12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम मई 2016 में आ गए हैं, तब से ही छात्र–छात्राएं दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू) जैसी सबसे ज्यादा चर्चित यूनिवर्सिटी के कट–ऑफ्स का सांसें रोककर इंतजार कर रहे थे। डीयू ने संबद्ध कॉलेजों के लिए पांचवीं और अंतिम कट–ऑफ लिस्ट जारी कर दी है। इस बार भी डीयू की कट–ऑफ लिस्ट ने कई छात्रों के दिल्ली यूनिवर्सिटी से जुड़े कॉलेजों में पढ़ाई के सपनों को कुचलकर रख दिया है।
पहली कट–ऑफ लिस्ट 29 जून 2016 को जारी हुई थी, जिसमें कट–ऑफ तकरीबन 100 प्रतिशत रहा– बी.कॉम (ऑनर्स) के लिए 99.25 प्रतिशत और बीए (ऑनर्स) अर्थशास्त्र प्रोग्राम के लिए 98 प्रतिशत। पांचवीं और अंतिम लिस्ट में बी.कॉम (ऑनर्स) का कट–ऑफ 91.75 से 95.75 प्रतिशत और बी.एससी (ऑनर्स) में 94.5 से 96 प्रतिशत रहा। जिन छात्रों के अंक इससे कम रहे, उनके लिए डीयू का विकल्प पूरी तरह खत्म हो चुका है। इतने ज्यादा कट–ऑफ ने उन छात्रों की उम्मीदें तोड़ दी, जो सिर्फ डीयू के कॉलेजों में ही एडमिशन लेना चाहते थे। पर उनके लिए भी दिल्ली यूनिवर्सिटी से बेहतर विकल्प देश में उपलब्ध है |
क्या होगा यदि आपको परफेक्ट 100 नहीं मिले?
डीयू में एडमिशन नहीं मिलने से छात्रों के लिए पढ़ाई–लिखाई के रास्ते बंद नहीं हो जाते। दिल्ली/एनसीआर में ही उनके सामने कई विकल्प हैं। तकरीबन हर संकाय में बेहतरीन शिक्षा देने वाले कई प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय मौजूद हैं। कोर्सेस के साथ–साथ यह विश्वविद्यालय बेहतरीन बुनियादी ढांचे, सुविधाओं और अन्य गतिविधियों के लिए देश–दुनिया में खास पहचान रखते हैं। हम यहां उन छात्रों के लिए विकल्प सुझा रहे हैं, जिन्हें डीयू में सीट नहीं मिल सकी हैः
फुल–टाइम प्रोग्राम्स
दिल्ली में प्राइवेट यूनिवर्सिटियों में इस समय इंजीनियरिंग, गणित, भौतिकी, रसायन, बायोटेक्नोलॉजी में बीएससी, बीबीए, इंग्लिश (ऑनर्स), राजनीति विज्ञान, पत्रकारिता और जनसंचार, के साथ ही कई अन्य पेशेवर कोर्सेस भी उपलब्ध हैं। यह कोर्सेस उपलब्ध कराने वाली कुछ प्रमुख प्राइवेट यूनिवर्सिटियां हैं– एमिटी यूनिवर्सिटी, जामिया मिलिया इस्लामिया (जेएमआई), गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी (जीजीएसआईपी) और बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी, अंसल यूनिवर्सिटी, जेआरई ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशंस, आईटीएम यूनिवर्सिटी, एमवीएन यूनिवर्सिटी और मानव रचना यूनिवर्सिटी।
इन यूनिवर्सिटियों में विषयों को लेकर काफी लचीलापन है। इस वजह से छात्रों को काफी विकल्प मिल जाते हैं। विदेशी यूनिवर्सिटियों के साथ एक्सचेंज प्रोग्राम्स के लिए भी यह काफी लोकप्रिय हैं।
यहां हम इनमें से कुछ यूनिवर्सिटियों में उपलब्ध कोर्सेस की लिस्ट दे रहे हैं जो की दिल्ली यूनिवर्सिटी के विकल्प है :
अंबेडकर यूनिवर्सिटी में कला और सामाजिक विज्ञान संकाय में विशेषीकृत विषयों जैसे– अंग्रेजी, साइकोलॉजी, अर्थशास्त्र और इतिहास, से जुड़े कोर्सेस उपलब्ध हैं।
