कढ़ी, चने के आटे (बेसन) से बनाये गए पकवान का नाम है जो खट्टे दही या छाछ के साथ मिलाकर बनाई जाती है। यह व्यंजन भारत के अधिकांश हिस्सों में लोकप्रिय भोजन के रूप में खाया जाता है। हालांकि यह उत्तरी भारत, राजस्थान, गुजरात, पंजाब और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में अधिक प्रचलित है। इन राज्यों में कढ़ी विभिन्न प्रकार से बनाई जाती है। आमतौर पर यह सफेद चावल के साथ खाने के लिए काफी प्रचलित है। नियमित रूप से चावल के साथ दाल खाने की अपेक्षा कढ़ी अच्छा विकल्प है। कढ़ी को बिना कोई सब्जी मिलाये या सब्जी मिलाकर भी बनाया जा सकता है जिसमें खासकर भिंडी (लेडी फिंगर) को मिलाया जाता है। कुछ राज्यों में कढ़ी, चीनी या गुड़ मिलाकर भी बनाई जाती है। हालांकि, मैं बासमती चावल के साथ परोसी गई बेसन पकोड़े की कढी को खाना पसंद करती हूँ। कढ़ी पकोड़े को सरसों के बीज, करी पत्ते और सूखी लाल मिर्च के साथ देसी घी में पारंपरिक तड़का बहुत ही स्वादिष्ट बना देता है और कई घरों में तो यह प्रत्येक रविवार को दोपहर का भोजन होता है। तो, फिर आओ इस कढ़ी पकोड़े की रेसिपी बनायें।
आवश्यक सामग्री
- बेसन – 1/2 कप
- खट्टा दही – 1/2 कप
- वनस्पति तेल – 2 बड़े चम्मच
- सरसों के बीज – 1/2 चम्मच
- मेथी के बीज – 1/2 चम्मच
- जीरा -1/2 चम्मच
- हींग – 1/4 चम्मच
- करी पत्ते – 2 टहनी
- नमक – स्वादनुसार
- हल्दी पाउडर – 1/4 चम्मच
- घी – 3 बड़े चम्मच
- सूखी लाल मिर्च – 3-4
- लाल मिर्च पाउडर – 1/2 चम्मच
विधि
- फेटा (मथा) हुआ दही और बेसन को एक साथ मिलाकर चिकना पेस्ट बनायें।
- इसमें 4 कप पानी डालें।
- एक भारी गहरे पैन में तेल गर्म करें।
- जब तेल गर्म हो जायें, तो उसमें मेथी डालें।
- जब मेथी चिटकने लगें, तो जीरा, सरसों के बीज, हींग और करी पत्तियाँ डाल दें।
- दही और बेसन के पेस्ट को पैन में डाल दें।
- फिर नमक और हल्दी पाउडर डालें।
- मिक्सर में खौलते हुए पानी को डालें।
- आँच पर उबाल लें और कढ़ी को तब तक पकायें जब तक बेसन गाढ़ा न हो जाये (लगभग 40-50 मिनट)।
- एक दूसरे पैन में घी गर्म करें।
- जब घी गर्म हो जाये तो उसमें कटे हुए सूखे लाल मिर्च डालकर 30 सेकंड तक तलें।
- आँच (आग) से निकालें और लाल मिर्च पाउडर डाल दें।
- कढ़ी में पके हुए घी का तड़का लगायें।
- सादे चावल के साथ गरमा-गरम परोसें।