सप्ताहांत यात्राएं हमेशा मौज मस्ती करने के लिए होती हैं। और अहमदाबाद के शोर तथा भीड़भाड़ भरे व्यापार केंद्र से देर–सवेर थोड़ा सा समय निकालना अनिवार्य हो जाता है। अहमदाबाद से सप्ताहांत गेटवे के लिए हमारे कुछ शीर्ष सुझाव यहांँ दिए गए हैं।
सूरत
यह व्यापक रूप से देश के कुछ व्यावसायिक शहरों में से एक है जो आज भी अपनी मूल सभ्यता को संजोए हुए है और इस पर बहुत ही कम पश्चिमी संस्कृति का प्रभाव पड़ा है। इस शहर की सबसे पसंदीदा चीज यहाँ का भोजन है, जिसका यह सरलता से पालन करता है। इसके श्रेय के लिए, यहां कुछ अद्वितीय और विशेष व्यंजन हैं जो आपको अन्य स्थानों पर नहीं मिलेंगे। उदाहरण के लिए, कोल्ड कोको, रसवाला खमण ढोकला और भी बहुत कुछ। दिलचस्प बात यह है कि यहां की अपनी खास किस्म की पानी पूरी भी है। वन्यजीवन या औपनिवेशिक इतिहास से मंत्रमुग्ध होने वाले लोगों को खोज करने के लिए यहां बहुत कुछ मिलेगा। कुल मिलाकर यह एक मजेदार, प्रसन्नचित्त कर देने वाला शहर है जो इसे मित्रों और परिवार के साथ जाने के लिए एक सुंदर पिकनिक स्थल बनाता है।
देखने लायक स्थानः हजीरा, डुमस बीच, तिथल बीच, डच गार्डन, सरदार पटेल संग्रहालय, साइंस सेंटर।
कैसे पहुंचें: यह अहमदाबाद से 260 कि.मी की दूरी पर स्थित है। यहाँ आने के लिए ट्रेन और बस मार्ग आसानी से उपलब्ध हैं।
चंपानेर-पावागढ़
चंपानेर और पावागढ़ पहाड़ियां वास्तुकला और प्रकृति प्रेमियों दोनों के लिए सबसे अधिक पसंदीदा स्थान हैं। यदि आप लेबल (मशहूर चुनिंदा स्थान) पसंद करते हैं, तो इस जगह में, चंपानेर-पावागढ़ पुरातात्विक पार्क है जो यूनेस्को द्वारा दुनिया भर में विश्व धरोहर स्थलों में सूचीबद्ध है। यहां हिंदू और इस्लामी संस्कृति दोनों से प्रेरित वास्तुशिल्प चमत्कारों की अधिकता देखने को मिल सकती है। प्रकृति प्रेमियों के लिए, पावागढ़ की पहाड़ियां सच में दिल को खुश करने वाला दृश्य है। इसके अलावा, हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार यह बहुत महत्वपूर्ण भी है। पावागढ़ पहाड़ी को हिमालय का टुकड़ा माना जाता है जो हनुमान जी के द्वारा श्रीलंका की यात्रा के दौरान लाया गया था।
देखने लायक स्थानः कालिका माता मंदिर, जामी मस्जिद, लकुलिश मंदिर, केवड़ा मस्जिद और पावागढ़ का किला और ध्वस्त हिन्दू और जैन मन्दिर।
कैसे पहुंचें: यह अहमदाबाद से 152 किमी की दूरी पर स्थित है। यहां पहुँचने के लिए ट्रेन और बस मार्ग उपलब्ध हैं।
गांधी नगर
इस गुजरात की राजधानी में प्रकृति प्रेमियों, वास्तुकला खोजकर्ताओं और भक्तों के लिए देखने योग्य बहुत कुछ है। इसकी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत शांत वातावरण के साथ सामंजस्यपूर्ण रूप से मिलती है। इसके खूबसूरत मंदिर स्वयं की एक अलग ही कोटि के हैं। उनमें से सबसे प्रमुख अक्षरधाम मंदिर है जो पूरे देश के आगंतुकों को आकर्षित करता है। यहाँ ब्रह्माणी और हनुमानजी मंदिर जैसे कम ज्ञात मंदिर भी एक मनोरंजक यात्रा के लिए दर्शनीय स्थल के रूप में हैं।
देखने लायक स्थानः अक्षरधाम मंदिर, सरिता उद्यान, अडालज की बावड़ी और चिल्ड्रन पार्क।
