बेंगलुरु, जिसे सामान्य रूप से भारत की सिलिकॉन वैली के रूप में जाना जाता है, भारत के पाँचवें सबसे बड़े व रहने योग्य शहरों में से एक है। बेंगलुरू गार्डन सिटी आज के समय में एक प्रमुख आईटी हब (केंद्र) बन गई है। बेंगलुरू शहर गगनचुंबी कॉरपोरेट कॉम्पलेक्सों और ऐतिहासिक स्मारकों से समृद्ध है। बैंगलोरवासियों के लिए शहर के पेड़ों और पार्कों, प्रसिद्ध विरासत भवनों, व्यस्त बाजारों और नवनिर्मित इमारतें जो काफी समय से स्थापित हैं, का आनंद लेना काफी आसान है। इसलिए सप्ताह के अंत में, कोई भी इस शहर के नजदीक छुट्टियों को बिताने के लिए किसी भी खूबसूरत स्थान की तलाश कर सकता है, जो उबाऊ जीवन से बचने के लिए बिल्कुल उपयुक्त हैं।
यहाँ 5 शीर्ष सप्ताहांत गंतव्य की सूची प्रस्तुत है, जहाँ बैंगलोरवासी सप्ताह के अंत में छुट्टियों का आनंद ले सकते हैं।
कूर्ग- भारत का स्कॉटलैंड
कूर्ग, जिसे आधिकारिक तौर पर कोडागु के नाम से भी जाना जाता है, भारत के स्कॉटलैंड के नाम से मशहूर है। यह सदाबहार स्थान कर्नाटक के सबसे खूबसूरत हिल स्टेशनों में से एक है। यह स्थान अपने लुभावने दृश्य, विदेशी दृश्यावली, समृद्ध हरियाली और मौसम, जो पूरे वर्ष भर सुखद रहता है, के लिए अच्छी तरह से जाना जाता है। वनों से घिरी पहाड़ियाँ, मसाले, कॉफी बागान और ठहरने के लिए एकांत बने घर, निश्चित रूप से आपकी यात्रा को यादगार बनाने के लिए पर्याप्त हैं। आप इस स्थान पर मंत्रमुग्ध कर देने वाले सप्ताहांत का आनंद लेने के लिए जा सकते हैं।
कैसे पहुँचे: कूर्ग में रेलवे स्टेशन नहीं है, इसलिए बस या टैक्सी द्वारा इस स्थान पर पहुँचा जा सकता है।
दूरी: 264 किलोमीटर।
घूमने योग्य स्थान: अबी झरना, तालकावेरी, नागरहोल नेशनल पार्क, स्वर्ण मंदिर (नामद्रोलिंग मठ) जैसे स्थानों पर अवश्य जाएं।
मनोरंजक गतिविधियाँ: साइटसीइंग, रीवर राफ्टिंग, फिशिंग और ट्रेकिंग।
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: जनवरी, फरवरी, मार्च, जुलाई, अगस्त, अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर।
पुडुचेरी – पूर्वी फ्रेंच रिवेरा
पुडुचेरी, जिसे पांडिचेरी के नाम से भी जाना जाता है, भारत का एक केंद्र शासित प्रदेश और पूर्वी फ्रांसीसी उपनिवेश भी है। अगर आप औपनिवेशिक विरासत की एक झलक पाना चाहते हैं, तो यात्रा के लिए यह स्थान भारत के सर्वोत्तम स्थानों में से एक है। इस स्थान पर फ्रांसीसी संस्कृति के प्रभाव को बहुत अच्छी तरह से महसूस किया जा सकता है। भारत और विदेश से भारी तादाद में लोग इस शहर में शांतिपूर्ण वातावरण और सुंदर समुद्र तटों का नजारा लेने के लिए आते हैं। यह योग, ध्यान और आध्यात्मिकता की कला को सीखने वाला केंद्र भी है।
कैसे पहुँचे: पुडुचेरी देश के बाकी हिस्सों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है और यहाँ हवाई मार्ग, रेल या सड़क के माध्यम से आसानी से पहुँचा जा सकता है।
दूरी: 311 किलोमीटर।
यात्रा करने योग्य स्थान: पैराडाइस बीच, सीसाइड प्रोमेनेड, चूनांबर वोट हाउस और ऑरोविले आश्रम आदि।
मनोरंजक गतिविधियाँ: वॉटर स्पोर्ट्स, स्कूबा डाइविंग, वोटिंग और आध्यात्मिक प्रशिक्षण।
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: जनवरी, फरवरी, मार्च, जून, जुलाई, अगस्त, अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर।
ऊटी- नीलगिरी की रानी
ऊटी या ओटाकामुंड अस्पष्ट नजर आने वाले पहाड़ों और रूई की भाँति प्रतीत होने वाले बादलों के बीच बसा है, जिसे पहाड़ियों की रानी के रूप में जाना जाता है। इस हिल स्टेशन के प्रमुख आकर्षणों में नीलगिरी भी शामिल है, जिसे आमतौर पर नीले पहाड़ों के रूप में जाना जाता है। वहाँ की घुमावदार सड़कें, पहाड़ियों के ऊपर के बगीचे और टॉय ट्रेन आपको एक आकर्षक अनुभव प्रदान करते हैं। अधिकांश मार्गों पर बड़े पैमाने पर चाय बागानों को देखा जा सकता है। यहाँ के प्राकृतिक दृश्य अत्यंत सुंदर हैं, जो एक चित्रकारी की तरह प्रतीत होते हैं।
