जैसा कि नवरात्रि के बाद त्यौहारों का सिलसिला जारी हो जाता है, भारतवासी खुद को त्यौहारों में शामिल करने के लिए तैयार हैं। हर एक भारतवासी नौ दिन तक चलने वाले इस कार्यक्रम, जहाँ पर देवी दुर्गा के सभी नौ स्वरूपों की पूजा की जाएगी, की तैयारियों में व्यस्त है। देवियों को मनाने के लिए भक्त बहुत ही श्रद्धाभाव के साथ नौ दिनों तक उपवास रखेंगे। तो इस त्यौहार में खुद को सच्चे मन से शामिल करें और इन स्वादिष्ट व्यंजनों का आन्नद लें, जिससे आपको यह महसूस तक नहीं होगा कि आपने उपवास रखा है।
1. कुट्टू का डोसा
उपवास के दिन डोसा की एक प्लेट की तुलना और कुछ भी बेहतर नहीं हो सकता है। इसलिए परंपरागत कुट्टू के आटे से तैयार इस स्वादिष्ट व्यंजन को आपको नवरात्रि व्रत के दौरान बनाने की कोशिश करनी चाहिए।
आसानी से तैयार हो जाने वाली यह रेसिपी आपको स्वाद से समझौता नहीं करने देगी।
बनाने की विधि :
आलू भरावन के लिए: 3-4 आलू उबाल लें और उबल जाने के बाद इसे उतारकर एक तरफ रख दें। एक पैन में कुछ घी गरम करें। उसमें मैश किए हुए उबले हुए आलू, सेंधा नमक, 1/2 चम्मच लाल मिर्च पाउडर और 1/2 चम्मच बारीक कटी हुई हरी मिर्च और अदरक डालें। आलू को तब तक पकाएं जब तक कि यह हल्के भूरे रंग के न हो जाएं। अब इसे गैस से उतारकर एक तरफ रख दें।
डोसा के लिए: एक कप कुट्टू का आटा, पानी और दो चम्मच दही कटोरे में मिलाएं और इसका चिकना पेस्ट बनाएं। सेंधा नमक डालकर लगभग 5 मिनट तक छोड़ दें। धीमी आँच पर डोसा तवे पर रखें। तवे पर एक चम्मच डोसा का पेस्ट डालें और इसे फैलाएं। इसे एक मिनट तक पकाएं और फिर इसके चारों तरफ कुछ चिकनाई लगा दें। डोसा पकने के बाद उस पर आलू के भरते की परत लगाएं और तवे से डोसा को उतार लें। अब इसे दो बार मोड़ें और परोसें। कुट्टू का डोसा तैयार है।
2. पुदीना चटनी के साथ पनीर टिक्की
उपवास के दौरान लिए जाने वाले पारंपरिक व्यंजनों को छोड़िए और एक बार स्वादिष्ट कुरकुरी पनीर टिक्कियों को चख कर देखिए। पनीर और सिंघाड़े के आटे से बनी टिक्कियां आपको गज़ब का स्वाद प्रदान करेंगी और आप को एहसास तक होने नहीं देंगी कि आपने उपवास रखा है।
बनाने की विधिः
टिक्कियों के लिए: 3 कद्दूकश किए हुए उबले आलू, 500 ग्राम मैश की हुई पनीर, सिंघाड़े का आटा, सेंधा नमक, कटी हुई हरी मिर्च और अदरक, कटी हुई तुलसी एक कटोरे में मिला लें और इस मिश्रण को अच्छी तरह से मिलाकर गूंथ लें। इस मिश्रण को गेंद के आकार में गोल करके, मध्यम क्रम की टिक्कियां बना लें। फ्रॉई पैन में कुछ घी डालें और गरम करें। फिर इन टिक्कयों को तब तक भूनें जब तक कि ये टिक्कियां दोनों तरफ से सुनहरी भूरे रंग की न हो जाएं। पनीर टिक्की तैयार है, पुदीना चटनी के साथ गर्मा-गर्म परोसें।
3. कुट्टू की पूरी और आलू की सब्जी
अपने साप्ताहंत का आन्नद लेने के लिए पूरी और आलू की सब्जी लगभग हर किसी की पसंदीदा होती है। लेकिन साथ ही उपवास वाले दिन यही व्यंजन प्रसाद बन जाता है। नवरात्रि की शुरुआत के साथ, चलो इस पारंपरिक रेसिपी को नवरात्रि के स्वाद के साथ फिर से ताजा करें।
बनाने की विधिः
