‘डांस फॉर द लॉर्ड’ ओडिसी नृत्य की परंपरा है। संयुक्ता पाणिग्रही, पौराणिक ओडिसी नर्तकी ने अपने जीवन के माध्यम से इस परंपरा को बनाए रखा। समर्पित नर्तकी संयुक्ता पाणिग्रही ने…

Continue Reading

ओडिसी नृत्य के नेतृत्वकर्ता, गुरु केलूचरण मोहपात्रा का जन्म 8 जनवरी 1926 को उड़ीसा के रघुराजपुर में हुआ था। केलूचरण एक असामयिक (अपनी उम्र से पहले परिपक्व) बच्चे थे, उन्होंने…

Continue Reading

डॉ. के.जे. येसुदास ए.के.ए कट्टास्सेरी जोसेफ येसुदास या वैकल्पिक रूप से जेसुदास एक मलयाली भारतीय शास्त्रीय संगीतकार हैं और भारतीय फिल्मों के एक प्रसिद्ध प्लेबैक गायक हैं। के.जे. येसुदास का…

Continue Reading

पद्मभूषण संगीत कालानिधि डॉ एम. बालामुरलीकृष्ण एक भारतीय कर्नाटक गायक थे। इनका जन्म 6 जुलाई 1930 को आन्ध्र प्रदेश राज्य के पूर्वी गोदावरी जिले में राजोलू तालुक के शंकरगुप्तम में हुआ…

Continue Reading

कथकली भारतीय शास्त्रीय नृत्य-नाटक की शैली से संबंधित है। इसका विकास 17 वीं सदी के दौरान दक्षिण भारतीय राज्य केरल में हुआ था। कथकली शब्द का शाब्दिक अर्थ “कथा-नाटक” है।…

Continue Reading

प्रसिद्ध चित्रकार एम.एफ. हुसैन गुजर चुके हैं। भारत के सबसे प्रसिद्ध आधुनिक चित्रकार एम.एफ. हुसैन का गुरुवार, 8 जून 2011 को लंदन में निधन हो गया। वह 95 वर्ष के…

Continue Reading

एम.एस. के नाम से लोकप्रिय “भारत रत्न” एम.एस. सुब्बुलक्ष्मी का जन्म 16 सितम्बर 1916 को मंदिरों के नगर मदुरै (मदुरई) में हुआ था और वे संगीत से घिरे वातावरण में…

Continue Reading

भारतीय शास्त्रीय संगीत की उत्पत्ति सबसे पुराने हिंदू शास्त्र सामवेद से मानी जाती है। इसमें सा, रे, गा, मा, पा, धा, नी और सा के आठ बुनियादी सुरों के साथ…

Continue Reading

इंगलिश थिएटर (अंग्रेजी रंगमंच) मुख्य रूप से कई यूरोपीय देशों में विकसित हुआ है। यह विभिन्न चरणों जैसे एन्सिएंट रोमन थिएटर, द मेडीलेवल थिएटर, द नियो-क्लासिकल थिएटर, द रिनायसांस थिएटर…

Continue Reading

जामिनी रॉय का जन्म 1887 में पश्चिम बंगाल के बांकुरा में हुआ था। जामिनी रॉय 1903 में कोलकाता आए और गवर्नमेंट स्कूल ऑफ आर्ट में दाखिला लिया। उनके गुरू का…

Continue Reading