कैसे पहुँचें: ऊटी का निकटतम हवाई अड्डा कोयम्बटूर हवाई अड्डा है और यह शहर रेल मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है तथा यहाँ आने के लिए बस और टैक्सी की सुविधा भी उपलब्ध है।
दूरी: 274 किलोमीटर।
यात्रा करने योग्य स्थान: ऊटी लेक, बॉटेनिकल गार्डन, नीलगिरि पर्वत श्रृंखला, ऊटी रोज गार्डन, कलहटी के झरने और टाइगर हिल आदि।
मनोरंजक गतिविधियाँ: हैंड ग्लाइडिंग, ट्रेकिंग, माउंटेन बाइकिंग और ट्वाय ट्रेन राइड।
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: आमतौर पर सर्दियों में यहाँ बर्फीला शांत वातावरण रहता है। इसलिए फरवरी और दिसंबर के बीच इस स्थान पर आने का बेहतर समय माना जाता है।
नंदी हिल्स – पहाड़ियों पर स्वर्गीय दृश्य
नंदी हिल्स को स्वर्गीय दृश्य के समान प्रतीत होने वाली पहाड़ी के रूप में जाना जाता है। बेंगलुरु के निकट छोटी-छोटी पहाड़ियाँ हैं, जो एक बेहतरीन ट्रेकिंग गंतव्य का काम करती है। यह बैंगलुरु के सबसे प्रसिद्ध गंतव्य में से एक है, योगीनंदीश्वरा मंदिर जहाँ मंदिर के दरवाजे पर नंदी (बैल) की एक शानदार प्रतिमा स्थापित है, के कारण इस स्थान नाम नंदी रखा गया है। यदि आप प्रकृति प्रेमी और प्रकृति उत्साही हैं, तो आप इस जगह पर जाकर आनंदित हो जाएंगे। आप यहाँ ओस से भीगी हुई पहाड़ियों, विदेशी वनस्पतियों और विभिन्न जीवों को देख सकते हैं।
कैसे पहुँचे: यह स्थान रेल मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। बैंगलोर से यहाँ आने के लिए सीधे बसें उपलब्ध हैं। यहाँ का निकटतम हवाई अड्डा बंगलौर हवाई अड्डा है।
दूरी: 62 किलोमीटर।
यात्रा करने योग्य स्थान: टिपू ड्रॉप, टीपू का ग्रीष्मकालीन निवास, अमृत सरोवर और नंदी मंदिर आदि।
मनोरंजक गतिविधियाँ: पैराग्लाइडिंग, साइक्लिंग, बाइकिंग और ट्रेकिंग।
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: आप किसी भी मौसम में इस स्थान का दौरा कर सकते हैं।
मैसूर- महलों का शहर
मैसूर एक समृद्ध विरासत और शाही इतिहास से परिपूर्ण शहर है। यह कर्नाटक का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। यह शहर कला और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। पिछले कुछ वर्षों में मैसूर एक आगामी आईटी हब के रूप में विकसित हुआ है। इस खूबसूरत शहर में कई उद्यान, गैलरी, मंदिर और किले हैं, जो शहर के आकर्षण को बढ़ाने कार्य करते हैं। मैसूर का पूरे वर्ष भर मौसम असामान्य रहता है, जिसके कारण भीड़-भाड़ वाले बाजारों और चिड़ियाघर आदि की खोज-बीन करने में आसानी रहती है।
कैसे पहुँचे: बेंगलुरु से मैसूर तक नियमित बस सेवाएं उपलब्ध हैं। इस शहर में हवाई अड्डा भी है, लेकिन वह पूरी तरह से कार्यात्मक नहीं है, परंतु यहाँ आने के लिए बेंगलुरू के केम्पेगौडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का उपयोग किया जा सकता है।
दूरी: 146 किलोमीटर।
यात्रा करने योग्य स्थान: मैसूर पैलेस, सोमनाथपुरा मंदिर, मैसूर चिड़ियाघर, वृंदावन गार्डन, करणजी झील और चामुंडेश्वरी देवी मंदिर आदि।
मनोरंजक गतिविधियाँ: पर्यटन स्थलों का भ्रमण।
यात्रा करने का सर्वोत्तम समय: मैसूर का मौसम कभी भी चरम सीमा पार नहीं करता है। इसलिए किसी भी मौसम में इस स्थान का दौरा किया जा सकता है।
सारांश |
लेख का नाम – बेंगलुरु के पास 5 शीर्ष सप्ताहांत गंतव्य
लेखिका का नाम – आयुषी नामदेव विवरण – इस सप्ताह के अंत में इन खूबसूरत स्थानों की यात्रा की योजना बनाएं और आनंद लें! |
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