दिल्ली मेट्रो मैप

दिल्ली मेट्रो मैप

दिल्ली मेट्रो मैप
ऊपर दिया हुआ दिल्ली मेट्रो मैप (मानचित्र) मेट्रो रूट और मेट्रो स्टेशन को दर्शाता है

17 मई 2016 को,केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम.वेंकैया नायडू और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पहली बार चालकहीन मेट्रो ट्रेन को हरी झंडी दिखाई और यह इस प्रकार की पहली ट्रेन है। इसका परीक्षण दिल्ली मेट्रो के मुकुंदपुर डिपो से शुरू हुआ और तीसरे चरण के मजलिस पार्क-शिव विहार कॉरिडोर तक मजलिस पार्क मेट्रो स्टेशन पर समाप्त हुआ। शुरू में, ट्रेन को एक साल तक ट्रेन ऑपरेटरों द्वारा चलाया जाएगा, इसके बाद ट्रेन का संचालन पूरी तरह से मानव रहित हो जाएगा।

 

दिल्ली में मेट्रो रेल सेवा की शुरूआत ने भारत की राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में परिवहन का चेहरा बदल दिया है। मेट्रो को विशेष रूप से यात्रियों के आराम और सड़क यातायात को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। दिल्ली मेट्रो रेल सेवा की दुनिया भर में सराहना की गई है। मेट्रो रेल नेटवर्क लगभग पूरे शहर में फैला हुआ है और विस्तार के लिए निरंतर प्रयासों के साथ, 2021 के अंत तक अधिकांश पड़ोसी क्षेत्रों और उपनगरों को भी मेट्रो रेलवे द्वारा कवर कर लिया जाएगा।

 

मेट्रो रेल सेवा, केंद्र शासित प्रदेश के लोगों के लिए एक वरदान साबित हुई है। दिल्ली मेट्रो शुरू होने की सबसे अच्छी बात यह है कि दिल्ली में यातायात और प्रदूषण के स्तर में काफी कमी दर्ज की गई है। दिल्ली मेट्रो को विस्तारित करने की योजना को विशेष रूप से 2010 में आयोजित होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के समय लागू किया गया था।

 

हालांकि, दिल्ली मेट्रो भारत में पहली मेट्रो ट्रेन नहीं है, लेकिन देश में यह इस तरह की पहली ट्रेन मानी जा सकती है। अत्यंत वास्तुशिल्प प्रतिभा और अत्याधुनिक सुविधाओं से निर्मित, दिल्ली मेट्रो दुनिया के अन्य मेट्रो ट्रेन से बहुत अलग है। दिल्ली मेट्रो को तकनीकी रूप से समृद्ध करने के अलावा, इसके अंतरिक हिस्से की सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाया गया है।

 

दिल्ली मेट्रो का निर्माण कार्य चरणों में सुचारू किया जा रहा है। चरण 1 के तहत आने वाले अधिकांश मार्ग 2010 से पहले पूरा हो गए थे। दूसरे चरण को चरण 2 के रूप में जाना जाता है, जो 85 स्टेशनों को कवर किए हुये है। यह चरण भी 2010 के अंत तक सफलतापूर्वक पूरा हो गया था। पाइप लाइन की अन्य योजना में चरण तीन और चरण चार हैं, जो क्रमशः 2016 और 2021 के अंत तक तैयार हो जाएंगें।

 

दिल्ली मेट्रो स्टेशनों पर छोटे कियोस्क (भोजन की दुकान) भी मौजूद हैं, जो यात्रियों को भोजन और पेय पदार्थ जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराती हैं। कुछ स्टेशनों जैसे राजीव चौक तथा कश्मीरी गेट आदि में मैकडॉनल्ड्स, नरूला, कैफे कॉफी डे जैसी लोकप्रिय दुकानें हैं। आईआरसीटीसी ने भी कियोस्क (भोजन की दुकान) की स्थापित की हैं, जो यात्रियों को उचित दर पर नाश्ता और व्यंजन की पेशकश करती हैं। कियोस्क (भोजन की दुकान) हल्के नाश्ते और मिनी भोजन की भी पेशकश करते हैं।

 

2014-15 के वित्तीय वर्ष के अंतरिक बजट में, डीएमआरसी को 3,470.16 करोड़ रुपये और इक्विटी (शेयर बाजार) से रूप में 838.07 करोड़ रुपये का बजटीय समर्थन मिला था।

 

2013-14 के वित्तीय वर्ष में, डीएमआरसी को बजट सहायता में 2484.18 करोड़ रुपये और 650 करोड़ रुपये इक्विटी (शेयर बाजार) निवेश के रूप में दिए गये थे।

