मलाई घेवर एक गोल आकार की राजस्थानी मिठाई है, जो ज्यादातर तीज और रक्षाबन्धन जैसे त्यौहारों के मौसम में बनाई जाती है। घेवर सादा (प्लेन), मावा या मलाई घेवर जैसे फ्लेवरों में बनाया जाता है, यह आमतौर पर 8 से 10 इंच के व्यास का होता है। इस मिठाई को भारत भर की किसी भी मिठाई की दुकान में खरीदा जा सकता है लेकिन राजस्थान में बनाये जाने वाले घेवर का कोई जवाब ही नहीं है। इसके लुभावने स्वाद और साथ ही धार्मिक भावनाओ के जुड़े होने के कारण आप इसे खरीदने से इंकार नहीं कर सकते। क्यों ना इस त्यौहार पर मलाई घेवर को अपने हाथों से और भी अधिक स्पेशल बनाते हैं? इस त्यौहार के मौसम में, घर पर मलाई घेवर बनाने के लिए, इस आसान विधि का पालन करें। इसको बनायें और अपने उत्सव को थोड़ा और आकर्षक बनायें।
घेवर बनाने के लिए आवश्यक सामग्री
- मैदा – 2 कप
- देसी घी – 1/4 कप
- दूध – 1/4 कप
- पानी – 4 कप
- तलने के लिए देसी घी
चाशनी बनाने के लिए
- चीनी – 1 और 1/2 कप
- पानी – 1 कप
- इलायची पाउडर – 1/4 चम्मच
मलाई घेवर बनाने की विधि
घेवर बनाने के लिए
- एक कटोरे में दूध, घी और मैदा डालकर अच्छी तरह से मिलाएं ताकि कोई भी गांठ न रह जायें।
- फिर पानी डालकर इसको अच्छी तरह से पतला करें।
- एक छोटे सॉस पैन (खाना पकाने का बर्तन) में घी गर्म करें और उसमें इस घोल को डालकर चम्मच से तब तक चलायें जब तक बुलबुले बनना समाप्त न हो जायें।
- इस प्रक्रिया को 3 से 4 बार दोहराएं।
- एक पतली छड़ का उपयोग करके बीच में एक छेद बनायें।
- घेवर को सुनहरे रंग का होने तक तलें, फिर एक काटे वाली चम्मच का उपयोग करके इसे निकाल लें और उसे किसी बर्तन के ऊपर लटका कर रख दें, जिससे उसका अतिरिक्त तेल टपक कर निकल जाये।
- अन्य घेवरो को भी इसी तरीके से बनायें।
चाशनी बनाने के लिए
- एक पैन (बर्तन) में चीनी, इलाइची पाउडर और पानी डालकर आँच पर रखें और एक तार की चाशनी बना लें।
- घेवर को 10 सेकंड के लिए पूरी तरह चाशनी में डुबो दें, फिर उसको एक प्लेट में निकाल लें।
- मलाई रबड़ी (मिठाई की दुकानों में उपलब्ध है या घर पर भी तैयार की जा सकती है) को घेवर के ऊपर फैलायें और अधिक स्वादिष्ट बनाने के लिए सूखे मेवे से सजायें।
शुभ उत्सव!