नीतीश कुमार ने नवंबर 2005 से मई 2014 तक मुख्यमंत्री के रूप में बिहार की सेवा की। बिहार के 2014 के आम चुनावों में जेडी (यू) के खराब प्रदर्शन के कारण इन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
ये जनता दल (यूनाईटेड) पार्टी से संबंधित हैं और उन्हें बिहार में विकास और बुनियादी ढाँचे में सुधार की शुरुआत करने का श्रेय दिया जाता है, जो देश के सबसे पिछड़े राज्यों में से एक है। स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति, स्वास्थ्य देखभाल और अन्य विकास कार्यों में सड़कों को फिर से जोड़ने एवं राज्य में अपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के कारण बिहार में उनकी लोकप्रियता काफी बढ़ गई।
वर्ष 2007 में, सीएनएन आईबीएन और एचटी स्टेट ऑफ द नेशन पोल ने इनको भारत के सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री के रूप में चुना था। इकोनॉमिक्स टाइम्स ने इनको वर्ष 2009 में ‘बिजनेस रिफॉर्मर ऑफ द ईयर’ का खिताब दिया और फोर्ब्स इंडिया ने वर्ष 2010 में ‘इंडिया पर्सन ऑफ दि इयर’ शीर्षक से सम्मानित किया था।
व्यक्तिगत पृष्ठभूमि
इनका जन्म 1 मार्च 1951 को बिहार के पटना जिले के बख्तियारपुर में हुआ था। जिनके पिता विराज राम लखन सिंह और माता परमेश्वरी देवी थीं। इनके माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है, इन्होंने पटना के बिहार इंजीनियरिंग कॉलेज से डिग्री प्राप्त की ।
नितीश कुमार ने वर्ष 1973 में, मंजू कुमारी, जो पेशे से एक शिक्षक थीं, से शादी की थी। वर्ष 2007 में नितीश कुमार की पत्नी की मृत्यु हो गई। नितीश कुमार का एक बेटा है, जिसका नाम निशांत है।
राजनीतिक व्यवसाय
ये एक समाजवादी राजनीतिक नेता हैं। इनके मार्गदर्शकों के रूप में शीर्ष श्रेणी वाले राजनीतिज्ञ जैसे राम मनोहर लोहिया, जयप्रकाश नारायण, करपुरी ठाकुर, जॉर्ज फर्नांडीस, विश्वनाथ प्रताप सिंह और एसएन सिन्हा शामिल हैं।
इन्होंने शुरुआत में, वर्ष 1974-1977 के दौरान, जयप्रकाश नारायण के नेतृत्व में अभियान में भाग लिया। नितीश कुमार की चुनावी यात्रा पहली बार तब सफल हुई जब उन्हें 1985 में विधायक के रूप में चुना गया। इन्होंने एक निर्दलीय के रूप में चुनाव जीता था।
इनको भारतीय लोक दल की युवा शाखा के युवा लोकदल के अध्यक्ष के रूप में नामित किया गया था। उसके बाद, इनको राज्यसभा में जनता दल के महासचिव के रूप में चुना गया। इन्होंने वर्ष 1989 में 9वीं लोकसभा में प्रवेश किया। इन्होंने वी.पी. सिंह सरकार में केन्द्रीय कृषि राज्यमंत्री का पद ग्रहण किया था। नितीश कुमार ने फिर से 1991 में संसदीय चुनाव जीता। नितीश कुमार को उच्च सदन में उपनेता और जनता दल के महासचिव का पद मिला था।
वर्ष 1989 से 2004 तक उनका संसदीय निर्वाचन क्षेत्र, पटना जिले का एक हिस्सा था।
ये 1998 में रेलवे के केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, 1998-99 में भूतल परिवहन मंत्री और कृषि मंत्री बने। नितीश ने कैबिनेट मंत्री के रूप में, प्रशंसनीय काम किया और रेलवे के बुनियादी ढाँचे को अच्छी तरह से विकसित किया।
नितीश कुमार ने अटल बिहारी बाजपेयी के नेतृत्व में 2001 से मई 2004 तक, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन शासन में रेलवे के केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्य किया। वर्ष 2004 के संसदीय चुनावों में, नितीश ने दो अलग-अलग निर्वाचन क्षेत्रों नालंदा और बराह में शामिल हुए। नितीश नालंदा से जीते लेकिन अपने पारंपरिक गढ़ बराह से हार गये। नितीश को संसदीय क्षेत्र जेडी (यू) के सदन नेता के रूप में चुना गया था।
नितीश ने 24 नवंबर 2005 से 17 मई 2014 तक मुख्यमंत्री के रूप में बिहार की सेवा की।
बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में
नितीश तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री बनें और इनका विवरण नीचे दिया गया हैं:
पहली बार – 3 मार्च 2000 से 10 मार्च 2000 तक
दूसरी बार – 24 नवंबर 2005 से 24 नवंबर 2010 तक
तीसरी बार – 26 नवंबर 2010 से मई 2014 तक
नितीश कुमार द्वारा प्राप्त पुरस्कार और स्वीकृतियां
- 2013 में, नागपुर के मानव मंदिर द्वारा जेपी मेमोरियल पुरस्कार।
- 2012 में, फॉरेन पॉलिसी मैगजीन द्वारा शीर्ष 100 वैश्विक विचारकों की सूची में 77वां स्थान दिया गया।
- 2011 में औद्योगिक और सामाजिक शांति के लिए एक्सएलआरआई, जमशेदपुर द्वारा “सर जहांगीर गांधी मेडल”
- 2010 में, फोर्ब्स द्वारा “इंडिया पर्सन ऑफ दि इयर” पुरस्कार
- 2010 में, राजनीति के क्षेत्र में वर्ष का सर्वश्रेष्ठ एनडीटीवी भारतीय पुरस्कार
