जेजे वाल्या को कभी-कभी भारतीय फैशन के सम्राट के रूप में जाना जाता है। उन्होंने फ़ैशन की दुनिया में हाथ की कढ़ाई से निर्मित कपड़ों के शानदार संग्रह के साथ वैश्विक बाजार पर कब्जा करके पूरे संसार को अपनी तरफ आकर्षित किया है।
जेजे वाल्या का जन्म 1967 में राजस्थान राज्य के जोधपुर नामक शहर में हुआ था। वह बचपन से ही कला में बहुत रुचि रखते थे, जिसकी वजह से ललित कला के क्षेत्र में उन्हें एक महान सफलता हासिल हुई।
जेजे वाल्या नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टैक्नोलॉजी में भी शामिल हुए।
जेजे वाल्या भारत में एकल फैशन शो की मेजबानी करने वाले पहले डिजाइनर थे। यह सिर्फ शुरुआत थी, इन्हें अपनी परिर्वतनात्मक शैली और अनूठी कृतियों के लिए काफी प्रशंसा मिली। सन् 1991 में उन्होंने ‘जेजे वाल्या’ नाम से एक ट्रेड-मार्क की शुरूआत की।
जेजे वाल्या की वक्तव्य शैली अपने समकालीनों से बहुत पृथक मानी जाती है। जेजे वाल्या का नाम राष्ट्रीय बाजारों के साथ-साथ अब अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी प्रसिद्ध है। जेजे वाल्या अपनी आधुनिक और समकालीन शैलियों के मिश्रित प्रयोग की वजह से, अपने क्षेत्र में एक कुशल नेतृत्वकर्ता साबित हुए हैं। जेजे वाल्या के ट्रेडमार्क को व्यवसायिक रंग, विदेशी शैलियों, उत्कृष्ट आकृति और अत्यंत सुंदर कढ़ाई के लिए जाना जाता है। अपनी रचनाओं में एक कालातीत गुणवत्ता जोड़ना उनका प्रमुख उद्देश्य है।
उनकी दिल्ली में हाउस ऑफ वाल्या नाम से एक फैशन बुटीक है, जो विभिन्न प्रकार के लक्जरी उत्पाद, फर्नीचर, टेपेस्ट्रीज़, चमकीले कपड़े और घर के साज-सामान, हॉउट कॉयचर, जूते और उत्कृष्ट व्यंजनों की उपल्बधता के कारण भारत में अपना पहला स्थान बनाये हुए है।
दुनिया भर में फैशन ग्लिटरटी को लुभाने के बाद, जेजे वाल्या ने फिल्म ‘यादे’ के साथ बॉलीवुड में भी बहुत अधिक प्रभाव बना लिया है।