 

दिल्ली मेट्रो ने अपने यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए कुछ पहल की हैं, जो नीचे सूचीबद्ध हैं:

 

  • कई मार्गों पर छह और आठ कोच ट्रेनों की प्रस्तवाना।
  • जहांगीरपुरी और हुडा सिटी सेंटर के बीच चल रहीं मौजूदा आठ कोच ट्रेनों के अलावा, इस तरह की अधिकतर ट्रेनों का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा। इसे विशेष रूप से प्रस्तावित किया गया है, क्योंकि सुबह और शाम के व्यस्ततम समय में राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर आठ डिब्बों वाली तीन ट्रेनों में से दो उसी समय पर निकलती हैं।
  • 9 बजे और 10 बजे के बीच कश्मीरी गेट और गुड़गांव (गुरुग्राम) के बीच मार्ग पर अतिरिक्त यात्राएं शुरू की गई हैं। इसी तरह, जनकपुरी पश्चिम में वैशाली मार्ग और नोएडा सिटी सेंटर से द्वारका  सेक्टर -21 मार्ग तक अतिरिक्त ट्रेनों की शुरुआत की गई है।

 

दिल्ली मेट्रो मार्ग

 

लाइन 1: दिलशाद गार्डन- रिठाला (रेड लाइन)                     

 

दिलशाद उद्यानऔर रिठाला के बीच की दूरी 25.15 कि.मी. है।इस मार्ग पर 21 स्टेशन हैं। इस मार्ग पर मेट्रो ट्रेनें चार मिनट की औसत आवृत्ति पर चलती हैं। इस लाइन की यात्रा के लिए किराया 10 से 40 रुपये के बीच है।

 

लाइन 1 में आने वाले स्टेशन:

 

दिलशाद गार्डन- झिलमिल - मानसरोवर पार्क - शाहदरा - स्वागत - सीलमपुर- शास्त्री पार्क - कश्मीरी गेट - तीस हजारी - पुल बंगश - प्रताप नगर - शास्त्री नगर - इंद्रलोक - कन्हैया नगर - केशव पुरम - नेताजी सुभाष प्लेस - कोहाट एंक्लेव - प्रीतमपुरा - रोहिणी ईस्ट - रोहिणी वेस्ट– रिठाला।

 

लाइन -1 का निर्माण-कार्य चार चरणों में हुआ था:

 

    • 25 दिसंबर 2002: शाहदरा - तीस हजारी तक
    • 4 अक्टूबर 2003: तीस हजारी – इंद्रलोक तक
    • 1 अप्रैल 2004: इंद्रलोक – रिठाला तक
    • 3 जून 2008: दिलशाद गार्डन– शाहदरा तक

 

लाइन 2: जहांगीरपुरी, दिल्ली - हुडा सिटी सेंटर, गुड़गांव (येलो लाइन)       

 

जहांगीरपुरी - हुडा सिटी सेंटर के बीच लाइन 2 का संचालन 42.2 कि.मी. दूरी का है। इस मार्ग पर 34 स्टेशन हैं। इस लाइन पर उपलब्ध ट्रेनें आमतौर पर व्यस्ततम समय के दौरान तीन मिनट की औसत आवृत्ति पर चलती हैं। इस मार्ग पर यात्रा किराया आमतौर पर 10 से 50 रुपये है।

 

लाइन 2 में आने वाले स्टेशन:

 

जहांगीरपुरी - आदर्श नगर - आजादपुर - मॉडल टाउन - जीटीबी नगर - विश्व विद्यालय - विधान सभा - सिविल लाइन्स - कश्मीरी गेट - चांदनी चौक - चावड़ी बाजार - नई दिल्ली - राजीव चौक - पटेल चौक - केंद्रीय सचिवालय - उद्योग भवन - रेस कोर्स - जोर बाग - आईएनए - एम्स - ग्रीन पार्क - हौज खास - मालवीय नगर - साकेत - कुतुबमीनार - छतरपुर - सुल्तानपुर - घिटोरनी - अर्जन गढ़ - गुरू द्रोणाचार्य - सिकंदरपुर - एमजी रोड - इफ्फको चौक- हुडा सिटी सेंटर।

 

लाइन -2 का निर्माण कार्य पांच चरणों में हुआ था:

 

