उमर अब्दुल्ला 5 जनवरी 2009 को उत्तरी राज्य जम्मू कश्मीर के ग्यारहवें और सबसे युवा मुख्यमंत्री के पद पर नियुक्त हुए है। नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी के अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कांग्रेस पार्टी के साथ मिलकर गठबंधन सरकार की स्थापना की। उमर अब्दुल्ला कश्मीर के एक प्रमुख राजनीतिक परिवार से संबंधित हैं और वर्ष 2001 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की एनडीए सरकार में विदेश मामलों के लिए केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में उन्होंने कार्य किया है। उमर अब्दुल्ला कश्मीर के श्रीनगर निर्वाचन क्षेत्र से 14वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए।

इनके बारे में

उमर अब्दुल्ला का जन्म 10 मार्च 1970 को हुआ और वह अब्दुल्ला परिवार के वंशज हैं। उमर अबदुल्ला के दादा शेख अब्दुल्ला ने वर्ष 1932 में कश्मीर की पहली राजनीतिक पार्टी मुस्लिम सम्मेलन का गठन किया था। बाद में इस पार्टी को नेशनल कांफ्रेंस का नाम दिया गया था। उमर अब्दुल्ला के दादा शेख अब्दुल्ला और पिता फारूक अब्दुल्ला दोनों कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उमर अब्दुल्ला की माँ मोली एक ब्रिटिश महिला हैं और पेशे से एक नर्स हैं। उमर अब्दुल्ला की बहन सारा ने सचिन पायलट के साथ शादी की।

उमर अब्दुल्ला ने श्रीनगर के बर्न हॉल स्कूल और लॉरेंस स्कूल सनवर से अध्ययन किया। इसके बाद में उमर अबदुल्ला ने मुंबई के सिडेनहैम कॉलेज से स्नातक किया और फिर यूके के स्ट्रैथक्लाइड विश्वविद्यालय से एमबीए करने के लिए चले गए। उमर अबदुल्ला ने मुंबई में आईटीसी के साथ कुछ समय तक ही काम किया। उमर अब्दुल्ला ने पायलनाथ के साथ शादी की और उनके दो बेटे- जाहिर और जामिर हैं।

राजनीतिक करियर

उमर अब्दुल्ला ने अपने परिवार के नक्शेकदम पर चलने का फैसला किया और वर्ष 1998 में यह राजनीति में शामिल हो गए, उमर अब्दुल्ला को जब 12वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित किया गया था, तब इन्हें परिवहन और पर्यटन के लिए लोकसभा समिति का सदस्य बनाया गया था। उमर अब्दुल्ला पर्यटन सलाहकार समिति के सदस्य भी थे।

वर्ष 1999 में उमर अब्दुल्ला को 13वीं लोकसभा के लिए फिर से चुना गया और 13 अक्टूबर को उमर अब्दुल्ला ने वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की थी।

वर्ष 2001 में, भाजपा की अगुवाई वाली सरकार के राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन के हिस्से के रूप में उमर अब्दुल्ला को विदेशी मामलों के लिए केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया गया था। कुछ महीनों के बाद ही उमर अब्दुल्ला ने इस पद से इस्तीफा दे दिया क्योंकि वह पार्टी के काम पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहते थे। उमर अब्दुल्ला विदेशी मामलों के लिए सबसे कम उम्र के केंद्रीय मंत्री के रूप में जाने जाते हैं।

वर्ष 2002 में उमर अब्दुल्ला ने राष्ट्रीय सम्मेलन (नेशनल कान्फ्रेंस) के अध्यक्ष के रूप में अपने पिता फारूक अब्दुल्ला की जगह ले ली। वर्ष 2002 में उमर अब्दुल्ला गंदेरबल से विधानसभा चुनाव हार गए थे, लेकिन वर्ष 2006 में पार्टी के अध्यक्ष के रूप में उन्हें फिर से चुना गया था। वर्ष 2008 में, उमर अब्दुल्ला ने गंदेरबल से राज्य विधानसभा चुनाव जीता और उनकी पार्टी राष्ट्रीय सम्मेलन (नेशनल कांफ्रेंस) ने सीटों की अधिकतम संख्या से जीत हासिल की और कांग्रेस पार्टी के साथ एक गठबंधन सरकार का गठन किया।

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