असम की यात्रा

आध्यात्म, गगनचुंबी नीले पर्वतों, इठलाती नदियों की घाटियों से सजी असम की हरी भरी धरती भारत के पूर्वोत्तर हिस्से का प्रवेश द्वार है। उत्तर भारत के पर्यटकों के लिए यह एक लोकप्रिय पड़ाव है। असम में पर्यटकों को आकर्षित करने वाले कई स्थान हैं।

तिब्बत से असम में बहकर आती विशाल ब्रह्मपुत्र नदी इस राज्य की खूबसूरती को चार चांद लगाती है। हल्की धूप या शाम की ठंडी हवा में अक्सर पर्यटकों को नदी के किनारे सैर करते देखा जा सकता है। कई पर्यटक ब्रह्मपुत्र नदी से माजुली द्वीप तक नाव की सवारी का भी आनंद लेते हैं। माजुली द्वीप विश्व में किसी भी नदी पर स्थित सबसे लंबा द्वीप होने के कारण प्रसिद्ध है और यह वैष्णव और बौद्ध संस्कृति का केंद्र है।

उल्लासित और जीवंत रंगों से भरे और संस्कृति से समृद्ध असम में पर्यटक बहुत खुशनुमा समय बिताते हैं। ऐतिहासिक अतीत और महानगरीय संस्कृति के सुरम्य मिश्रण वाले असम के शहर दर्शनीय स्थान हैं।

इन शहरों में लाईट आॅफ ईस्ट कहे जाने वाले प्रगज्योतिषपुर या गुवाहाटी में पर्यटकों के लिए कई सौगातें हैं। गोल्ड, तेजपुर या सोनितपुर की पौराणिक भूमि, डिगबोई और शिवसागर के तेल क्षेत्र तथा हाफलोंग और भालुकपोंग के विलक्षण हिल स्टेशन, जो विशाल पर्वतांे की इस धरती के सीमा क्षेत्र हंै, देखने लायक शहर हैं।

असम में देखने योग्य स्थान


असम के कुछ उल्लेखनीय पर्यटक आकर्षण स्थल इस प्रकार हंैः

कामाख्या मंदिर
श्रेणीः धार्मिक
यह तांत्रिक बौद्ध धर्म का केन्द्र है। पौराणिक कथा है कि जब भगवान शिव, पार्वती के शव को ढो रहे थे तब भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से पार्वती के शव के कई टुकड़े कर दिए। कथा के अनुसार तब पार्वती की योनि यहीं गिरी थी, इसलिए यह सारे शक्तिपीठों में सबसे पवित्र माना जाता है।

हाफलोंग
श्रेणीः प्रकृति
यह एक सुंदर हिल स्टेशन है जहां से पूरा इंद्रधनुष देख सकते हैं। प्रवासी पक्षियों की सामूहिक आत्महत्या की विचित्र घटना के लिए जाना जाने वाला जतिंगा हाफलोंग से मात्र 9 किमी दूर है।

सिबसागर
श्रेणीः इतिहास और संस्कृति
इस ऐतिहासिक शहर के केन्द्र में 200 साल पुराना सिबसागर टैंक है। यहां के तीन मंदिरों में से एक शिवडोल मंदिर भारत का सबसे उंचा शिव मंदिर है।

माजुली द्वीप
श्रेणीः प्रकृति
ब्रह्मपुत्र नदी के बीच में स्थित माजुली द्वीप विश्व में किसी भी नदी पर स्थित सबसे लंबा द्वीप है। माजुली में 15 से ज्यादा वैष्णव मठ या सत्र स्थित हैं।

वन्य जीवन की समृद्धता के कारण असम में बहुत से पर्यटक आते हैं। अफ्रीेका को छोड़कर विश्व के किसी और भाग में इतनी तरह का वन्य जीवन नहीं है।

मानस राष्ट्रीय उद्यान
श्रेणीः वन्य जीवन मानस नदी के किनारे स्थित यह स्थान बाघों के लिए प्रसिद्ध है और विश्व धरोहर स्थल भी है।

काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान
श्रेणीः वन्य जीवन
यह एक सींग वाले गैंडे के लिए प्रसिद्ध है। यह भी एक विश्व धरोहर स्थल है।

हाजो
श्रेणीः धार्मिक
इस स्थान को हिंदू धर्म, इस्लाम और बौद्ध धर्म के मेल का स्थान कहा जा सकता है। यहां कई प्रसिद्ध मंदिर हैं और पीर गैसुद्दीन औला की बनवाई मस्जिद भी है जिसे पोआ मक्का कहा जाता है। हाजो में हयाग्रीब मधाब मंदिर है, जिसमें भगवान बुद्ध की निशानी रखी है।

अग्निगढ़
श्रेणीः प्रकृति
तेजपुर स्थित यह स्थान असम का सबसे देखने योग्य स्थान है। यहां से ब्रह्मपुत्र नदी और तेजपुर का मनोरम दृश्य दिखता है।

असम की यात्रा
असम को अक्सर ‘लाल नदी की और नीले पहाड़ की धरती‘ कहा जाता है।

तिब्बत में मानसरोवर झील से निकलने वाली विशाल ब्रहम्पुत्र नदी असम के जंगल भरे पर्वतों और मैदानों से बहती हुई गुजरती है। असम की यात्रा उसके कई बरस पुराने मिथकों, मोहक नृत्य और गीतों, विश्व प्रसिद्ध चाय, विविध और रंगबिरंगी जनजातियों और सबसे अंत में, लेकिन सबसे जरुरी वहां के प्रसिद्ध दुर्लभ प्राजाति के एक सींग वाले गैंडे के लिए करनी चाहिये।

