पवन कुमार चामलिंग लगातार चार बार सिक्किम के मुख्यमंत्री रहे हैं। वर्ष 2009 में पवन कुमार चामलिंग दमथांग/पोक्लोक कामरंग निर्वाचन क्षेत्र से चौथी बार निर्वाचित हुए थे।

एक पार्टी जिसकी पवन कुमार चामलिंग ने वर्ष 1993 में स्थापना की थी, वह सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट से संबंधित है।

पवन कुमार चामलिंग को गरीब ग्रामीणों के कल्याण के लिए मुख्यमंत्री के रूप में प्रतिबद्ध किया गया। अपने लोकप्रिय प्रयासों के अलावा, पवन कुमार चामलिंग ने परिवार नियोजन को प्रोत्साहित किया और महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत नौकरियाँ आरक्षित की और कॉलेज स्तर तक राज्य में नि: शुल्क शिक्षा प्रदान की।

पवन कुमार चामलिंग ने युवाओं की गरीबी और बेरोजगारी से निपटने के लिए लिए प्रसिद्ध स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ कैपसिबिलिटी बिल्डिंग (एसआईसीबी) और युवा सशक्तिकरण योजना पर विचार किया है।

पृष्ठभूमि

22 सितंबर 1950 को दक्षिण सिक्किम के यांगांग में श्री आश बहादुर और श्रीमती आशा रानी चामलिंग के यहाँ जन्में, पवन कुमार चामलिंग मैट्रिक पास और काफी हद तक स्वयं-शिक्षित हैं। पवन कुमार चामलिंग ने मणिपाल विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्राप्त की है। पवन कुमार एक प्रसिद्ध कवि भी हैं और उन्हें उनके कार्यों और राज्य के नेतृत्व के लिए कई पुरस्कार भी प्रदान किए गए हैं। राष्ट्रीय एकीकरण के लिए भारत शिरोमणि, सामाजिक कार्य के लिए मानव सेवा  पुरुस्कार और कविताओं के लिए भानू पुरुस्कार के अलावा, उन्हें भारत में सिक्किम को हरित राज्य बनाने के प्रयास के लिए विज्ञान और पर्यावरण केंद्र द्वारा भी सम्मानित किया गया है। सिक्किम ने खेतों में प्रयोग किए जाने वाले सभी रसायनों और उर्वरकों पर प्रतिबंध लगा दिया है।

पवन कुमार चामलिंग ने वर्ष 1977 में एक साहित्यिक पत्रिका निर्मन का संपादन और प्रकाशन किया। पवन कुमार चामलिंग सिक्किम के विकलांग व्यक्तियों के कल्याण मिशन के अध्यक्ष भी हैं।

पवन कुमार चामलिंग ने माया चामलिंग से शादी की है।

राजनीतिक कैरियर

पवन कुमार चामलिंग ने एक किसान के रूप में अपने कैरियर की शुरुआत की, और फिर एक कान्ट्रेक्टर (ठेकेदार) बन गए। पवन कुमार चामलिंग वर्ष 1973 में राजनीति में शामिल हुए और यांगांग ग्राम पंचायत के अध्यक्ष चुने गए। बाद में पवन कुमार चामलिंग को वर्ष 1985 में सिक्किम विधानसभा के लिए चुना गया। वह तब सिक्किम में कांग्रेस प्रजातंत्र का एक हिस्सा थे। वर्ष 1989 में पवन कुमार चामलिंग को दमथांग से चौथी विधानसभा के लिए चुना गया और वह सिक्किम संग्राम परिषद के मुख्यमंत्री नार बहादुर भंडारी के राज्य सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल किए गए। पवन कुमार चामलिंग वर्ष 1989 से वर्ष 1992 तक उद्योग, सूचना और जनसंपर्क मंत्री रहे थे।

डॉ. चामलिंग ने 4 मार्च 1993 को सिक्किम डेमोक्रेटिक पार्टी का गठन किया और सर्वसम्मति से वह उसके अध्यक्ष चुने गए। वर्ष 1994 में राज्य विधानसभा के चुनाव में उनकी पार्टी विजयी हुई और डॉ. पवन कुमार चामलिंग को मुख्यमंत्री बनाया गया।

पवन कुमार चामलिंग ने वर्ष 1999 और वर्ष 2004 में फिर से विधानसभा चुनाव जीता और दोनों बार मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया।

पवन कुमार चामलिंग ने वर्ष 2009 में होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करके, लगातार चार बार मुख्यमंत्री का पदभार संभालने में सफल हुए थे।

 

 

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