चौरासी खम्भों की छतरी


चैरासी खम्भों की छतरी राजस्थान में बूंदी के मुख्य आकर्षणों में से एक है। जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि इस इमारत में 84 खंभे हैं जो कि पूरे स्मारक को सहारा देते हैं। यह विशाल स्मारक बूंदी के दक्षिण में स्थित है। मशहूर राजपूत राव अनिरुद्ध सिंह ने इस मंडप को 17वीं सदी में बनवाया था।

राव अनिरुद्ध सिंह ने बूंदी में चैरासी खम्भों की छतरी का निर्माण अपनी दूध पिलाने वाली नर्स देवा को श्रद्धांजली देने के लिए किया था। प्राचीन काल में राजकुमार और राजकुमारियों के लिए विशेष देखभाल हेतु दूध पिलाने वाली नर्स रखी जाती थी। नर्स के प्यार और दुलार से बच्चे उनसे बहुत जुड़ जाते थे। कुछ तो उन नर्सों को अपनी मां की तरह चाहते थे। देवा राव अनिरुद्ध सिंह के लिए वैसी ही नर्स थी।

बूंदी में चैरासी खम्भों की छतरी एक ऐसा दो मंजिला स्मारक है जिसे देखने हर साल बड़ी संख्या में सैलानी आते हैं। 84 मजबूत खंभे पूरे स्मारक को सहारा देते हैं। पूरे स्मारक की आंतरिक साज सज्जा शानदार और जटिल पैटर्न और शैली की है। यह पूरा भवन दरअसल देवा का स्मारक है। छतरी के अंदर परिसर में एक शिवलिंग भी है।

बूंदी के चैरासी खम्भों की छतरी ने समय के बहुत से प्रकोप झेले हैं। इस स्मारक का एक हिस्सा नष्ट भी हो चुका है।

अंतिम संशोधन : जनवरी 29, 2015