चित्तौड़गढ़ किला


चित्तौड़गढ़ किला एक पहाड़ी के उपर स्थित है जो कि 180 मीटर उंचा है। चित्तौड़गढ़ के सबसे लोकप्रिय स्थानों में से यह किला एक है। चित्तौड़गढ़ किले के भीतर कई महल हैं जो अपनी समृद्ध वास्तुकला के लिए मशहूर हैं, जैसे राणा कुंभा महल, टाॅवर आॅफ विक्ट्री और फतेह प्रकाश पैलेस। चित्तौड़गढ़ किले का निर्माण राजपूतों ने किया था। यह एक विशाल शानदार स्मारक है जो शहर की निशानी है।

इस किले के परिसर के अंदर जो आकर्षण की जगहें हैं, वो विजय स्तंभ और कीर्ति स्तंभ टाॅवर हैं। यह किला मंदिरों और आकर्षक बागों से घिरा है। यहां 9वीं से 17वीं सदी के दौरान बना जैन मंदिर परिसर भी है। कीर्ति स्तंभ में 54 सीढि़यां हैं। इस स्मारक का निर्माण 12वीं सदी ईस्वी के आसपास हुआ था और यह एक सात मंजिला स्मारक है। इस स्मारक का आधार 30 फीट है जो 15 फीट तक छोटा होता जाता है। इस स्तंभ के बाहरी ओर जैन मूर्तियां बनी हैं। इस मंदिर का निर्माण आदिनाथ नाम के आध्यात्मिक धर्मोपदेशक के सम्मान में किया गया था।

दूसरा देखने लायक स्मारक विजय स्तंभ है। इस विशाल स्मारक को शहर के किसी भी हिस्से से देख सकते हैं। इसे पूरा करने में 10 साल का समय लगा। इस स्मारक का निर्माण 15वीं शताब्दी में राणा कुंभा ने करवाया था। इस शाही किले को देखने के लिए हर साल हज़ारों सैलानी आते हैं। चित्तौड़गढ़ किला पूरा दिन जनता के लिए खुला रहता है।

अंतिम संशोधन : जनवरी 29, 2015