कालिका माता मंदिर


कालिका माता मंदिर राजस्थान की सबसे आकर्षक जगहों में से है। पहले यह मंदिर भगवान सूर्य का था पर बाद में चित्तौड़गढ़ के इस कालिका माता मंदिर को भगवान काली को समर्पित कर दिया गया।

8वीं सदी का यह मंदिर प्रतिहरा काल की वास्तुकला का शानदार उदाहरण है। चित्तौड़गढ़ में कालिका माता मंदिर सिर्फ धार्मिक लोगों को ही नहीं बल्कि कला प्रमियों और सामान्य सैलानियों को भी रुचिकर लगता है।

उंचे प्लेटफार्म पर बने कालिका माता मंदिर का बाहरी भाग बहुत अच्छा बनाया गया है। खंभे, मंडप, दरवाजे और छत सभी पर बारीक नक्काशी का शानदार काम किया गया है। हालांकि चित्तौड़गढ़ पर अलाउद्दीन खिलजी के हमले के कारण इसकी पुरानी भव्यता कुछ कम हो गई।

मंदिर के पास लगने वाले सालाना मेले के दौरान बहुत से सैलानी इस ओर आकर्षित होते हैं। देवी काली की पूजा करने दूर दूर से लोग यहां आते हैं।

अंतिम संशोधन : जनवरी 28, 2015