प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट (कार्टूनकार), रासीपुरम कृष्णास्वामी लक्ष्मण (आर. के. लक्ष्मण) अपनी रचना ‘द कॉमन मैन’ के लिए अधिक जाने जाते थे। आर. के. लक्ष्मण का जन्म 24 अक्टूबर 1924 को हुआ था, जिन्हें व्यापक रूप से भारत का सबसे महान कार्टूनिस्ट (कार्टूनकार) माना जाता था।

आर. के. लक्ष्मण सात भाई-बहन थे और इनके पिता एक स्थानीय स्कूल में शिक्षक थे। पंच जैसी प्रसिद्ध पत्रिकाओं में दिखाए जाने वाले कार्टून से प्रोत्साहित होने के बाद, आर. के. लक्ष्मण ने लोगों का ध्यान आकर्षित करने वाली चीजों को चित्रित करना शुरू कर दिया।

आर. के. लक्ष्मण ने मैसूर विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और स्वराज्य और ब्लिट्ज नामक पत्रिकाओं से अपने कैरियर की शुरूआत की। आर. के. लक्ष्मण के बड़े भाई आर.के. नारायण अंग्रेजी भाषा के एक प्रसिद्ध उपन्यासकार थे। आर. के. लक्ष्मण ने अपने बड़े भाई आर. के. नारायण की कहानियों को ‘दि हिंदू’ में चित्रित करके दर्शाया। ‘दि टाइम्स ऑफ इंडिया’ में शामिल होने से पहले इन्होंने ‘दि फ्री प्रेस जर्नल’ के लिए एक राजनीतिक कार्टूनिस्ट के रूप में अपने कार्य की शुरुआत की थी, ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ से वह 50 साल से अधिक समय तक जुड़े रहे। इनकी कार्टून स्ट्रिप्स “यू सैड इट”, जिसमें ‘द कॉमन मैन’ शामिल है, को पंथ का दर्जा प्राप्त हुआ। आर. के. लक्ष्मण ने गट्टू नामक एशियाई पेंट्स समूह के लिए लोकप्रिय शुभंकर बनाया और कई किताबें भी लिखीं।

आर. के. लक्ष्मण को भारत सरकार द्वारा पत्रकारिता, साहित्य और रचनात्मक संचार कला के लिए रमन मैग्सेसे पुरस्कार, पद्म भूषण (1971) और पद्म विभूषण पुरूस्कार (2002) से सम्मानित किया गया। आर. के. लक्ष्मण को वर्ष 2005 में मैसूर विश्वविद्यालय द्वारा डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया था।

आर. के. लक्ष्मण को जून 2010 के बाद से कई बीमारियों से ग्रसित हो गये। मूत्र संक्रमण और छाती से संबंधित समस्याओं के कारण कुछ दिनों के लिए आर. के. लक्ष्मण को पुणे के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसके कारण इनके कई अंगों ने कार्य करना बंद कर दिया था और आखिरकार 26 जनवरी 2015 को 93 वर्ष की आयु में इनका निधन हो गया।

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