भारत हमेशा झुलसाने वाली गर्मी का साक्षी रहा है। भारत में कुछ स्थानों पर तापमान 46 डिग्री से अधिक पहुँच जाता है। जबकि अब मानसून आ गए हैं, लेकिन चिलचिलाती गर्मी से राहत पाने में अभी कुछ समय लगेगा। यह आवश्यक है कि हम उचित आहार और बहुतायात तरल पदार्थ का सेवन कर खुद को आंतरिक रूप से शांत रखें। लेकिन इससे पहले कि आप पश्चिमी तरबूज और कीवी फलों के रस के बारे में सोच रहे है, बेहतर होगा कि कुछ स्थानीय पेय पर विचार करें। आहार विशेषज्ञ रूतुजा दिवेकर के अनुसार, स्थानीय उत्पादों का सेवन सेहत के लिये लाभदायक होता है। तो क्यों न इस गर्मियों में अपने आप को शांत रखने के लिए कुछ पारंपरिक भारतीय पेय का सेवन करें?
आम का पन्ना
आम का पन्ना कच्चे आमों से बनाया जाता है, यह खट्टा और मीठा पेय गाढ़ा करके रेफ्रिजरेटर में स्टोर किया जा सकता है। आम का पन्ना सबसे स्फूर्तिदायक पेय है और गर्मी के आघात को दूर रखता है।
बनाने की विधिः
- 2-3 कच्चे आमों को धो लें, छिलका उतारकर इसको काटे और गुठलियों को निकाल दें, फिर कूकर में 1 कप पानी के साथ उबाल लें।
- फिर, इस उबले हुए गुद्दे को मिक्सर में डालकर 1/2 कप चीनी, 1 बड़ा चम्मच काला नमक, 2 चम्मच जीरा पाउडर, 1 टी-स्पून काली मिर्च और कुछ पुदीने की पत्तियों के साथ पीस लें।
- इस गाढ़े पदार्थ के ¼ भाग को ग्लास में लें, ठंडा पानी, बर्फ के टुकड़े, पुदीने की पत्तियों से गार्निश करें और परोसें।
- इसको गाढ़ा करके फ्रिज में रखा जा सकता है और जब जरूरत हो तो पतला करके सेवन किया जा सकता है।
सौंफ का शर्बत (सौंफ पानी)
सौंफ के बीज शरीर को बहुत ही ठंडा रखते हैं और आपको ताजगी से भर देते हैं। वास्तव में, जब आप सांस लेगें तो आपको आश्चर्यजनक स्वाद की अनुभूति होगी।
बनाने की विधिः
- ¼ कप सौंफ के बीज को रातभर भिगोयें।
- फिर सौंफ को बरीक पीस कर पेस्ट बना लें।
- 2 बड़े चम्मच चीनी, एक चुटकी काला नमक और एक चुटकी काली मिर्च मिलायें।
- कुचले हुए बर्फ, 2 कप ठंडा पानी और एक चुटकी जलजीरा पाउडर डालें।
- आपका सबसे स्फूर्तिदायक पेय तैयार हो गया है।
पानाकम (गुड़ के साथ बनाया गया पेय)
एक पारंपरिक दक्षिण भारतीय पेय, पनाकम को बनाना आसान ही नहीं है बल्कि सूरज की गर्मी से तुरंत राहत भी प्रदान करेगा।
बनाने की विधिः
- आधा कप गुड़ को 2 कप ठंडे पानी में भिगोएं।
- 1 नींबू का रस, 2 इलायची का पाउडर, ¼ छोटा चम्मच सूखी अदरक का पाउडर, एक चुटकी नमक और एक प्रचुर चुटकी खाद्य कपूर मिलायें।
- सारे मिश्रण को अच्छी तरह मिक्स करें और इसे छानें। कुछ तुलसी की पत्तियाँ मिलायें और परोसें।
नीर मोर (दक्षिण भारतीय छाछ)
एक और पारंपरिक दक्षिण भारतीय पेय, यह उत्तरी भारत के चास का एक संस्करण है इसे मक्खन के छाछ से बनाया जाता है। जैसा कि हम जानते हैं, दही में सुपर शीतलन शक्तियाँ होती हैं और इस प्रकार नीर मोर अनुपातित मसाले की सही मात्रा के साथ आपको शांत रखने में मदद करती है।
बनाने की विधिः
- 1 कप ठंडा छाछ, 1 कप ठंडा पानी, 2 नींबूओं का रस, 1 टी-स्पून बारीक कटी हुई अदरक, 1 हरी मिर्च, प्रचुर मात्रा में धनिया की पत्तियाँ, एक चुटकी हींग और एक चुटकी नमक। फिर सिर्फ 10 सेकंड तक सारे मिश्रण को एक साथ मिलायें, पेय का रंग हरा हो जाएगा।
- सरसों के बीज और करी पत्तों को पेय में घोलें।
- नीर मोर को ठंडा करके परोसें।
बेल का शर्बत (बेल जूस)
वास्तव में बेल केवल शीतल गुणों के साथ एक जादुई फल नहीं है बल्कि यह औषधि भी है, क्योंकि यह चक्कर आने का इलाज कर सकता है, यह कोलेस्ट्रॉल युक्त होता है और श्वसन समस्याओं से निपट सकता है। निश्चित रूप से इसका मीठा और खट्टा रस जठर तंत्र को सही रखता है।
बनाने की विधिः
- एक मध्यम आकार का बेल तोड़कर खोलें और उसके गूदे को बाहर निकालें।
- 1 ½ कप ठंडा पानी, हाथों के उपयोग से बीज निकालकर अच्छी तरह से मिलाएं।
- 1 टीस्पून गुड़ का पाउडर, 1 नींबू का रस, एक चुटकी नमक और जीरे के पाउडर को मिलायें।
- फिर इसको छलनी से छानें और ठंडा करने के बाद परोसें।