- 2009 में राजनीति के क्षेत्र में वर्ष का सर्वश्रेष्ठ एनडीटीवी भारतीय पुरस्कार
- 2010 में राजनीति के क्षेत्र में सीएनएन-आईबीएन द्वारा “इंडियन ऑफ दि इयर अवार्ड”
- 2009 में, रोटरी इंटरनेशनल द्वारा ‘पोलियो उन्मूलन चैम्पियनशिप अवार्ड’
- इकोनॉमिक टाइम्स द्वारा वर्ष 2009 में ‘बिजनेस रिफॉर्मर ऑफ द ईयर’
- हिंदुस्तान टाइम्स स्टेट ऑफ द नेशन पोल के मूल्यांकन के अनुसार, 2007 में सीएनएन-आईबीएन द्वारा सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री का पुरुस्कार।
- 2008 में सीएनएन-आईबीएन द्वारा ‘ग्रेट इंडियन ऑफ दि इयर’
नितीश कुमार द्वारा आयोजित पद
- इन्होंने वर्ष 1977 में जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में पहली बार विधानसभा चुनाव में भाग लिया।
- इन्होंने 1985 से 1989 तक राज्य विधानसभा में सदस्य के रूप में कार्य किया और यह बिहार विधानसभा में उनका पहला कार्यकाल था।
- ये 1986 से 1987 तक राज्य विधानसभा की याचिका समिति के सदस्य थे।
- ये वर्ष 1987 से 1988 तक राज्य में युवा लोकदल के अध्यक्ष थे।
- ये 1987-89 तक राज्यसभा में सार्वजनिक उपक्रम समिति के सदस्य थे।
- 1989 में ये राज्य में जनता दल के महासचिव बने।
- वह 1989 में 9वीं लोकसभा चुनाव में संसद सदस्य बने और संसद में उनका यह पहला कार्यकाल था।
- ये 1989 से 1990 तक हाउस कमेटी के सदस्य रहे। हालांकि, बाद में इन्होंने इस पद को छोड़ दिया था।
- नितीश कुमार कृषि और सहकारिता राज्य मंत्री बने और अप्रैल 1990 से नवंबर 1990 तक काम किया।
- इन्होंने वर्ष 1991 में, आम चुनाव जीता और लोकसभा में इनका यह दूसरा कार्यकाल था।
- इन्होंने वर्ष 1991 से 1993 तक जनता दल के महासचिव के रूप में कार्य किया।
- इनको लोकसभा में जनता दल के उपनेता के रूप में चुना गया था।
- नितीश कुमार वर्ष 1991 से मई 1996 तक रेलवे सम्मेलन समिति के सदस्य थे।
- नितीश कुमार को अप्रैल 1993 से मई 1996 तक कृषि समिति अध्यक्ष के रूप में नामित किया गया था।
- 1996 में उन्होंने संसदीय चुनाव जीता और 11वीं लोकसभा के सदस्य बने थे।
- नितीश कुमार लोकसभा में मूल्यांकन समिति के सदस्य थे।
- नितीश कुमार ने सामान्य प्रयोजन समिति सदस्य के रूप में भी योगदान दिया।
- नितीश कुमार ने संसद में अपने तीसरे कार्यकाल के दौरान संविधान में संयुक्त समिति के सदस्य के रूप में कार्य किया।
- नितीश कुमार 1996 से 1998 तक रक्षा समिति के सदस्य थे।
- नितीश कुमार ने 1998 में संसदीय चुनाव लड़ा और निर्वाचित हुए। यह उनका संसद में चौथा चुनाव था।
- नीतीश कुमार को मार्च 1998 से अगस्त 1999 तक रेलवे के केंद्रीय कैबिनेट मंत्री की जिम्मेदारी दी गई थी।
- नितीश कुमार ने अप्रैल 1998 से अगस्त 1999 तक भूतल परिवहन (अतिरिक्त भार) के लिए केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में भी कार्य किया।
- नितीश कुमार 1999 में, सामान्य चुनाव लड़ा और एक बार में ही जीत हासिल की। यह उनकी संसद में पांचवी जीत थी।
- नितीश कुमार ने अक्टूबर 1999 से नवंबर 1999 तक भूतल परिवहन के केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्य किया।
- नितीश कुमार को नवंबर 1999 से मार्च 2000 तक केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के साथ कृषि मंत्री की भी जिम्मेदारी दी गई थी।
- नितीश कुमार ने वर्ष 2000 में, केवल सात दिन तक, बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया।
- नितीश कुमार ने मई 2000 से मार्च 2001 तक केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में कृषि मंत्री पद पर कार्य किया।
- नितीश कुमार ने मार्च 2001 से जुलाई 2001 तक रेल के अतिरिक्त प्रभार के साथ केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्य किया।
- नितीश कुमार ने जुलाई 2001 से मई 2004 तक रेलवे के केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में अपना कार्यकाल जारी रखा।
- नितीश कुमार ने 2004 के संसदीय चुनावों में चुनाव लड़ा और छठी बार संसद सदस्य बनने में सफल रहे।
- नितीश कुमार ने 14वीं लोकसभा में कोयला और इस्पात समिति के सदस्य के रूप में कार्य किया।
- नितीश कुमार सामान्य प्रयोजन समिति के सदस्य भी थे।
- नितीश कुमार को विशेषाधिकार समिति के सदस्य के रूप में नामित किया गया था।
- नितीश कुमार संसद में जनता दल (संयुक्त) में सदन नेता के रूप में चुने गए थे।
- नितीश कुमार ने नवंबर 2005 से नवंबर 2010 तक बिहार में मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया।
- नितीश कुमार नवंबर 2010 से मई 2014 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहे।