संजय दत्त बॉलीवुड के एक मशहूर फिल्म स्टार हैं जिन्होंने कई प्रसिद्ध पुरस्कार प्राप्त किए हैं। संजय दत्त का जन्म 29 जुलाई 1959 को बॉलीवुड के एक समृद्ध परिवार में हुआ था। इनके पिता सुनील दत्त, एक प्रसिद्ध अभिनेता और राजनेता थे और इनकी मां नरगिस एक प्रसिद्ध अभिनेत्री थीं।
फिल्मी दुनिया में और प्रशंसकों द्वारा इन्हें प्यार से ‘संजू बाबा’, लंबू, हल्किंग अभिनेता के रूप जाना जाता है। परदे पर और असल जिन्दगी में भी लोग इनके व्यक्तित्व के प्रति आकर्षित होते है। संजय दत्त के लिए प्रसिद्ध अभिनेता बनने का सफर आसान नही था। संजय दत्त के शुरूआती जीवन में कई दुःखी घटनाएं घटीं, कैंसर के कारण माँ का देहान्त हो जाने से संजय दत्त को गहरा सदमा लगा और युवावस्था में ही इन्होंने ड्रग्स लेना शुरू कर दिया। एक सुपरस्टार का बेटा होने के नाते इनपर काफी दबाव पड़ने लगा और फिर इन्होंने टेक्सास पुर्नवास किया।
इसके बाद भी संजय दत्त की परेशानियों का सिलसिला जारी रहा। इनकी पहली पत्नी रिचा शर्मा की ब्रेन ट्यूमर से मौत हो गई तथा संजय दत्त अपनी बेटी त्रिशला की कानूनी हिरासत की लड़ाई हार गए और इनकी दूसरी पत्नी रिया पिल्लई से तलाक हो गया इस प्रकार इनके परिवार को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। मुंबई में 1993 में टाडा बम विस्फोट मामले में इनकी कथित भागीदारी और अवैध हथियार रखने के आरोप में संजय दत्त को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया, जिससे इनको गहरा मानसिक आघात हुआ।
हालांकि, संजय के ‘नेवर गिव इन’ आदर्श ने इनके लिए एक शानदार वापसी का मंच बनाया, जिससे इनकी बॉक्स ऑफिस पर कई हिट फिल्मों को देखा जा सकता है।
संजय दत्त ने हिट फिल्म रॉकी (1991) से अपनी बॉलीवुड की शुरुआत की, लेकिन सुभाष घई की फिल्म खलनायक (1993) में एक खलनायक की भूमिका में इन्हें बड़ी सफलता मिली। अपने अभिनय करियर का तेजी से निर्माण करते हुए संजय की परिपक्वता और इनकी बहुमुखी प्रतिभा को विभिन्न भूमिकाओं के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। एक्शन, कॉमेडी और रोमांटिक फिल्मों में इन्होंने जमकर प्रशंसा प्राप्त की। अपनी परिवारिक और बाहरी कठिनाइयों के बावजूद संजय दत्त हमेशा बॉक्स ऑफिस पर अपना धमाल मचाते रहे, उन फिल्मों में कुछ यहाँ पर हैं-
- विधाता (1982)
- नाम (1986)
- सड़क(1991)
- वास्तव (1999)
- मिशन कश्मीर (2000)
- कांटे (2002)
- मुन्नाभाई एम.बी.बी.एस (2003)
- मुसाफिर (2004)
- जिंदा (2005)
- लगे रहो मुन्नाभाई (2006)
- एकलव्य: द रॉयल गार्ड (2007)
- नेहले पे देहला (2007)
संजय दत्त की आगामी फिल्मों में मुन्ना भाई चाले अमरीका, मेरा भारत महान, शूटआउट एट लोखंडवाला और दस कहानियां शामिल हैं।
इंडिया टुडे के बीच – सबसे प्रभावशाली बॉलीवुड हस्तियों की शीर्ष दस सूची में संजय दत्त को फिल्म उद्योग में इनके शानदार अभिनय और समर्पण के लिए कई पुरस्कार और नामांकन प्राप्त हुए हैं। इनमें से कुछ पुरस्कार हैं:
- फिल्मफेयर पुरस्कार – फिल्म वास्तवः द रियलिटी में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए (2000)
- अंतर्राष्ट्रीय भारतीय फिल्म अकादमी पुरस्कार – फिल्म वास्तवः द रियलिटी में कलात्मक उत्कृष्टता अभिनेता का पुरस्कार (2001)
- स्टार स्क्रीन अवॉर्ड्स – मिशन कश्मीर के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता (2001)
- फिल्मफेयर पुरस्कार – मुन्नाभाई एम.बी.बी.एस (2004) के लिए सर्वश्रेष्ठ कॉमेडियन पुरस्कार
- मुन्नाभाई एम.बी.बी.एस (2004) के लिए स्टारडस्ट स्टार ऑफ द इयर पुरस्कार
- ग्लोबल इंडियन फिल्म पुरस्कार- क्रिटिक्स चॉइस पुरस्कार – लगे रहो मुन्ना भाई (2006) के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष) पुरस्कार।
- लगे रहो मुन्नाभाई (2007) के लिए स्टारडस्ट स्टार ऑफ द इयर पुरस्कार
- ज़ी सिने पुरस्कार – लगे रहो मुन्नाभाई (2007) के लिए क्रिटिक्स पुरस्कार