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चिड़िया घर – दिल्ली का राष्ट्रीय प्राणी उद्यान

June 27, 2017


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राष्ट्रीय प्राणी उद्यान, दिल्ली – चिड़ियाघर में पाए गए हिरण की एक झलक

स्थान: प्रगति मैदान के पास, मथुरा रोड, नई दिल्ली

बचपन के समय वाली अत्यधिक मनोहर “चिडिया-घर” की यात्रा को कोई कैसे भूल सकता है? यह एक अखंडनीय तथ्य है कि चिड़ियाघर जिन बच्चों को जानवरों से प्यार है उनका और बड़ो का हर किसी का पसंदीदा स्थान है। लगभग हर दिल्लीवासी ने अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार राष्ट्रीय प्राणी उद्यान या “चिड़ियाघर” का दौरा किया है। यह चिड़ियाघर शहर के सबसे दिलचस्प पिकनिक स्थलों में से एक है और इस चिड़ियाघर का साल भर में किसी भी समय दौरा किया जा सकता है।

दिल्ली का चिड़ियाघर

वर्ष 1959 में स्थापित, राष्ट्रीय प्राणी उद्यान 176 एकड़ जमीन में विस्तारित है। भारतीय बोर्ड ऑफ वाइल्डलाइफ ने लोगों के लिए मनोरंजन की आवश्यकता महसूस करने के बाद इस चिड़ियाघर का निर्माण राजधानी दिल्ली में करवाया था। भारत सरकार के माननीय मंत्री श्री पंजाब राव ने औपचारिक रूप से इस पार्क का उद्घाटन किया था और शुरू में इसे दिल्ली चिड़ियाघर कहा जाता था। 1982 में इस पार्क को राष्ट्रीय स्तर का दर्जा दिया गया था और जिसके परिणाम स्वरूप इसे राष्ट्रीय प्राणी उद्यान के रूप में जाना जाने लगा। राज्य सरकारों और कई अभिव्यक्तयों ने पार्क में उपहार के रूप जानवरों को भेजकर अपनी खुशी व्यक्त की।

यह चिड़ियाघर अब दुनियाभर के करीब 1,350 पशुओं और 130 पक्षियों की प्रजातियों को आश्रय प्रदान करता है। इस पार्क में भारत के अलावा अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका जैसे देशों के सरीसृप, स्तनधारी और पक्षी शामिल हैं। इस पार्क में एक हरा द्वीप और एक 16 वीं सदी का किला भी है। राष्ट्रीय प्राणी उद्यान पशु प्रेमियों के लिए एक स्वर्ग जैसा स्थान है। पार्क के चारों ओर टहलते हुए गिलहरियों को पेड़ों के ऊपर और नीचे उछलते कूदते हुए और रोब के साथ सफेद बाघों की गर्जना, पेड़ों के पीछे काले हिरन, गेंडों की पीठ पर बैठे हुए पक्षियों और कई तरह की मनोरंजक गतिविधियों को देखा जा सकता है।

राष्ट्रीय प्राणी उद्यान दिल्ली में सबसे दिलचस्प पर्यटन स्थलों में से एक है। इस पार्क में स्कूल के बच्चे और परिवारों के समूह अक्सर पिकनिक के लिए आते-जाते देखे जाते हैं। चिड़ियाघर में आगंतुकों के लिए पुस्तकालय और जलपान गृह भी है। यदि आप चिड़ियाघर में पैदल नहीं घूमना चाहते हैं, तो चिड़ियाघर में घूमने के लिए मोबाइल वैन भी प्रदान की जाती हैं। कियॉस्क पर शीघ्र नाश्ता भी उपलब्ध है और हर 20 मीटर के दायरे में पेयजल भी उपलब्ध है। चिड़ियाघर की यात्रा के बिना दिल्ली की यात्रा कभी भी पूरी नहीं हो सकती है और दिल्लीवासी इस के साक्ष्य हो सकते है!

दिल्ली चिड़ियाघर पता:

मथुरा रोड, सुंदर नगर, नई दिल्ली, दिल्ली – 110003

वेबसाइट: www.nzpnewdelhi.gov.in

ईमेल आईडी: nzpnewdelhi@gmail.com

समयः सुबह 9 बजे से शाम 4.30 बजे तक (1 अप्रैल से 15 अक्टूबर तक)

सुबह 9.30 बजे से शाम 4 बजे (16 अक्तूबर से 31 मार्च तक)

शुक्रवार को बंद

दिल्ली चिड़ियाघर का प्रवेश शुल्क:

भारतीयों के लिए: 40 रुपये (वयस्कों का), 20 रुपये (5 से 12 साल के बच्चों का) और 20 रुपये (वरिष्ठ नागरिकों का)

विदेशियों के लिए: 200 रुपये (वयस्कों का), 100 रुपये (5 से 12 वर्ष के बच्चों का)

5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों (दोनों भारतीयों और विदेशियों) का प्रवेश शुल्क मुक्त है।

शैक्षिक पर्यटन के छात्रों के लिए कम से कम दर पर रियायती टिकट भी उपलब्ध हैं:

कक्षा 1 से 5 कक्षा वाले छात्रों के लिए – निशुल्क

कक्षा 6 से 8 कक्षा वाले छात्रों का – 10 रुपये

9 वीं कक्षा और उससे ऊपर वाले छात्रों का – 20 रुपए

इनके साथ के कर्मचारियों का – 20 रुपये

तत्काल टिकट 200 रुपये प्रति व्यक्ति के हिसाब से उपलब्ध है।

बैटरी संचालित वाहनों का शुल्क:

61 रुपये प्रति व्यक्ति (वयस्कों का); 31 रुपये प्रति व्यक्ति (बच्चों का)

363 रुपये प्रति यात्रा छोटे से 8 सीटों वाले वाहन का (स्कूल छूट के बिना)

605 रुपये प्रति यात्रा 12 सीटों वाले वाहन का (स्कूल के लिये छूट पर 100 रुपये की ट्रॉली)

726 रुपये प्रति यात्रा 14 सीटों वाले वाहन का (स्कूल के लिये छूट पर 100 रुपये की ट्रॉली)

968 रुपये प्रति यात्रा 20 सीटों वाले वाहन का (स्कूल के लिये छूट पर 100 रुपये की ट्रॉली)

फोटोग्राफी और फिल्मिंग शुल्क:

कैमरे का: 50 रुपये प्रति दिन।

शौकीन व्यक्ति का: 200 रुपये प्रति दिन।

वृत्तचित्र: 2,000 रुपये प्रति दिन।

फीचर फिल्म का: 20,000 रुपये प्रति दिन।

कृपया ध्यान दें कि शारीरिक रूप से विकलांगों के लिए व्हील चेयर मुफ्त उपलब्ध है और सामानघर में सामान को सुरक्षित रखने का शुल्क 1 रुपया लिया जाता है।