कैसे पहुँचेः यह अहमदाबाद से सिर्फ 28 किमी की दूरी पर स्थित है। यहां तक पहुंचने का सबसे अच्छा तरीका किराए पर एक टैक्सी लेना होगा। यहां पहुँचने के लिए बसें भी उपलब्ध हैं।
वड़ोदरा
वड़ोदरा एक ऐसी जगह है जहां आपको नवरात्रों के आसपास जाना चाहिए। जिस तरह से वड़ोदरा में नवरात्रों के नौ दिनों को बहुत ही प्रसन्नता और उत्साह से मनाते वैसे पूरे देश में किसी भी स्थान पर नहीं मनाते हैं। इसके अलावा, आप देखेंगे कि शहर अनुकरणीय वास्तुकला के साथ पूरी तरह से अलंकृत है। इस ऐतिहासिक स्थान पर, आपको कुछ सबसे खूबसूरत महल और प्रसिद्ध स्मारक देखने को मिलेंगे।
देखने लायक स्थानः लक्ष्मी विलास महल, सयाजी बाग, सूर्य मंदिर और खंडेराव बाजार
कैसे पहुंचे: वडोदरा, अहमदाबाद से 131 किमी दूर स्थित है। अहमदाबाद और वडोदरा दोनों के बीच बसें लगातार उपलब्ध रहती हैं। आप एक निजी टैक्सी भी किराए पर कर सकते हैं।
उदयपुर
यह शहर उन प्रेमी जोड़ों के लिए एकदम उत्तम है जो प्रेम विलास में अपना सप्ताहांत मनाना चाहते हैं। उदयपुर, जिसे पूर्व का वेनिस और राजस्थान का कश्मीर के नाम से भी जाना जाता है, जो 4 झीलों से घिरा एक उत्कृष्ट प्राकृतिक परिदृश्य है। पिछोला झील के निर्मल वातावरण में नाव की सवारी करना निश्चित रूप से आपके यात्रा कार्यक्रम में शामिल होनी चाहिए। इसके अलावा, इस शहर की मंत्रमुग्ध कर देने वाली वास्तुकला और लुभावने मंदिर इसे और भी अधिक सुन्दर बनाते हैं। इस शहर की सड़कों पर घूमते हुए, आपको जल्द ही पता चलेगा कि इस शहर को इन्हीं समुचित कारणों से मेवाड़ का गहना कहा जाता है।
देखने लायक स्थानः पिछोला झील, सिटी पैलेस, दूध तलाई संगीत बाग, फतेह सागर झील, सज्जन गढ़ पैलेस और सिटी पैलेस
कैसे पहुंचे: यह शहर अहमदाबाद से 260 किमी दूर स्थित है तथा रेल और सड़क मार्गों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
आनंद
यह शहर आपका पूर्णतया ग्रामीण वातावरण के साथ स्वागत करता है। हालांकि, इस शहर में कुछ शहरी वातावरण भी है और यह शहर आपको फिर से युवा अनुभव कराने और आराम से छुट्टियां बिताने के लिए बिल्कुल सही है। इसके अलावा, इस शहर का इतिहास में एक विशेष स्थान है क्योंकि इसी शहर से श्वेत क्रांति की शुरुआत हुई थी। दुनिया की सबसे बड़ी डेयरी कंपनी – अमूल का भ्रमण करते समय आप इस शहर के समृद्ध इतिहास की समीक्षा कर सकते हैं। सबसे ऊपर, स्वामी नारायण मंदिर इस शहर का सबसे प्रसिद्ध आकर्षण है, जो पूरे राज्य से हजारों भक्तों को आकर्षित करता है। इस शहर का आनंददायक और शांत आकर्षण कुछ ऐसा है जिसे आप आसानी से कहीं और नहीं पाएंगे।
देखने लायक स्थानः अमूल चॉकलेट फैक्ट्री, अमूल सहकारी संग्रहालय, स्वामी नारायण मंदिर और फ्लो आर्ट गैलरी।
कैसे पहुंँचे: आनंद अहमदाबाद से सिर्फ 85 कि.मी. दूर है, यहाँ बसों द्वारा पहुंँचना बेहद आसान है।
सारांश | |
लेख का नाम | अहमदाबाद के पास सप्ताहांत गेटवे |
लेखक | हर्षिता शर्मा |
विवरण | सप्ताहांत यात्राएं हमेशा मौज मस्ती करने के लिए होती है। अहमदाबाद से सप्ताहांत गेटवे के लिए हमारे कुछ शीर्ष सुझाव यहां दिए गए हैं। |