‘दिल वालों की दिल्ली में आपका फिर से स्वागत है’! जिस स्थान का वर्णन यात्री “ज़रूर देखे” के रूप में करते है, मै उसे प्यार और शांति का घर कहता हूँ- दिल्ली का बहाई मंदिर। लोटस मंदिर के रूप में लोकप्रिय, बहाई मंदिर दुनिया में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है।
लोटस मंदिर के बाहर का जीवन व्यस्त है क्योंकि साधारण व्यक्ति अपने परिवार की आजीविका चलाने के लिए, काम करने में व्यस्त है। मुख्य द्वार में प्रवेश करने के बाद, ऐसा लगता है जैसे ईश्वर के आर्शीवाद से सुंदर हरियाली के बीच यात्रा कर मुख्य मंदिर की ओर जा रहे हों। यह भारत के शीर्ष दस स्मारकों में से एक है। मुख्य हॉल के अंदर लोटस मंदिर का रहस्य – मानव जाति के सभी धर्मों के लोग ईश्वर की खोज में एकजुट होकर, बिना किसी पवित्र शास्त्रों के प्रार्थनाओं पर विश्वास करते हैं, जहाँ उपदेश नहीं बल्कि आर्शीवाद दिया जाता है। ऐसा लगता है कि प्रत्येक प्रार्थना भगवान के बिना किसी संगीत मंत्र या प्रथागत रीति रिवाजों के प्रदर्शन में की जा रही है।
पता: लोटस मंदिर आरडी, शंभू दयाल बाग, बहापुर, नई दिल्ली, डीएल 110019
समय: सुबह 9:00 बजे से, शाम 7:00 बजे तक (गर्मियों में)
सुबह 9:00 बजे से, शाम 5:30 तक (सर्दियों में)
खुलने का दिन: सोमवार को छोड़कर सप्ताह के सभी दिन
प्रवेश शुल्क: नि:शुल्क
सामान्य जानकारी | |
पता | शंभू दयाल बाग, बहापुर, कालकाजी |
समय | |
ग्रीष्मकाल में खुलने का समय | सुबह 9:00 |
ग्रीष्मकाल में बंद होने का समय | शाम 7:00 |
ग्रीष्मकाल में अंतिम प्रवेश का समय | शाम 6.30 |
शीतकाल में खुलने का समय | सुबह 9:00 |
शीतकाल में बंद होने का समय | शाम 5.30 |
शीतकाल में अंतिम प्रवेश समय | शाम 5:00 |
प्रवेश शुल्क | निशुल्क |
वाहन पार्किंग | हाँ |
निकटतम मेट्रो स्टेशन | कालका जी मंदिर |
फोटोग्राफी की अनुमति | हाँ, केंद्रीय हॉल को छोड़कर |
जूता जमा | हाँ |
समापन दिवस | सोमवार |
यात्रा के लिए आवश्यक समय | 1 से 2 घंटे |
लोटस मंदिर और उसके गुणों की सुंदरता की प्रशंसा करने में कोई थकावट नही होती!