भरतपुर राजकीय संग्रहालय

भरतपुर राजकीय संग्रहालय लोहागढ़ किले के परिसर के अंदर स्थित है। भरतपुर राजकीय संग्रहालय में सबसे अनोखी और प्राचीन कलाकृतियां और पुरातात्विक संसाधन रखे हैं। भरतपुर राजकीय संग्रहालय में दुर्लभ प्रकार के कई प्राचीन स्मृति चिन्ह और मूर्तियां हैं।

पहले ये संग्रहालय एक बहुत बड़ा भवन था जिसका नाम कचहरी कलां था। यह भरतपुर जिले के महान शासकों का प्रशासनिक खंड था। बाद में कचहरी कलां को 1944 ईस्वी में राजकीय संग्रहालय में बदल दिया गया। भरतपुर के राजाओं का कमरा, खास या व्यक्तिगत ब्लाॅक संग्रहालय का बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस संग्रहालय को देखकर दर्शक भरतपुर के राजाओं के वैभव और भव्यता का अंदाज लगा सकते हैं। यहां की कलाकृतियां और स्मृति चिन्ह भरतपुर के स्थानीय निकाय ने बहुत ही सावधानी से सहेजे हैं। भरतपुर राजकीय संग्रहालय में बेहद बेशकीमती मूर्तियां भी रखी हैं। यह कीमती सामान मैलाह, नोह, बयाना और बारेह नाम के पुराने गांवों की पुरातात्विक खुदाई के दौरान मिला था।

भरतपुर राजकीय संग्रहालय भरतपुर का बहुत ही महत्वपूर्ण आकर्षण है। दुनिया के कोने कोने से सैलानी यहां आते हैं और इसके पुरातन सौंदर्य को देख कर चकाचैंध हो जाते हैं।

अंतिम संशोधन : दिसंबर 30, 2014