    • 20 दिसंबर 2004: विश्वविद्यालय- कश्मीरी गेट तक
    • 3 जुलाई 2005: कश्मीरी गेट - केंद्रीय सचिवालय तक
    • 3 फरवरी 2009: विश्वविद्यालय- जहांगीरपुरी तक
    • 21 जून 2010: कुतुबमीनार - हुडा सिटी सेंटर तक
    • 3 सितंबर 2010: केंद्रीय सचिवालय - कुतुबमीनार तक

 

लाइन 3: नोएडा सिटी सेंटर - द्वारका सेक्टर 21 (ब्लू लाइन)             

 

लाइन 3 पर 44 स्टेशन है। यह लाइन 50.56 कि.मी. में विस्तारित है। सभी 44 स्टेशनों को पार करने का कुल समय लगभग 90 मिनट का होता है। इस मार्ग पर यात्रा किराया 10 से 50 रुपये के बीच है। दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन मूल रूप से इंद्रप्रस्थ से द्वारका तक शुरू हुई थी। 12 नवंबर 2009 को, इस लाइन को यमुना बैंक से नोएडा सिटी सेंटर तक विस्तारित किया गया, जिसकी कुल लंबाई 13.1 कि.मी.थी।

 

लाइन 3 में आने वाले स्टेशन:

 

नोएडा सिटी सेंटर - नोएडा गोल्फ कोर्स –बॉटनिकल गार्डन- नोएडा सेक्टर 18- नोएडा सेक्टर 16 - नोएडा सेक्टर 15 - न्यू अशोक नगर - मयूर विहार एक्सटेंशन - मयूर विहार 1- अक्षरधाम - यमुना बैंक - इंद्रप्रस्थ - प्रगति मैदान - मंडी हाउस - बाराखम्बा- राजीव चौक - रामकृष्ण आश्रम मार्ग –झंडेवालान - करोल बाग - राजेन्द्र प्लेस - पटेल नगर - शादीपुर - कीर्ति नगर - मोती नगर - रमेश नगर - राजौरी गार्डन - टैगोर गार्डन - सुभाष नगर - तिलक नगर - जनकपुरी पूर्व - जनकपुरी पश्चिम - उत्तम नगर पूर्व - उत्तम नगर पश्चिम - नवादा - द्वारका मोड़ - द्वारका - द्वारका सेक्टर 14 - द्वारका सेक्टर 13 - द्वारका सेक्टर 12 - द्वारका सेक्टर 11 - द्वारका सेक्टर 10 - द्वारका सेक्टर 9 - द्वारका सेक्टर 8 - द्वारका सेक्टर 21।

 

लाइन - 3 का निर्माण कार्य छह चरणों में हुआ था:

 

    • 31 दिसंबर 2005: बाराखंबा – द्वारका तक
    • 1 अप्रैल 2006: द्वारका - द्वारका सेक्टर 9 तक
    • 11 नवंबर 2006: बाराखंबा – इंद्रप्रस्थ तक
    • 10 मई 2009: इंद्रप्रस्थ - यमुना बैंक तक
    • 13 नवंबर 2009: यमुना बैंक - नोएडा सिटी सेंटर तक
    • 30 अक्टूबर 2010: द्वारका सेक्टर 9 - द्वारका सेक्टर 21 तक

 

लाइन 4: यमुना बैंक - वैशाली (ब्लू लाइन)

 

जनवरी 2010 में पूरी होनी वाली इस लाइन 4 में आठ स्टेशन समायोजित हैं। इस लाइन का विस्तार 8.1 किलोमीटर है। इस मार्ग का यात्रा किराया 10 से 20 रुपये के बीच है। जुलाई 2011 में 2.57 कि.मी. का एक छोटा सा विस्तार किया गया था, जो दो स्टेशनों गाजियाबाद में आनंद विहार और वैशाली अर्थात गाजियाबाद में वैशाली मेट्रो स्टेशन से ब्लू लाइन शाखा के आनंद विहार मेट्रो स्टेशन को जोड़कर किया गया था। 27 जनवरी 2010 को आनंद विहार आईएसबीटी - वैशाली मार्ग को जनता के लिए खोल दिया गया था।

 

लाइन 4 में आने वाले स्टेशन:

 

यमुना बैंक - लक्ष्मी नगर - निर्माण विहार - प्रीत विहार - कड़कड़डूमा- आनंद विहार - कौशाम्बी – वैशाली।

 

लाइन 5: इंद्रलोक - मुंडका (ग्रीन लाइन)

 

