वीरेंद्र सहवाग भारतीय क्रिकेट टीम के एक प्रसिद्ध खिलाड़ी हैं, जो 1999 से भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहे हैं। वीरेंद्र सहवाग का जन्म 20 अक्टूबर 1978, को दिल्ली में हुआ था, उनके सभी क्रिकेटर साथी और प्रशंसक उन्हें प्यार से ‘वीरू’ कहते हैं। सहवाग, किशन सहवाग और कृष्णा सहवाग के पुत्र है, वे एक संयुक्त परिवार में पैदा हुए थे। उन्होंने अपनी शिक्षा अरोड़ा विद्या विद्यालय से प्राप्त की थी, लेकिन बचपन से ही उनकी रुचि क्रिकेट में थी, जिसके लिए उन्होनें कई वर्षों तक घरेलू स्तर पर क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया और जिसके फलस्वरुप वे एक भारतीय क्रिकेट स्टार बन गये।

खासतौर पर वीरेंद्र सहवाग प्रतिभाशाली और साहसी दाएं हाथ के बल्लेबाज हैं, जो बेहतरीन योग्यता के साथ साथ समय का शानदार प्रयोग करते हुए किसी भी तनावपूर्ण स्थिति में या किसी भी प्रतिद्वंदी के खिलाफ शांत स्वभाव के साथ मैदान पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं। सहवाग के आदर्श सचिन तेंदुलकर हैं, जिनकी तरह वीरेन्द्र भी स्ट्रैट ड्राइव, बैक फूट पंच और कूल्हों के प्रयोग में मास्टर हैं। सहवाग एक प्रभावी दाएं हाथ के ऑफ स्पिन गेंदबाज और एक चुस्त स्लिप फील्डर भी है।

भारत के एक पूर्व बल्लेबाज होने के साथ ही सहवाग ने अक्टूबर 2005 में, कप्तान राहुल द्रविड़ के साथ भारतीय क्रिकेट टीम के उप-कप्तान की भूमिका भी निभाई है। अपने शानदार शतकों के लिए प्रसिद्ध प्रदर्शनकर्ता सहवाग ने, कई मौकों पर अपने देश के लिए आक्रामक पारीयाँ खेली हैं, इसलिए कभी-कभी किसी मैंच में उनका खराब प्रदर्शन होने के बावजूद भी, उन्हें जनवरी 2007 में, एक दिवसीय क्रिकेट टीम में शामिल कर लिया गया था। कुछ समय पहले एक कुख्यात मुद्दे पर अत्यधिक आग्रह के आधार पर इंटरनेशनल क्रिकेट कॉन्फ्रेंस (आईसीसी) के रेफरी माइक डेनिस द्वारा उन्हें एक मैच के लिए प्रतिबंधित किया गया था। इसके बावजूद भी, सहवाग के शांत स्वभाव और आक्रामक बल्लेबाजी ने उनके आलोचकों और प्रशंसकों दोनों में भय और आनंद पैदा किया है।

वीरेंद्र सहवाग, भारत की प्रमुख टीमों जैसे, एसीसी एशियाई इलेवन, दिल्ली, आईसीसी वर्ल्ड इलेवन, लीसेस्टरशायर और राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के ग्यारहवें अध्यक्ष के रुप में प्रतिनिधित्व करते हैं।

वीरेंद्र सहवाग टेस्ट मैच के शानदार खिलाड़ी है, इन्होनें 2001 में, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ “ब्लूमफ़ोनटेन” में अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। सहवाग ने अब तक 52 टेस्ट मैचों में 49.46 की औसत से 12 शतक सहित 4,155 रन बनाए हैं। 2004 में, सहवाग ने मुल्तान में पाकिस्तान के खिलाफ 309 रन बनाए और भारतीय टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बने। सहवाग ने अपना पहला एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच अप्रैल 1999 में, मोहाली में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था। सहवाग ने 170 एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों की बल्लेबाजी में 31.62 की औसत से 4997 रन बनाए हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनकी सबसे अच्छी गेंदबाजी 3/25 की है। 14 विश्व कप मैच में 463 रन बनाते हुए, उन्होंने बरमूडा की टीम के खिलाफ 114 रनों का स्कोर खड़ा किया था। उनकी विश्व कप में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी बांग्लादेश के खिलाफ 2/17 की रही है।

वीरेंद्र सहवाग ने भारतीय क्रिकेट टीम में अपने शानदार प्रदर्शन के कारण कई पुरस्कार जीते हैं, जिनमें इन्हें भारत सरकार की तरफ से 2002 में, प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार टेस्ट में कई मैन ऑफ द सीरीज़ पुरस्कार, टेस्ट और एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय (ओडीआई) क्रिकेट मैचों में मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड शामिल हैं।

सहवाग द्वारा प्राप्त कई उपलब्धियों में से सर्वाधिक प्रसिद्ध उपलब्धियों ये है:

  • एक भारतीय खिलाड़ी के रुप में सहवाग नें 2001 में, एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय (ओडीआई) क्रिकेट मैच के दौरान न्यूजीलैंड के खिलाफ 69 गेंदों में 100 रन का दूसरा सबसे तेज शतक बनाया।
  • एक भारतीय खिलाड़ी के रुप में, उन्होंने 22 गेंदों में दूसरा सबसे तेज अर्ध शतक बनाया।
  • उनके पाकिस्तान के खिलाफ तीन डबल शतक हैं।
  • वे एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय (ओडीआई) क्रिकेट मैंचों में 8000 रन बना चुके हैं।
  • उन्होंने एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में 200 रन का स्कोर बनाकर, सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड को तोड़ा है।

भारतीय क्रिकेटर सहवाग ने आरती अहलावत से विवाह करके अपने परिवारिक जीवन की शुरुआत की और वे संयुक्त राष्ट्र अंतर्राष्ट्रीय बाल आपात निधि (यूनीसेफ) के लिए दान कार्य भी करते है। वह शाकाहारी भोजनालय के मालिक हैं, जिस भोजनालय का भोजन सहवाग का पसंदीदा है।

 

 

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