अगर आप खाने के शौकीन हैं तो पूड़ियाँ आपके मन या दिन को बदल सकती हैं। जब आपको पता चलता है कि दोपहर के खानें में और रात के खाने में पूड़ियाँ बनीं हैं तो आपको एक ऊर्जा प्रदान होती है। वास्तव में इस पकवान का प्रभाव अलग ही है, इस व्यंजन का किसी भी समय आनंद लिया जा सकता है और इसके स्वाद की तरीफ की जा सकती है। अनोखे स्वाद वाली पूड़ियाँ घर पर भी बनाई जा सकती हैं। आपको ऐसा स्वाद बाहर नहीं मिलेगा। आप अचार, चटनी, भुजिया, हल्के तेल वाली सब्जियाँ, मसालेदार ग्रेवी, मटन ग्रेवी के साथ पूडियों का आंनद ले सकते हैं। खाने के अंत में खीर को खाना एक अद्भुत स्वाद देता है। जब इसे काबुली छोले, चना दाल, बंगाली शैली में नारियल के साथ, साधारण दम आलू की सब्जी, फूलगोभी और आलू भजिया, के साथ परोसा जाता है तो इसका स्वाद सबसे अनोखा होता है।
हम पूड़ियों के साथ अच्छी तरह से प्रयोग (एक्सपेरीमेंट) भी कर सकते हैं, जैसे अजवाइन पूड़ी बनाई जा सकती हैं। अजवाइन डालने से पूड़ी का स्वाद और भी बढ़ जाता है और अचार के साथ इसका आंनद लिया जा सकता है। इसे बनाने के लिए आपको गेहूँ का आटा तैयार करने की आवश्यकता होती है, इसमें तेल, अजवाइन और नमक मिलाकर अच्छा स्वाद लाया जाता है। आटे को लचीला होने तक गूंथें ताकि लोई बनाते समय अतिरिक्त आटे की आवश्यकता न पडे। इसके अलावा अगर आप आटे में सही अनुपात में तेल को मिलाते हैं तो तलने पर पूड़ियाँ ज्यादा तेल नही सोखतीं।
कल्पना कीजिए, कि मेज के बीचो बीच फूली हुई गोल पूडियाँ रखी हों। क्या आप उस समय कैलोरी के बारे में सोचेंगे? एक पूडी में 107 कैलोरी होती है और यह कार्बोहाइड्रेट और वसा के रूप में हमें प्राप्त होती है। सच्चाई यह है कि मैं पूड़ियों में उपस्थित कैलोरी के बारे में बात कर रही हूँ, जो कि एक अपराध करने जैसा है। पूड़ियों को तैयार करने का कोई दूसरा तरीका नहीं है, पूडियाँ तेल में तलकर तैयार की जाती हैं और यही इसका तरीका है।