रजनीकांत के रूप में प्रसिद्ध, शिवाजी राव गायकवाड़ भारतीय सिनेमा के सबसे प्रभावशाली कलाकार हैं। अपने व्यवहार और बातचीत के ढंग से वह हमेशा सुर्खियों में बने रहते हैं। अभिनय के अलावा, वे एक पटकथा लेखक, फिल्म निर्माता और पार्श्व गायक भी हैं।

इनका मूल निवास स्कथान र्नाटक है और बैंगलोर में मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन के लिए एक बस कंडक्टर के रूप में काम किया। इस अवधि के दौरान,  इन्होंने खास तौर पर अपने अभिनय कौशल को निखारने के लिए विभिन्न स्तरों के नाटकों में प्रदर्शन किया करते थे।

व्यक्तिगत जीवन

रजनीकांत का जन्म 12 दिसंबर 1950 को एक पुलिस कांस्टेबल रामोजी राव गायकवाड़ और गृहिणी रमाबाई के यहाँ हुआ था।  इन्होंने 26 फरवरी 1981 को आंध्र प्रदेश के तिरुपति में लता रंगाचारी के साथ विवाह किया था। अभिनेता रजनीकांत की, ऐश्वर्या रजनीकांत और सौंदर्या रजनीकांत नाम की दो बेटियां हैं उनकी बेटी ऐश्वर्या रजनीकांत का विवाह अभिनेता धनुष से हुआ है, जबकि सौंदर्या का विवाह उद्योगपति अश्विन रामकुमार के साथ हुआ है।

व्यवसाय

इन्होंने वर्ष 1975 में तमिल फिल्म ‘अपूर्व रागंगल’ से अपने अभिनय की शुरुआत की थी। इस फिल्म ने तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीते जिनमें से सर्वश्रेष्ठ तमिल फीचर का पुरस्कार भी शामिल है। रजनीकांत के कैरियर की दूसरी फिल्म 1976 में ‘कथा संगमा’ थी। यह एक प्रयोगात्मक फिल्म थी जो विशेष शैली में बनाई गई थी। तब से ही, राजनीकांत ने अपने कैरियर में कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। रजनीकांत की कुछ अन्य फिल्में जो आज तक याद की जाती हैं जैसे मून्दरू मुदिचू, बालु जेनु, मुल्लुम मालारुम, छिलाकाम्मा चेप्पिनडी, गरजनई भुवना ओरु केल्विककुरी और कई अन्य फिल्में भी शामिल हैं।

वर्ष 1980 तक, ये दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार बन गए थे हालांकि, तमिल, तेलगू, और कन्नड़ फिल्मों के अलावा, रजनीकांत ने कुछ बॉलीवुड और बंगाली फिल्मों में भी अभिनय किया है।

रजनीकांत 66 साल के हो गये हैं लेकिन फिल्म उद्योग में उनका अभी भी उनका वही प्रभाव है जो तीस साल पहले था। इनकी फिल्में न केवल भारत बल्कि विदेशों में भी लोकप्रिय हैं।

पुरस्कार और सम्मान

  • 1984 में, सर्वश्रेष्ठ तमिल अभिनेता के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड
  • छः तमिलनाडु राज्य फिल्म पुरस्कार
  • सिनेमा एक्सप्रेस और फिल्मफेंस एसोसिएशन के लिए ऑन-स्क्रीन प्रदर्शन और ऑफ-स्क्रीन योगदान के लिए लिखित और उत्पादन पुरस्कार
  • 1984 में, कललाईमनी पुरस्कार
  • 1989 में, एम. जी. आर. पुरस्कार
  • 1995 में, कलाईचेल्वम पुरस्कार
  • भारतीय सिनेमा में उत्कृष्टता के लिए शेवेलियर शिवाजी गणेशन पुरस्कार
  • 2000 में, पद्म भूषण पुरस्कार
  • 2014 में, इंडियन फिल्म पर्सनालिटी ऑफ दि इयर का शताब्दी पुरस्कार
    2016 में, पद्म विभूषण, और कई अन्य पुरुस्कार से सम्मानित किया गया था।

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