जूनागढ़ किला

जूनागढ़ किले को पूरे उत्तर भारत में सबसे खास किला माना जाता है। जूनागढ़ किला इतिहास में हमेशा अजेय रहने के लिए जाना जाता है। 15वीं सदी में बना जूनागढ़ किला, अकबर के भरोसेमंद जनरल राजा राय सिंह की देखरेख और उनके निर्देशन में बना था।

जूनागढ़ किले की सुरक्षा इसका सबसे बड़ा गुण है। उंची दीवारों और खाई के अलावा 37 गढ़ हैं जो किले की रक्षा करते हैं। जूनागढ़ किले में प्रवेश के लिए दो दरवाजे हैं, जिसमें से सूरज पोल या सन गेट मुख्य दरवाजा है।

बीकानेर के जूनागढ़ किले में कई मंदिर, मंडप और 37 महल हैं। यहां का हर महल नक्काशीदार खिड़की, छतरी, झूलती बालकनियों और टावरों के साथ अपने आप में एक कलाकृति है। चांद महल, फूल महल, करन महल और अनूप महल अपने आप में बहुत ही अनूठे हैं। जूनागढ़ किले का हर कमरा जैसे रंग महल, गंगा निवास, विजय महल और डूंगर निवास आज उस गौरवशाली अतीत और वैभव का संग्रहालय है।

किले के संग्रहालय में कई तरह की प्राचीन पांडुलिपियां, संधियां, सजावट का सामान, गहने, जार और कालीन, हथियार और शस्त्र प्रदर्शित हैं। जूनागढ़ किले की यात्रा, खासतौर पर यहां के संग्रहालय को देखना आपको इतिहास के गलियारों में ले जाता है। आरसी का काम, वास्तुकला की बारीकियां और संगमरमर के पैनल जूनागढ़ किले में और भी ग्लैमर जोड़ते हैं।

अंतिम संशोधन : दिसंबर 30, 2014