स्थान: ग्वालियर किला, ग्वालियर, मध्य प्रदेश
विशाल ग्वालियर किले के परिसर में स्थित, गुजरी महल पुरातात्विक संग्रहालय एक समृद्ध ऐतिहासिक विरासत के साथ-साथ अति सुंदर मूर्तियों को अपने आप में संजोए हुए है। ऐसा कहा जाता है कि इस महल का निर्माण राजा मानसिंह तोमर ने अपनी गूजर रानी मृगनयनी के लिए करवाया था। रानी एक निम्न जाति की थीं, इसलिए इल महल को मुख्य किले से दूर बनवाया गया था।
गुजरी महल संग्रहालय को हवाई दृश्य से देखने पर इसकी शानदार वास्तुकला बहुत ही खूबसूरत दिखाई पड़ती है। इस संग्रहालय में धार्मिक मूर्तियाँ, हथियार, पत्थर पर की गई कलाकृतियां और कांस्य प्राचीन वस्तुओं का प्रदर्शन किया गया है। भगवान कृष्ण के जन्म संबंधित और भगवान विष्णु की मुख्य मूर्तियाँ उस समय के कारीगरों की उत्कृष्टता को प्रदर्शित करती हैं। गुजरी महल संग्रहालय का मुख्य आकर्षण ग्यारसपुर शालभंजिक मूर्तिकला और भारतीय मोनालिसा की प्रतिमा है।
हालांकि, संग्रहालय पर्यटकों के बीच इतना लोकप्रिय नहीं है, लेकिन यहाँ पर देखने योग्य काफी कुछ है।
प्रवेश शुल्क: 10 रूपये प्रति व्यक्ति
समय: सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक
कैमरा शुल्क: 50 रुपये