इसके अलावा यहां के लोगों का अपनापन और असम की चाय की खुशबू आपकी असम यात्रा को यादगार बना देंगे। असम में यात्रा करने से पहले असम के बारे में ये कुछ तथ्य जरुर पढ़ लेंः

असम जनसांख्यिकी
भौगोलिक स्थितिः भारत का पूर्वोत्तर भाग, इसके उत्तर में भूटान, पूर्व में अरुणाचल प्रदेश, दक्षिण में नागालैंड, मणिपुर और मिजोरम, दक्षिण-पश्चिम में मेघालय और पश्चिम में बंगाल और बांग्लादेश
लैटीट््यूडः 22 डिग्री 19’ और 28 डिग्री 16’ उत्तर
लाॅन्जीट््यूडः 89 डिग्री 42’ और 96 डिग्री 30’ पूर्व
इलाकाः 78,438 वर्ग किलोमीटर
जलवायुः गर्मियों में गर्म और सर्दियों में ठंडा
अधिकतम तापमानः 38 डिग्री
न्यूनतम तापमानः 6 डिग्री
सालाना औसत बरसातः 160 सेंटीमीटर
राजधानीः दिसपुर
आबादीः 26.6 मिलियन
भाषाएंः बंगाली, असमिया, हिंदी और अंग्रेजी
धर्मः हिंदू, इस्लाम और अन्य
यात्रा करने का अच्छा समयः अक्टूबर से मार्च
पहनावाः गर्मियों में - सूती, सर्दियों में - ऊनी
असम कैसे पहुंचें?
असम भारत के पूर्वोत्तर भाग का गेटवे है इसलिए पूर्वोत्तर भाग में भविष्य के विस्तार के लिए परिवहन के सुधार की आवश्यकता जरुरी है। रेल, हवाई और सड़क मार्ग के जरिए असम पूरे देश से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

हवाई मार्ग से
असम का मुख्य हवाई अड्डा गुवाहाटी का लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है। यह हवाई अड्डा दैनिक उड़ानों के साथ भारत के प्रमुख शहरों से जुड़ा है। असम के अन्य हवाई अड्डे जोरहाट, डिबरुगढ़, तेजपुर और सिल्चर में हैं। इन हवाई अड्डों से नियमित उड़ानें आती जाती हैं।

रेल से
भारतीय रेलवे का पूर्वोत्तर रेलवे ज़ोन असम के सबसे बड़े शहर गुवाहरटी को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ता है। गुवाहाटी पूर्वोत्तर भाग का रेलवे मुख्यालय है। यात्री आसानी से भारत के किसी भी शहर से रेल के ज़रिए असम पहुंच सकते हैं। राज्य के कुछ हिस्से भी रेल के जरिए गुवाहाटी से जुड़े हैं।

सड़क मार्ग से
भारत के पूर्वोत्तर भाग का गेटवे होने के नाते असम का राष्ट्रीय राजमार्गों का बहुत अच्छा नेटवर्क है और राज्य के अलग अलग शहरों और कस्बों में भी अच्छी सड़कें हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 37, 31, 40, 38 और 52 असम को भारत के अन्य हिस्से से जोड़ते हैं। राज्य परिवहन और अन्य निजी आॅपरेटर रोज़ यात्रियों के लिए बस सेवाएं चलाते हैं। राज्य के भीतर घूमने के लिए टैक्सी और जीप भी किराए पर ली जा सकती है।

गुवाहाटी की दूरी
  • शिलाॅंन्ग से 100 किलोमीटर
  • सिलीगुड़ी से 429 किलोमीटर
  • पटना से 889 किलोमीटर
  • कोलकाता से 1020 किलोमीटर
  • रांची से 1046 किलोमीटर

असम में खरीददारी
हस्तशिल्प में राज्य पारंपरिक रुप से बहुत समृद्ध है और असम में खरीददारी एक शानदार अनुभव हो सकता है। असम में हस्तशिल्प की विस्तृत श्रृंखला है। पारंपरिक हैंडलूम उत्पादों में भी असम अव्वल है। विशिष्ट रेशम के उत्पादन में असम का नाम बहुत उंचा है।

असम में खरीददारी करते हुए इन्हें जरुर देखेंः
  • मिट्टी, काग, लकड़ी और बांस और कपड़े और मिट्टी के मिश्रण से बने खिलौने
  • कई तरह के सिल्क के कपड़े जैसे - मूगा, पाट और इरी
  • हैंडलूम उत्पाद जैसे लईचंपी
  • बेंत और बांस का काम
  • बेल धातु और पीतल के सजावटी सामान
  • बांस और बेंत के बने फर्नीचर
  • आदिवासी कला जिसमें मास्क भनोस शामिल है
  • बेल मेटल के सामान
  • असम चाय

राज्य में कई सरकारी एंपोरियम और निजी दुकानें हैं। गुवाहाटी में मुख्य शाॅपिंग संेटर फैंसी बाजार, पलटन बाजार और पान बाजार हैं।

भारत की किसी भी जगह की तरह सड़क किनारों पर लोकल दुकानदार अच्छा सामान अच्छे दाम पर बेचते हैं। थोड़ा भाव ताव करने पर आपको अच्छा सामान कम दाम पर मिल सकता है।

असम में देखने के लिए
  • कामाख्या मंदिर
  • हाफलोंग
  • सिबसागर
  • माजुली द्वीप
  • मानस राष्ट्रीय उद्यान
  • काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान
  • हाजो
  • अग्निगढ़
अंतिम संशोधन : जूलाई 21, 2018