जीजीएसआईपी यूनिवर्सिटी में बीटेक, बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, कम्प्यूटर एप्लीकेशंस, फैशन और अपैरल डिजाइन, फिजियोथैरेपी, मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नोलॉजी और नर्सिंग में बैचलर डिग्री का विकल्प है। इसके अलावा भी कई टेक्निकल और प्रोफेशनल कोर्सेस उपलब्ध हैं।
जेएमआई भी कई प्रोफेशनल अंडरग्रेजुएट कोर्सेस पेश करता है। अंग्रेजी, साइकोलॉजी और राजनीति विज्ञान के साथ ही डेंटिस्ट्री, फाइन आर्ट्स और टर्कीश भाषा में बैचलर डिग्री भी यहां मिलती है।
जेएनयू में सबसे ज्यादा गैर–परंपरागत पेशेवर कोर्सेस उपलब्ध हैं। इनमें लिटरेचर और कल्चरल स्टडीज, चीनी, स्पैनिश, कोरियन और अन्य विदेशी भाषाओं में ऑनर्स कोर्सेस भी उपलब्ध हैं। इन्हें साहित्य, इतिहास, भूगोल और अन्य विषयों के साथ जोड़ा गया है।
स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए) दिल्ली में पांच वर्ष का आर्किटेक्चर में बैचलर डिग्री पेश करता है। इसके साथ ही प्लानिंग में भी चार साल की बैचलर डिग्री यहां से ले सकते हैं।
दिल्ली से बाहर पढ़ाई
छात्रों के लिए दिल्ली से बाहर पढ़ाई जारी रखने का विकल्प भी है। कुछ प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटियां इस तरह हैं:
1. लोयोला कॉलेज, चेन्नई
2. सेंट जेवियर, कोलकाता
3. सेंट जेवियर, मुंबई
4. नरसी मोनजी, मुंबई
5. सेंट जोसफ, बेंगलुरू
6. एचआर कॉलेज ऑफ सीएंडई, मुंबई
7. मीठीबाई कॉलेज, मुंबई
8. क्राइस्ट यूनिवर्सिटी, बेंगलुरू
दूरस्थ शिक्षा
छात्रों के पास इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) और दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) जैसे दूरस्थ शिक्षण संस्थानों के जरिए अपनी मनचाही डिग्री हासिल करने का विकल्प भी है। इग्नू में वह सभी कोर्सेस उपलब्ध हैं जो फुलटाइम में किसी नामी विश्वविद्यालय में उपलब्ध हैं। एसओएल में बीए प्रोग्राम, बी. कॉम पास, बी.कॉम (ऑनर्स), बीए (ऑनर्स) इंग्लिश और बीए (ऑनर्स) पॉलिटिकल साइंस जैसे कोर्सेस उपलब्ध हैं।
दूरस्थ शिक्षा के साथ छात्रों को क्लासेस अटेंड करने या खुद घर पर रहकर सेमेस्टर परीक्षाओं की तैयारी करने का विकल्प रहता है।
इसके अलावा, पिछले 2-3 वर्षों में विदेशी यूनिवर्सिटियों में एडमिशन में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। विदेशी यूनिवर्सिटी में पढ़ाए जा रहे कोर्सेस को लेकर जागरुकता बढ़ी है। विश्वस्तरीय शिक्षा और बेहतरीन भविष्य के अवसर इससे छात्रों को मिलते हैं।
एडमिशन
सामान्य तौर पर इन यूनिवर्सिटियों में प्रवेश के लिए आवेदन की अंतिम तारीख हर साल अगस्त तक बढ़ ही जाती हैं। छात्र इन संस्थानों की वेबसाइट्स पर अपने मनपसंद कोर्सेस के लिए आवेदन फार्म डाउनलोड कर जमा कर सकते हैं। इनमें से कुछ यूनिवर्सिटियों में कॉमन एंट्रेन्स टेस्ट भी होते हैं, जिन्हें पास करना एडमिशन के लिए जरूरी है।