचे इंजन के आकार वाले दो-पहिया वाहनों, तीन-पहियों वाहन और कुछ वाणिज्यिक वाहनों सहित एसएसयूएस जीएसटी के तहत सस्ते हो जायेंगे। टैक्स की दर अनुभाग से लेकर अनुभाग तक भिन्न होती है।
- एप्पल ने आईफोन की कीमतें घटा दी है।
- पेंट, सीमेंट, बिजली के सामान और उपभोक्ताओं के लिए टिकाऊ वस्तुएं सस्ती हो जाएंगी।
जीएसटी शासन के तहत क्या महंगा
निम्नलिखित वस्तुएं और सेवाएं जीएसटी के तहत आपकी जेब पर भारी पडने जा रही हैं –
- चाय, कॉफी और कोल्डड्रिंक सहित एयर टाइट पेय पदार्थ।
- सभी प्रकार के भारतीय मसाले।
- लक्जरी सामान।
- तंबाकू उत्पाद।
- मोबाइल बिल, बीमा प्रीमियम और बैंकिंग शुल्क।
- इंटरनेट, वाईफाई और डीटीएच सेवाएं।
- स्कूल की फीस, डाक सेवाएं और हवाई टिकट।
- छोटी कार अधिक महंगी हो जाएंगी क्योंकि वह 28% के दायरे में आती हैं।
जीएसटी शासन के तहत आने वाली वस्तुओँ और सेवाओं में –
- 7% कर वाली वस्तुओं को छूट दी जाएगी।
- 14% कर वाली वस्तुओं को 5% के कर स्तर में रखा जायेगा।
- 17% कर वाली वस्तुओं को 12% के कर स्तर में रखा जायेगा।
- 43% कर वाली वस्तुओं को 18% कर के अनुभाग में रखा जायेगा।
- 19 प्रतिशत 28% के शीर्ष वर्ग में जाना जायेगा।
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड सहित अन्य राज्यों में नए शासन के तहत प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है क्योंकि इन राज्यों में पहले से ही वस्तु के उत्पादन पर कर की दरें कम थीं। हालांकि, जीएसटी इस विशेषाधिकार को समापन देगा, अब तक राज्यों ने इसका आनंद उठाया है। इन राज्यों के निर्माताओं को इसके प्रभाव को कम करने के लिए उत्पादन क्षमता समायोजित करने जैसी कार्रवाई करने की जरूरत है।
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