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नवीन पटनायक की जीवनी

नवीन पटनायक के बारे में

नवीन पटनायक मार्च 2000 के बाद से ओडिशा (उड़ीसा) के मुख्यमंत्री रहे हैं। 21 मई 2009 को उन्हें लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ दिलाई गई। यह उड़ीसा में स्थित एक क्षेत्रीय पार्टी बीजू जनता दल के संस्थापक और अध्यक्ष हैं। 1996 में, अपने पिता बीजू पटनायक के निधन के बाद, यह स्पष्टवादी लेखक भारत लौट आए और राजनीति में शामिल हो गये। वह 2009 में गंजम जिले के हिंजिल निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए थे।

पृष्ठभूमि

पटनायक का जन्म 16 अक्टूबर 1946 को कटक, ओडिशा (उड़ीसा) में हुआ था। इनके पिता बीजू पटनायक एक राजनीतिज्ञ और जनता दल के नेता थे। इन्होंने देहरादून के वेलहम बॉयज स्कूल और दून स्कूल से शिक्षा प्राप्त की। इन्होंने दिल्ली के महाविद्यालय सेंट स्टीफंस कॉलेज से स्नातक की उपाधि प्राप्त की।

इन्होंने तीन पुस्तकें लिखी हैं- ‘’ए सेकेंड पैराडाइस’’ ‘’ए डेजर्ट किंगडम’’ और ‘’द गार्डन ऑफ लाइफ’। पटनायक इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (आईएनटीएसीएच) के संस्थापक सदस्य भी हैं। नवीन पटनायक की बहन गीता मेहता ने लेखक अजय सिंह ‘सोनी’ मेहता से शादी की हैं, जो इस समय न्यूयॉर्क में अल्फ्रेड ए. नॉपफ के एडिटर- इन-चीफ हैं। नवीन पटनायक अविवाहित हैं।

राजनीतिक कैरियर

नवीन पटनायक वर्ष 1996 में अपने पिता की मृत्यु के बाद से राजनीति में शामिल हो गए थे। वर्ष 1996 में नवीन पटनायक को जनता दल के उम्मीदवार के रूप में असम विधानसभा क्षेत्र से उप-चुनाव में 11वीं लोकसभा के लिए चुना गया। जबकि लोकसभा में रहते हुए, नवीन पटनायक स्पात और खान मंत्रालय की सलाहकार समिति और वाणिज्य संबंधी स्थायी समिति के सदस्य भी थे।

वर्ष 1997 में, नवीन पटनायक ने जनता दल के विभाजन और बीजू जनता दल का गठन किया। वर्ष 2000 में, उड़ीसा में भाजपा के साथ गठबंधन करके विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की। भाजपा की अगुवाई वाली एनडीए सरकार में खान मंत्री के रूप में कार्य कर रहे नवीन पटनायक ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया और उड़ीसा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

पटनायक ने 2004 में मुख्यमंत्री के रूप में भाजपा के साथ गठबंधन में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद, पुनः मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। हालांकि, 2007 में कंधमाल जिले में हुई सांप्रदायिक हिंसा में भारतीय जनता पार्टी के साथ उनके रिश्ते में खटास आ गई थी।

वर्ष 2009 में, बीजेडी एनडीए के गठबंधन से बाहर चली गयी और राज्य विधानसभा चुनाव से पहले वामपंथी दलों के साथ गठबंधन किया। बीजेडी ने दोनों लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा चुनावों में भी जीत हासिल की। बीजेडी ने 21 लोकसभा सीटों में से 14 और 147 विधानसभा सीटों में से 103 सीटों पर जीत हासिल की।

नवीन पटनायक को 21 मई 2009 में लगातार तीसरी बार ओडिशा (उड़ीसा) के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई थी।

नवीन पटनायक ने 2014 में लोकसभा और उड़ीसा (ओडिशा) विधानसभा चुनावों में फिर से एक बड़ी जीत हासिल की। नवीन पटनायक की पार्टी ने 147 उड़ीसा (ओडिशा) विधानसभा सीटों में से 117 और राज्य की 21 लोकसभा सीटों में से 20 सीटों पर जीत हासिल की थी। नवीन पटनायक एक स्पष्ट राजनीतिज्ञ और अपने राज्य के लोगों के बीच एक लोकप्रिय नेता के रूप में जाने जाते हैं।

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