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हैदराबाद में नेहरू जूलॉजिकल पार्क

हैदराबाद चिड़ियाघर में लुप्तप्राय सुस्ती भालू (या शहद भालू)
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हैदराबाद चिड़ियाघर में लुप्तप्राय सुस्ती भालू (या शहद भालू)

स्थान: नेहरू जूलॉजिकल पार्क, हैदराबाद, तेलंगाना

हैदराबाद के नेहरू जूलॉजिकल पार्क को हैदराबाद चिड़ियाघर के नाम से भी जाना जाता है। पंडित जवाहरलाल नेहरू के नाम पर यह चिड़ियाघर शहर का प्रमुख आकर्षण है, इसे 1963 में जनता के लिए बनाया गया। 380 एकड़ जमीन पर फैले हुए इस चिड़ियाघर का रखरखाव आंध्र प्रदेश सरकार के वन विभाग द्वारा किया जाता है। वन विभाग मुख्य रूप से लुप्तप्राय प्रजातियों के पुनर्वास के लिये प्रयास करता है तथा वन्यजीव और अनुसंधान की रक्षा तथा संरक्षण के लिए जन जागरूकता पैदा करता है।

विशेष सफारियाँ जैसे बाघ सफारी, शेर सफारी और भालू सफारियाँ आदि इस पार्क के प्रमुख आकर्षणों में से हैं। मिनी ट्रेन सवारी और हाथी की सवारी बच्चों के लिए मजेदार हैं। चिड़ियाघर में प्राकृतिक इतिहास के बारे में विवरण और जानकारी देने के लिए एक संग्रहालय भी है। मिरलम टैंक झील और इसके तटबंध प्रवासी पक्षियों को आकर्षित करते हैं, यह दृश्य हैदराबाद चिड़ियाघर को आकर्षण से जोड़ता है। यहाँ एक तरफ आपको शाकाहारी, मांसाहारी, सरीसृप, रात्रीचर और कृन्तक विभिन्न प्रकार के वन्य जीवन देखने को मिलेगें। यहाँ जानवरों को अन्य चिड़ियाघरों के अपेक्षाकृत खुले बाड़े में रखा जाता है।

समय:

अप्रैल से जून: 8:00 बजे से शाम 5:30 बजे तक

जुलाई से मार्च: सुबह 8:30 बजे से शाम 5 बजे तक

सोमवार को बंद

प्रवेश मूल्य:

प्रवेश: 20 रुपये (वयस्क), 10 रुपये (बच्चे)

ट्रेन की सवारी: 15 रुपये (वयस्क), 5 रुपये (बच्चे)

सफारी सवारी: 25 रुपये (वयस्क), 10 रुपये (बच्चे)

त्वरित सुझाव:

  • गंदगी न फैलाएं।
  • जानवरों को छेड़ना, दुर्व्यवहार करना या खाने को देना मना है।
  • फोटोग्राफी के लिये शुल्क देय है।
  • आप एक निश्चित शुल्क का भुगतान करके चिड़ियाघर के अंदर अपना वाहन भी ले जा सकते हैं।
  • आप अपने साथ खाने की चीजें और पानी ले जा सकते हैं।
  • चिड़ियाघर में टहलते समय दूरबीन, धूप का चश्मा और छाता उपयोगी साबित होंगे।

 

Categories: Travel
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