चिरंजीवी का जन्म 22 अगस्त 1955 को भारत में आंध्र प्रदेश में पश्चिमी गोदावरी के निकट मोगलथुर में हुआ था। इनके बचपन का नाम कोणिदेल शिव शंकर वर प्रसाद है। तेलगू फिल्म उद्योग के सबसे बड़े फिल्म स्टार चिरंजीवी कोणिदेल वेंकट राव और अंजना देवी के पुत्र हैं। चिरंजीवी के चार भाई बहन हैं, जिनमें दो भाई और दो बहन हैं। फिल्म अभिनेता चिरंजीवी का विवाह सुरेखा से हुआ है और इनकी दो प्यारी बेटियाँ सुस्मिता और सिरिजा और एक बेटा राम चरण तेज है।

चिरंजीवी का परिवार अभिनय की दुनिया से संबंधित है। चिरंजीवी के भाई, नागेंद्र बाबू और पवन कल्याण फिल्म उद्योग में काम करते हैं। चिरंजीवी के साले अल्लू अरविंद एक निर्माता और उनके ससुर अल्लू रामालिंगा एक अनुभवी अभिनेता हैं। चिरंजीवी के भतीजे अल्लू अर्जुन तेलगू फिल्मों के अभिनेता हैं।

हालांकि, इस तथ्य में कोई संदेह नहीं है कि फिल्मी सितारों के परिवार से संबंधित होने के बाबजूद भी चिरंजीवी उन सभी में सबसे प्रसिद्ध हैं। अभिनेता चिरंजीवी की अभिनय में हमेशा से रुचि थी। अपने उत्साह को बनाए रखने के लिए और एक अभिनेता के रूप में अपने कुशल अभ्यास करने के लिए, चिरंजीवी ने मद्रास के प्रसिद्ध फिल्म संस्थान में अध्ययन किया। चिरंजीवी ने वर्ष 1978 में फिल्म ‘प्रनाम खारेडू’ में छोटी सी भूमिका से अपने फिल्मी कैरियर की शुरुआत की थी। हालांकि, चिरंजीवी ने इस फिल्म में छोटी सी ही भूमिका निभाई, लेकिन फिर भी दर्शकों द्वारा चिरंजीवी को काफी पसंद किया गया। इसके बाद चिरंजीवी की कुछ फ्लाप फिल्में भी आईं, जिसमें इन्होंने छोटी सी भूमिका ही निभाई थी, लेकिन इस मेगास्टार को जल्द ही सफलता प्राप्त हुई। चिरंजीवी ने ए. कोदंदरामी रेड्डी के निर्देशन में बनी फिल्म खादी (वर्ष 1983) मे काम किया और यह फिल्म इतनी ज्यादा हिट हुई कि चिरंजीवी रातों-रात सुपर स्टार बन गए। इस फिल्म में चिरंजीवी ने अभिनेत्री माधवी के साथ काम किया था। इस फिल्म के बाद चिरंजीवी के बहुत ज्यादा प्रशंसक हो गए थे।

वर्ष 1980 और 1990 के दौरान चिरंजीवी ने एक के बाद एक लगातार ब्लॉक-बस्टर फिल्मों में अभिनय किया। चिरंजीवी ने अपनी रुद्रवीना, चन्ताबाबाई और सुभलेखा जैसी फिल्मों से दर्शकों को आनंदित कर दिया। प्रशंसक इन्हें प्यार से चिरू और मेगा स्टार के नाम से पुकारते हैं। चिरंजीवी की अन्य और भी हिट फिल्में जैसे अभिलाषा, आदवीडोंगा, चैलेंज, गैंग लीडर, मास्टर, कोडमा सिम्हम, इंद्रा और टैगोर हैं।

एक अभिनेता के रूप में चिरंजीवी की प्रतिभा सिर्फ तेलगू फिल्मों तक ही नहीं सीमित है। चिरंजीवी हिंदी फिल्मों में काफी प्रसिद्ध हैं। वर्ष 1990 में रिलीज हुई फिल्म प्रतिबंध में उनकी भूमिका ने उन्हें बॉलीवुड में बेहद लोकप्रिय बना दिया था।

चिरंजीवी की 132 से अधिक फिल्मों के इस श्रेय के साथ तेलगू फिल्मों में सबसे चहीते स्टार के रूप में गिनती की जाती है। काफी ज्याद संख्या में उनके प्रशंसक हैं। इस महान अभिनेता को फिल्म उद्योग में उनके योगदान के लिए कई पुरस्कार दिए गए हैं। जो निम्न प्रकार हैं।

जनवरी 2006 में पद्म भूषण से सम्मानित।

नवंबर, 2006 मे आंध्र विश्वविद्यालय द्वारा मानद डॉक्टरेट से सम्मानित।

सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए सात बार दक्षिणी फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित।

सुपरस्टार होने के अलावा, अभिनेता चिरंजीवी परोपकारी कार्यों के लिए भी काफी प्रसिद्ध हैं। 2 अक्टूबर 1998 को चिरंजीवी ने, चिरंजीवी चैरिटेबल ट्रस्ट (सीसीटी) की स्थापना की, जिसमें चिरंजीवी नामक रक्त और आई बैंक (रक्त दान और नेत्र दान) शामिल हैं। चिरंजीवी चैरिटेबल ट्रस्ट (सीसीटी) के रक्त बैंक ने 80,000 से ज्यादा लोगों की मदद की है और आंध्र प्रदेश की आई बैंक ने करीब 1,000 लोगों की आँखों की रोशनी वापस प्रदान की है।

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