यह दिल्ली मेट्रो नेटवर्क की सबसे हाल ही में जोड़ी गई लाइन है। यह ऐसी दूसरी लाइन है, जो लाइन 4 के बाद मानक-गेज कॉरिडोर प्रदान करती है। इस मार्ग से लगभग कुल दूरी 13.7 कि.मी. है। लाइन 5 में 14 स्टेशन हैं और इस मार्ग पर यात्रा के लिए किराया 10 रुपये से 40 रुपये है। यह लाइन 2 अप्रैल 2010 से क्रियान्वित हुई थी। कीर्ति नगर-अशोक पार्क का मुख्य मार्ग 27 अगस्त 2011 को खुल गया था।

 

लाइन 5 में आने वाले स्टेशन:

 

इंद्रलोक - अशोक पार्क मेन - पंजाबी बाग - शिवाजी पार्क - मणिपुर - पश्चिम विहार ईस्ट - पश्चिम विहार वेस्ट - पीरागढ़ी - उद्योग नगर - सूरजमल स्टेडियम - नांगलोई- नांगलोई रेलवे स्टेशन - राजधानी पार्क – मुंडका।

 

लाइन 6: बदरपुर - मंडी हाउस (वायलेट लाइन)

 

शुरुआत में, लाइन 6 केंद्रीय सचिवालय से बदरपुर तक शुरू हुई थी और अक्टूबर 2010 में पूरी लाइन क्रियान्वित हो गई थी। इस मार्ग में 20.6 कि.मी. की कुल दूरी शामिल है, जिसमें 16 महत्वपूर्ण स्टेशन शामिल हैं। हालांकि, जून 2014 में लाइन 6 को मंडी हाउस तक विस्तारित किया गया था, जिसमें मंडी हाउस और जनपथ दो मेट्रो स्टेशन जोड़े गए थे। अब इस लाइन पर मेट्रो स्टेशनों की कुल संख्या 18 है और इस लाइन में 3.2 कि.मी.की बढ़ोत्तरी हुई है। लाइन 6 पर यात्रा करने के लिए न्यूनतम किराया 10 रुपये और अधिकतम किराया 40 रुपये है।

 

लाइन 6 में आने वाले स्टेशन

 

मंडी हाउस - जनपथ - केंद्रीय सचिवालय - खान मार्केट - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम - जंगपुरा - लाजपत नगर - मूलचंद - कैलाश कॉलोनी - नेहरू प्लेस - कालकाजी मंदिर - गोविंदपुरी - ओखला - जसोला अपोलो - सरिता विहार - मोहन एस्टेट - तुगलकाबाद – बदरपुर।

 

लाइन - 6 का निर्माण कार्य तीन चरणों में हुआ था:

 

    • 3 अक्टूबर 2010: केंद्रीय सचिवालय से सरिता विहार तक
    • 14 जनवरी 2011: सरिता विहार से बदरपुर तक
    • 28 जून 2014: केंद्रीय सचिवालय से मंडी हाउस तक

 

लाइन 7:  एयरपोर्ट एक्सप्रेस

 

 - द्वारका सेक्टर 21 (ऑरेंज लाइन)

 

दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस लाइन नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन से द्वारका सेक्टर 21 मेट्रो स्टेशन तक विस्तारित है, जिसमें इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को बीच में जोड़ा गया है। नई दिल्ली - आईजीआई हवाई अड्डा (टी -3) - द्वारका सेक्टर -21 मार्ग 23 फरवरी 2011 को जनता के लिए खोल दिया गया था। इस लाइन की कुल लंबाई 22.7 कि.मी. है। कुछ तकनीकी समस्याओं के कारण 7 जुलाई 2012 से 22 जनवरी 2013 तक सेवाओं को निलंबित कर दिया गया था।हालांकि,अब यह लाइन फिर से क्रियान्वित हो गई है, लेकिन इस पर चलने वाली मेट्रो की गति 50 कि.मी./घंटा तक घटा दी गई है।

 

लाइन 7 में आने वाले स्टेशन:

 

नई दिल्ली स्टेशन - शिवाजी स्टेडियम - धौला कुआँ - दिल्ली एरोसिटी - हवाई अड्डा - द्वारका सेक्टर 21

 

तृतीय चरण

 

दिल्ली मेट्रो के तृतीय चरण का निर्माण कार्य 11 मई 2013 को शुरू हुआ था और सितंबर 2017 में पूरा हो गया था।

दिल्ली मेट्रो के तृतीय चरण के लिए दो नई लाइनें और 10 रूट एक्सटेंशन प्रस्तावित किए गए थे। जिनमें से, कैबिनेट ने दो नई लाइनें और रूटलाइन एक्सटेंशन के लिए मंजूरी दे दी थी। इस लाइन की कुल लंबाई 140 किलोमीटर होगी और परियोजना की अनुमानित लागत 350 बिलियन निर्धारित की गई है। इसमें 28 भूमिगत स्टेशन होंगे, जो कुल 41 कि.मी. में विस्तारित होंगे।

