बूंदी से झालावाड़


बूंदी से झालावाड़ तक का सफर दक्षिण-पूर्वी राजस्थानी इलाके की प्राकृतिक खूबसूरती से यादगार बन जाता है। झालावाड़ के दूसरे आकर्षणों में शानदार ऐतिहासिक किले और शासकीय संग्रहालय हैं।

आकर्षण
झालावाड़ घूमने की चाह रखने वाले सैलानियों के लिए जरुरी है कि वो बस से बूंदी से झालावाड़ तक की यात्रा करें। इस राजस्थानी शहर की यात्रा करने वाले सैलानी आमतौर पर यह आकर्षण देखते हैं।

  • रैन बसेरा
  • झालरपाटन
  • झालावाड़ किला या गढ़ महल
  • भवानी नाट्यशाला
  • गगरोन किला
  • चंद्रभागा मंदिर
  • शासकीय संग्रहालय

भारतीय इतिहास में रुचि रखने वालों के लिए झालरपाटन खास रुचि की जगह है। झालरपाटन नाम का मतलब है ‘घंटियों का शहर’। यह उपनाम इस शहर में बड़ी संख्या में हिंदू मंदिरों की वजह से दिया गया। प्रमुख मंदिरों की सूची में सितालेस्वरा महादेव, वराह अवतार और कालिकादेवी मंदिर शामिल हैं।

यात्रा करने का समय
सैलानियों का सीजन अक्टूबर से मार्च तक रहता है। यह शांत शहर गणगौर त्यौहार और चंद्रभागा मेले की शुरुआत से जीवंत हो उठता है। खरीददारी पसंद करने वाले लोगों के लिए यहां इस क्षेत्र की विशेषता पत्थर की मूर्तियां और बेंत के हस्तशिल्प उपलब्ध हैं।

अंतिम संशोधन : जनवरी 28, 2015