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महिला क्रिकेट विश्व कप फाइनल 2017 – भारत बनाम इंग्लैंड

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आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप फाइनल 2017 में भारत का सामाना इंग्लैंड से होना है और भारतीय महिला क्रिकेट टीम के पास इतिहास बनाने का यह एक बड़ा मौका है। 1973 में टूर्नामेंट का आयोजन किया गया था, तब से ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड दोनों टीमों का प्रदर्शन हमेशा प्रभावशाली रहा है। इन दोनों टीमों के अलावा न्यूजीलैंड भी एक ऐसी टीम है जिसने वर्ष 2000 में विश्व कप में ट्रॉफी पर कब्जा किया था। इस साल के संस्करण के लिए, टूर्नामेंट का फाइनल मैच, उद्घाटन मैच की पुनरावृत्ति है। 24 जून को डर्बी में खेले गये मुकाबले में भारत ने इंग्लैंड को 35 रन से हराया था, जो कि भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। यह देखा जाना बाकी है कि क्या भारत फाइनल में फिर इस उपलब्धि को दोहराएगा या नही।

मिताली राज के विचार

मिताली राज ने पहले ही वादा किया है कि इंग्लैंड के लिए यह इतना आसान नहीं होगा। ऑस्ट्रेलियाई टीम को सेमीफाइनल में मात देने के बाद राज और उनकी टीम के हौसले बुलंद हैं। टूर्नामेंट के पहले और बाद में बोर्ड और खिलाड़ियों के बीच सभी अनिश्चितताओं के बावजूद, 6 बार चैंपियन रहा ऑस्ट्रेलिया इस विश्व कप टूर्नामेंट के दावेदारों में से एक था लेकिन भारतीय टीम ने आसानी से इस टीम को सेमीफाइनल में हराकर टूर्नामेंन्ट से बाहर कर दिया। हरमनप्रीत कौर ने टूर्नामेंट में एक शानदार पारी खेली और भारत ने मैदान पर भी इसका समर्थन किया।

हरमनप्रीत कौर का महत्व

कौर ने ताबड़तोड़ 171 रनों की पारी खेलकर ऑस्ट्रेलियाई हमले की कमर तोड़ दी थी. उन्होंने कई लोगों को याद दिला दिया कि इससे पहले 1983 के विश्वकप में भारत के कप्तान के रूप में कपिल देव ने कैसे जिम्बाब्वे के खिलाफ 183 रनों की पारी खेली थी। वह आक्रामक थीं और अब तक अच्छा खेल रही थी। उन्होंने सामान्य महिला क्रिकेट में लंबे समय से होने वाले मिथकों और विचारों को दूर करने और भारतीय महिला क्रिकेट टीम को विशिष्ट स्थान पर ले जाने में एक प्रमुख भूमिका निभाई है। वास्तव में, उनकी आक्रामकता कुछ क्षणों के दौरान स्पष्ट थी, जब उनका व्यक्तिगत स्कोर 98 रन था, तब वह 2 रनों के लिए दौड़ीं, जबकि दीप्ति 2 रन लेने में झिझक रही थीं, लेकिन हरमन के दबाव में उन्हें दौड़ना पड़ा, जिसके बाद हरमनप्रीत कौर दीप्ति पर काफी नाराज हो गईं थीं।

फाइनल के लिए प्रतिक्रिया

भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने फाइनल में पहुँचकर एक बड़ा रिकार्ड बनाया है और इसके साथ ही दर्शकों में भी महिलाओं का मैच देखने की दिलचस्पी पैदा हुई है। आईसीसी (इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल) ने कहा है कि लॉर्ड्स का मैदान फाइनल के लिए पहले ही दर्शकों से भर चुका है। इस साल खेल आयोजन के लिए सबसे ज्यादा दर्शक इस मुकाबले को देखेंगे। 26,000 से अधिक टिकट पहले ही बेचे जा चुके हैं और एमसीसी (मेलबर्न क्रिकेट क्लब) के सदस्यों द्वारा अभी और टिकटों के बेचे जाने की उम्मीद है। इस तरह के खेल के लिए आदर्श माहौल होने की उम्मीद की जा रही है।

महिला क्रिकेट टीम के लिए कैसा रहा टूर्नामेंट?

सामान्य तौर पर, 2017 का टूर्नामेंट महिलाओं के खेल के लिए बहुत अच्छा रहा है। टीम ने लगभग हर एक मैच में कुछ नए या अन्य रिकॉर्ड बनाए हैं। इस तरह के एक अद्भुत समय में फाइनल के लिए उच्च उपस्थिति एक असाधारण विशेषता है। इस घटना को मीडिया द्वारा असाधारण कवरेज भी प्राप्त हुआ है। वास्तव में, यह पहली बार है जब ज्यादातर खेलों को ऑनलाइन स्ट्रीम किया गया है। दुनिया भर के 50 अरब से अधिक लोगों ने इस टूर्नामेंट को समुचित रूप से ऑनलाईन देखा है।

Categories: Cricket
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