 

तृतीय चरण की परियोजनाएं:

 

    • मजलिस पार्क - शिव विहार
    • जनकपुरी पश्चिम - कालिंदी कुंज
    • केंद्रीय सचिवालय - कश्मीरी गेट
    • जहांगीरपुरी - समयपुर बादली
    • बदरपुर - एस्कोर्ट्स मुजेसर
    • द्वारका – नजफगढ़
    • मुंडका – बहादुरगढ़
    • दिलशाद गार्डन से गाजियाबाद बस अड्डा
    • बल्लभगढ़ तक मेट्रो का विस्तार
    • कालिंदीकुंज से बोटैनिकल गार्डन
    • नोएडा 32- नोएडा 62 तक मेट्रो का विस्तार

 

मैजेंटा लाइन: जनकपुरी पश्चिम - कालिंदी कुंज – निर्माणाधीन

 

दिल्ली मेट्रो की मेजेन्टा लाइन का निर्माण कार्य प्रगति पर है और अक्टूबर 2017 एंव मार्च 2018 के बीच इसके चरण पूर्ण होने की उम्मीद की जाती है। यह डीएमआरसी नेटवर्क के तृतीय चरण का हिस्सा है।

 

यह लाइन मूल रूप से प्रस्तावित होकर नोएडा में बोटैनिकल गार्डन से पश्चिम दिल्ली में जनकपुरी वेस्ट से सीधे जुड़ी होगी,लेकिन अब दो और स्टेशन, पालम के पास सदर बाजार में एक स्टेशन और दूसरा घरेलू हवाई अड्डा और वसंत विहार के बीच शंकर विहार में बनाने का प्रस्ताव रखा गया है।

 

यह लाइन लगभग 37 कि.मी. लंबी है और इसमें 25 मेट्रो स्टेशन शामिल होंगे।यह दक्षिण दिल्ली के साथ-साथ नोएडा के आईजीआई हवाई अड्डे के घरेलू टर्मिनल अनुभाग को भी जोड़ेगी।

 

मैजेंटा लाइन में आने वाले स्टेशन

 

जनकपुरी वेस्ट, जनकपुरी सी-2 बी, डाबरी मोड़, दशरथ पुरी, पालम, आईजी घरेलू हवाई अड्डा, वसंत विहार, मुनिरका, आरके पुरम,आईआईटी, हौज खास, पंचशील पार्क, चिराग दिल्ली, जीके एन्क्लेव, नेहरू प्लेस, कालकाजी, ओखला पीएच 3, ईश्वर नगर, जामिया नगर, ओखला विहार, जसोला विहार और कालिंदी कुंज (एमिटी नोएडा और बोटैनिकल गार्डन प्रस्तावित कालिंदी कुंज - बोटैनिकल गार्डन एक्सटेंशन पर अतिरिक्त स्टेशन होंगे)।

 

पिंक लाइन: मजलिस पार्क - शिव विहार - निर्माणाधीन

 

दिल्ली मेट्रो की पिंक लाइन पर निर्माण कार्य जारी है। सितंबर 2017 तक पहला चरण (मजलिस पार्क से लाजपत नगर तक) पूरा होने की उम्मीद है। यह डीएमआरसी नेटवर्क के तृतीय चरण का हिस्सा है। पिंक लाइन मयूर विहार से दक्षिण एक्सटेंशन जैसे क्षेत्रों को जोड़ेगी। यह 58.6 कि.मी. लंबी है और दिल्ली एनसीआर के तेजी से विस्तार करने वाले मेट्रो नेटवर्क का सबसे लंबा कॉरिडोर है। इसमें 38 स्टेशन शामिल होंगे। यह दिल्ली की व्यस्ततम रिंग रोड के साथ विस्तारित है, जो हर रोज ट्रैफिक जाम से भरी रहती है, इसलिए पिंक लाइन को रिंग रोड लाइन भी कहा जाता है।

 

पिंक लाइन में आने वाले स्टेशन

 

मजलिस पार्क - आजादपुर - शालीमार बाग - नेताजी सुभाष प्लेस – शकूरपुर- पंजाबी बाग वेस्ट - ईएसआई अस्पताल - राजौरी गार्डेन - मायापुरी - नारायणा विहार - दिल्ली छावनी - दक्षिण परिसर - मोती बाग - भिकाजी काम प्लेस - सरोजिनी नगर - आईएनए - दक्षिण एक्सटेंशन - लाजपत नगर - विनोबापुरी - आश्रम - हजरत निजामुद्दीन - मयूर विहार I - मयूर विहार पॉकेट 1 - त्रिलोक पुरी - विनोद नगर ईस्ट - विनोद नगर – आईपी एक्सटेंशन - आनंद विहार –कड़कड़डूमा - कृष्णा नगर - पूर्व आजाद नगर - स्वागत –जाफराबाद- मौजपुर - गोकुल पुरी - जोहरी एन्क्लेव - शिव विहार।

 

मंडी हाउस इंटरचेंज स्टेशन

 

26 जून 2014 को दिल्ली मेट्रो के तीसरे चरण का पहला भाग जनता के लिए कार्यात्मक रहा। यह मंडी हाउस (ब्लू लाइन) और केंद्रीय सचिवालय (यलो लाइन) को जोड़ने वाली 3.2 कि.मी. लंबी भूमिगत मेट्रो लाइन है। इस मार्ग पर पहली ट्रेन का उद्घाटन केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू ने किया था। मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन तीन मेट्रो लाइनों जहांगीरपुरी - हुडा सिटी सेंटर, केंद्रीय सचिवालय - बदरपुर और नोएडा-द्वारका सेक्टर 21के लिए एक इंटरचेंज के रूप में कार्य करता है। बदरपुर के यात्री - नोएडा, वैशाली से जुड़े केंद्रीय सचिवालय मार्ग के साथ-साथ द्वारका जाने के लिए मंडी हाउस में ट्रेने बदल सकते हैं, पहले इनको इन स्थानों पर जाने के लिए दो मेट्रो स्टेशन केंद्रीय सचिवालय और राजीव चौक पर जाना पड़ता था। इस मार्ग पर मेट्रो ट्रेन 3.25 मिनट की आवृत्ति पर चलती है।

 

दिल्ली मेट्रो के तृतीय चरण का परीक्षण

 

दिल्ली मेट्रो के तृतीय चरण के कार्यान्वयन से दिल्ली और एनसीआर शहर नोएडा और गुड़गांव के बीच यात्रा का समय 30 मिनट हो जाएगा। जिससे यात्रियों के समय की बचत होगी, क्योंकि मौजूदा 9 आवागमन करने वाले यात्रा केंद्रो की तुलना में अंतर-परिवर्तन करने वाले स्टेशनों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है।

 

जोड़े जाने वाले 13 इंटरचेंज स्टेशनों में शामिल हैं:

 

    • लाइन 7: राजौरी गार्डन, नेताजी सुभाष प्लेस, लाजपत नगर, आईएनए, आजादपुर, मयूर विहार प्रथम चरण, आनंद विहार, वेलकम और कड़कड़डूमा।
    • लाइन 8: कालकाजी मंदिर, हौज खास, जनकपुरी पश्चिम और बोटैनिकल गार्डन।

 

तृतीय चरण यात्रा करने वालेयात्रियों के बीच की दूरी को कम करेगा:

 

  • कालकाजी और बोटैनिकल गार्डन से 16 कि.मी.
  • हौज खास और बोटैनिकल गार्डन से 8 कि.मी.
  • हौज खास और जनकपुरी पश्चिम से 9 कि.मी.
  • लाजपत नगर और मयूर विहार चरण से 8 कि.मी.
  • धौला कुआँ और आईएनए से 12 कि.मी.
  • धौला कुआं और राजौरी उद्यान से 12 कि.मी.

 

बदरपुर - फरीदाबाद लाइन का परीक्षण शुरू

 

12 अप्रैल 2015 को, दिल्ली मेट्रो द्वारा बदरपुर-फरीदाबाद कॉरिडोर का परीक्षण शुरू किया गया था।जब पहली बार बदरपुर से ओल्ड फरीदाबाद तक परीक्षण शुरू हुआ, तो उस वक्त डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक मंगु सिंह और अन्य अधिकारी भी वहाँ उपस्थित थे। इस मार्ग पर वर्तमान में नौ स्टेशन हैं। हालांकि, 2017 तक, दो और स्टेशन जुड़ जाएंगे। कॉरिडोर का मौजूदा विस्तार मंडी हाउस - बदरपुर लाइन (वायलेट लाइन) तक है। मेट्रो अधिकारियों के अनुसार, यात्रियों के लिए लाइन जारी करने से पहले परीक्षण के माध्यम से कठोर जाँच की जाएगी। यह प्रस्तावित किया गया था कि सामान्य जनता के लिए यह लाइन जून 2015 से खुलेगी। यह लाइन दिल्ली और औद्योगिक उपगृह शहर फरीदाबाद, हरियाणा के बीच सम्पर्क प्रदान करेगी।

 

दिल्ली मेट्रो की 'हेरिटेज लाइन' 28 मई 2017 को जनता के लिए खुली थी, जिसमें तीन दिल्ली गेट, जामा मस्जिद और लाल किला मेट्रो स्टेशन शामिल हैं। यह नई लाइन अनिवार्य रूप से वायलेट लाइन का एक विस्तार है, जो फरीदाबाद और आईटीओ के बीच विस्तारित है, जो चांदनी चौक, येलो लाइन के चावड़ी बाजार स्टेशनों से गुजरेगी।

 

विश्व में 18 मेट्रो प्रणाली के अलावा दिल्ली मेट्रो दूसरे स्थान पर

 

वैश्विक मेट्रो बेंच मार्को के समूहों द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में, मेट्रो के नोवा ग्रुप और मेट्रो (सीओएमईटी) कमेटी के अनुसार, 18 अंतर्राष्ट्रीय मेट्रो प्रणालियों के बीच समग्र ग्राहक संतुष्टि के मामले में, दिल्ली मेट्रो को दूसरे स्थान पर रखा गया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, 41,000 से अधिक लोगों ने सोशल मीडिया औरऑनलाइन वेबसाइटों के माध्यम से दुनिया भर में किए गए ऑनलाइन सर्वेक्षण पर अपनी प्रतिक्रिया दी। रिपोर्टों केअनुसार, दिल्ली मेट्रो के यात्रियों ने 'भीड़' और 'विश्वसनीयता' को कुछ प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के रूप में मूल्यांकित किया है। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह सर्वेक्षण यूरोपियन नॉर्म 13816 के अनुसार किया गया था और इसमें विस्तारित क्षेत्रों में पहुँच, उपयोग में आसानी, उपलब्धता, यात्रा से पहले की जानकारी, ग्राहक सेवा आदि शामिल हैं।

 

दिल्ली मेट्रो का उच्चतम ऊँचाई पर प्रचालन - धौला कुआं

 

दिल्ली मेट्रो द्वारा एक प्रमुख उपलब्धि हासिल की गई है, क्योंकि दिल्ली मेट्रो ट्रेनें धौला कुआं से 23.6 मीटर की ऊँचाई पर प्रचालित होगीं। जिसकी ऊँचाई कड़कड़डूमा से भी अधिक है, क्योंकि कड़कड़डूमा में मेट्रो ट्रेनें 19 मीटर की ऊँचाई पर चलती हैं। एरोप्लेन लाइन पर किसी भी प्रकार के यातायात के व्यवधान से बचने के लिए, इसके ऊपर प्रचालन का कार्य सुबह 12.30 बजे से लेकर सुबह 4 बजे तक किया जाएगा। यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा से बचने के लिए पुल (ब्रिज) का भी निर्माण किया जा रहा है, जो अक्टूबर 2014 के अंत तक पूर्ण हो जाएगा। धौला कुआं के अलावा चार अन्य स्थानों आनंद विहार, मयूर विहार, नेताजी सुभाष स्थान और कड़कड़डूमा पर मेट्रो कॉरिडोर के व मौजूदा चरणों में तृतीय चरणके दो पुल ऊँचे किए गए हैं।

 

दिल्ली मेट्रो का इंजीनियरिंग चमत्कार

 

एक प्रभावशाली विकास में, डीएमआरसी ने क्या हासिल किया है, उसे इंजीनियरिंग के एक चमत्कार के रूप में समझाया जा सकता है। तृतीय चरण परियोजना के एक भाग के रूप मजलिस पार्क-शिव विहार कॉरिडोर निर्माण के तहत, अब मौजूदा वैशाली-द्वारका लाइन भी 21 मीटर ऊँचाई पार कर चुकी है, जिसमें 10 मीटर का शोधन शामिल है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इस चरण के दौरान कई ऐसी क्रॉसओवर लाइनें बनाई जाएंगी।

 

डीएमआरसी ने एक स्मार्टफोन मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च किया

 

दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने एक स्मार्टफोन एप्लिकेशन लॉन्च किया है, जो उपयोगकर्ताओं को आसानी से दिल्ली मेट्रो से संबंधित जानकारी प्राप्त करने में मदद करता है। स्मार्टफोन उपयोगकर्ता जीपीएस के माध्यम से सूचना प्राप्त कर सकते हैं, क्योंकि यह एप्लिकेशन आईफोनतथा एंड्रॉइड स्मार्टफोन दोनों के साथ इंटरनेट या जीपीआरएस एक्सेस पर काम करता है। एप्लिकेशन को डीएमआरसी की आधिकारिक वेबसाइट (www.delhimetrorail.com) से भी डाउनलोड किया जा सकता है।

 

डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक मंगु सिंह द्वारा की गई घोषणा के अनुसार, उपयोगकर्ता इस एप्लिकेशन का उपयोग करके निम्न जानकारी प्राप्त कर सकते हैं:

 

    • मेट्रो का मानचित्र और मार्ग विवरण
    • निकटतम मेट्रो स्टेशन
    • यात्रा का किराया और यात्रा का समय
    • मेट्रो का समय
    • पार्किंग की जानकारी
    • सीमा चिन्ह और मेट्रो स्टेशन के पास पर्यटन स्थल
    • फीडर बस की उपलब्धता और मार्ग विवरण
    • हेल्पलाइन नंबर
    • शिकायत और प्रतिक्रिया की सुविधा
    • सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर
    • मेट्रो संग्रहालय की जानकारी

 

कहा जाता है कि एप्लिकेशन आसान नेविगेशन सुनिश्चित करने के लिए एक उपयोगकर्ता के अनुकूल इंटरफेस है और इसके होम स्क्रीन पर सभी प्रमुख विकल्प मौजूद होते हैं।

 

दिल्ली मेट्रो द्वारा ऑनलाइन स्मार्ट कार्ड रिचार्ज की सुविधा का शुभारंभ

 

दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने मेट्रो स्मार्ट कार्ड ऑनलाइन रिचार्ज सुविधा का शुभारंभ कर दिया है। यह प्रावधान यात्रियों को अपने क्रेडिट या डेबिट कार्ड के माध्यम से अपने स्मार्ट कार्ड को रिचार्ज करने की अनुमति देगा। टॉप-अप (रिचार्ज) निम्न लिंक www.delhimetrorail.com या www.dmrcsmartcard.com के माध्यम से आसानी से किया जा सकता है।रिचार्ज करने के बाद, यात्रियों को टिकट रीडर सह ऐड-वैल्यू मशीन का उपयोग करके अपने रिचार्ज को मान्य करना होगा, जो 13 मेट्रो स्टेशनों - शास्त्री पार्क, राजेंद्र प्लेस, दिलशाद गार्डन, वेलकम, बाराखम्बा रोड, प्रगति मैदान, निर्माण विहार, सीलमपुर, कड़कड़डूमा, लक्ष्मी नगर, आर के आश्रम मार्ग, शाहदरा और झंडेवाला तक कार्यरत है। यह मशीन स्मार्ट कार्ड के मूल्य के साथ-साथअंतिम रिचार्ज और पिछली पाँच प्रविष्टि / निकासी या लेनदेन के बारे में भी जानकारी प्रदान करेगी। प्रति कार्ड न्यूनतम लेनदेन राशि 100 रुपये है और अधिकतम रिचार्ज राशि 1000 रुपये है। यह सुविधा केवल यात्रियों को अनावश्यक भीड़ की कतारों से बचने में ही राहत नहीं देगी, बल्कि इससे टिकट काउंटर पर नकद लेनदेन भी कम हो जाएगा।

 

कश्मीरी गेट - लाल किला सुरंग पूर्ण

 

दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने कश्मीरी गेट और लाल किले के बीच 1,351 मीटर की सुरंग का कार्य पूर्ण कर लिया है। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के तीसरे फेज के तहत निर्मित यह सुरंग केंद्रीय सचिवालय से कश्मीरी गेट के बीच 9.37 किलोमीटर लंबे मेट्रो मार्ग में पड़ेगी। डीएमआरसी के अनुसार, सुरंग दारा शिकोह लाइब्रेरी, लोथियन पुल और अम्बेडकर विश्वविद्यालय से गुजरती है।

 

सर्वेक्षण: यात्रा के दौरान सूचना में दिल्ली मेट्रो प्रथम स्थान पर

 

रेलवे और परिवहन रणनीतिक केंद्र द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, दिल्ली मेट्रो को "यात्रा के दौरान सूचना" के लिए पहला स्थान दिया गया है। "ट्रेन की सफाई और सुविधाओं" में डीएमआरसी ने दूसरा स्थान हासिल किया। 13 अप्रैल 2015 और 10 मई 2015 के बीच किए गए सर्वेक्षणों के आधार पर यह श्रेणी प्रदान की गई थी।

 

 

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अंतिम संशोधन : जून 28, 2018