कुट्टू की पूरी: एक कटोरे में 2 कप कुट्टू का आटा लें और इसमें 1/2 चम्मच जीरा पाउडर और सेंधा नमक डालें। इसमें 1 कप उबला पानी डालें और इसे अच्छी तरह मिलाएं। एक बार मिश्रण ठंडा हो जाने के बाद, मिश्रण को चिकने आटे के रूप में गूंथना शुरू करें। आटा चिपचिपा नहीं होना चाहिए अन्यथा पूरियां बनाना मुश्किल हो जाएगा। अब इस आटे की छोटी लोइयां बनाना शुरू करें और इन लोइयों को पूरियों का आकार दें। एक कढ़ाई में तेल गर्म करें उसमें पूरियों को डालें और सुनहरी भूरी होने तक इन पूरियों को तलें।
आलू की सब्जी: प्रेशर कुकर में 5-6 आलू उबालें। उबले हुए आलू छील लें और उन्हें ठंडा होने के लिए एक तरफ रखें। तड़का के लिए, एक पैन में कुछ तेल डालें और उसमें जीरा, हींगऔर सूखे लाल मिर्च डालें। एक बार जब सामग्री भुन जाए, तो उसमें चार कटे हुए टमाटर, कुछ कटी हुई हरी मिर्चऔर सेंधा नमक डालें। टमाटर को धीमी आँच पर लगभग 10 मिनट तक पकाएं। अब पैन में उबले हुए आलू डालें और अच्छी तरह मिलाएं। 5 मिनट के बाद, सब्जी में पानी डालें। इसे 7-8 मिनट तक उबालें। धनिया पत्तियों के साथ इसे सजाएं।
4. सिंघाड़े का शीरा
नवरात्रि का उत्सव मीठे पकवान के बिना अधूरा है। नवरात्रि के दौरान उपवास रखने वाले लोगों, जो मीठे पकावान पसंद करते हैं, के लिए चाहे वह खीर हो या हलवा आवश्यक है। व्रत के दौरान सिंघाड़े का उपयोग न सिर्फ टिक्की और पूरी बनाने के लिए बल्कि ड्राई फ्रूट्स का आनंददायक शीरा बनाने के लिए भी किया जा सकता है।
बनाने की विधिः एक पैन में 3 कप पानी गरम करें और इसमें 1 कप चीनी डालें। कम आँच पर पानी को उबलने दें जब तक कि शकर अच्छी तरह से पानी में मिल न जाए। पैन के चारों ओर घी लगा दें ताकि पैन में सिंघाड़े का आटा चिपकने न पाए। अब इसमें सिंघाड़े का आटा डालें। इस मिश्रण को कम आँच पर तब तक भूनें जब तक कि यह सुनहरा भूरा न हो जाए। इस मिश्रण को तब तक फेंटे जब तक कि यह सुनिश्चित न हो जाए कि इसमें एक भी गाँठ नही रह गई है। मिश्रण गाढ़ा हो जाने पर इलायची पाउडर डालें। अब मिश्रण को धीरे-धीरे पैन में चीनी के साथ मिलाएं। शीरा को तब तक चलातें रहे जब तक कि यह गाढ़ा न हो जाए। गैस बंद कर दें और भुने हुए बादाम के साथ इसे सजाएं। पकवान तैयार है, आन्नद लीजिए !
5. साबूदाना की खिचड़ी
कुट्टू या सिंघाड़े का आटा के बाद साबूदाना व्रत में लिया जाने वाला अगला सबसे लोकप्रिय व्यंजन है। यह आपको घंटों तक तृप्त महसूस कराता है और उपवास के दौरान आपको ऊर्जा प्रदान कराता है। यह खिचड़ी न केवल स्वादिष्ट होती है बल्कि नवरात्रि उपवास के दौरान आपके स्वस्थ के लिए भी लाभकारी है।
बनाने की विधिः साबूदाना को पानी से तब तक साफ करते रहें जब तक कि इसका माड़ा निकल न जाए। इसके बाद साबूदाना को एक कटोरे में पलट लें और इसमें पानी डालें। फिर इस कटोरे को ढक दें और रात भर के लिए रखा रहने दें। अब कटोरे से अतिरिक्त पानी को निकाल दें। एक पैन में कुछ तेल गरम करें। तेल में जीरा ड़ाले और चटकने तक इन्तजार करें। इसके बाद आलू के कटे कुछ टुकड़ों को इसमें डालें और 3-4 मिनट तक पकने दें। एक बार पक जाने के बाद इसमें कच्ची मूंगफली के दानें डालें और 3-4 मिनट तक पकाएं। जब मूंगफली के दाने सुनहरे भूरे रंग के हो जाएं तो इसमें सबूदाना डाल दें। जब तक साबूदाना पारदर्शी न हो जाएं तब इसे चलाना और पकाना जारी रखें। लौ से पैन को हटा दें और नींबू का रस और धनिया की पत्तियों के साथ खिचड़ी को सजाएं।
आप सभी पाठकों को नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं !