बैंगलोर मेट्रो का मानचित्र
बैंगलोर, जिसे आधिकारिक तौर पर बेंगलुरु कहा जाता है, को भारत की आईटी कैपिटल के रूप में जाना जाता है। इस शहर में, आईटी से संबंधित व्यवसायों में वृद्धि के साथ-साथ उनकी बुनियादी ढाँचे के विकास की आवश्यकताओं ने भी वृद्धि करना शुरू कर दिया है। इसीलिए, इस शहर में मेट्रो प्रणाली का निर्माण प्रस्तावित किया गया था और अब इसके कार्यान्वयन की प्रक्रिया भी प्रारंभ हो गई है।
यात्री,इसके मार्ग के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए, बैंगलोर मेट्रो रेल का मानचित्रभी देख सकते हैं। इसका मानचित्र काफी विस्तृत है और इसमें मेट्रो के सभी मार्ग स्पष्ट रूप से दिखाई देते हैं।
बैंगलोर में मेट्रो की आवश्यकता
बैंगलोर में मेट्रो रेल की शुरुआत का मुख्य उद्देश्य, यहाँ की सड़कों से यातायात की समस्या को कम करना था। बैंगलोर की मेट्रो लाइन के निर्माण को काफी प्रोत्साहित भी किया गया है, ताकि यात्री निजी वाहनों का उपयोग करने की बजाय, सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने पर जोर दें। शहर में मेट्रो प्रणाली को एक प्रतियोगी की बजाय, अतिरिक्त पारगमन साधन माना जाता है।
इसके अतिरिक्त बैंगलोर में मेट्रो प्रणाली -ईंधन की खपत को कम करने, प्रदूषण पर रोकथाम लगाने, दुर्घटना दर को कम करने तथा यात्रियों के समय को बचाने आदि जैसे कारणों के लिए भी आवश्यक थी।
बैंगलोर मेट्रो रेल
भारत का आईटी हब, बंगलौर अंततः अपने मेट्रो रेल का परिचालन करने में कामयाब हो गया है। पूर्व शहरी विकास मंत्री कमलनाथ ने 20 अक्तूबर 2011 को रीच-1 (एमएजी रोड बेयप्पनहल्ली स्टेशन) का उद्घाटन किया था। उन्होंने मैसूर रोड से लेकर केंजेरी (रीच 2) और ये लचानहल्ली से अंजापुर टाउनशिप (रीच 4) तकजल्द ही निर्माण कार्य पूरा होने का आश्वासन दिया। जबकि रीच-3, 3ए (पीन्या इंडस्ट्री से लेकर मंत्री स्क्वायर सैम्पिज रोड स्टेशन) का संचालन 1 मार्च 2014 को शुरू हो गया था। संपूर्ण परियोजना के पूरा होने के बाद बेंगलुरु मेट्रो, जिसे ‘नम्मा मेट्रो’ (हमारी मेट्रो) के नाम से जाना जाता है, के माध्यम से शहर के भीड़भाड़ वाले हिस्सों जैसे कैम्पेगौडा बस स्टैंड, बैंगलोर बस स्टैंड, हडसन सर्कल और एमजी सड़क से यातायात की भीड़ कम होने की उम्मीद की गई है।
बैंगलोर मेट्रो की समय-सारणी और आवागमन
बैयप्पनहल्ली से लेकर एम जी रोड वाले कॉरिडोर का निर्माण कार्य दिसंबर 2006 में शुरू हो गया था। चरण 1 के तहत मेट्रो नेटवर्क लिंक दिसंबर 2011 तक पूरी तरह से चालू होने की उम्मीद थी, लेकिन इसका परिचालन 20 अक्टूबर 2011 से ही शुरू हो गया था।
मेट्रो सेवा की समय-सारणी सुबह 6 से लेकर शाम 10 बजे है। मेट्रो रेल का आवागमन प्रत्येक 15 मिनट के अंतराल पर सुबह 6 बजे से लेकर शाम 8 बजे तक तथा व्यस्ततम समय में आवागमन प्रत्येक 10 मिनट के अंतराल पर सुबह 8 से लेकर शाम के 8 बजे तक होता है।
पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर पर यात्रा करने वाले यात्रियों को, यात्रा करने में 33 मिनट लगते हैं, जबकि उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर पर यात्रियों को यात्रा करने में केवल 28 मिनट लगते हैं। इन कॉरिडोरों पर ट्रेन अधिकतम 80 किमी प्रति घंटा की गति से परिचालन करती है।
मेट्रो के मार्गों के बारे में जानने के लिए, आप बैंगलोर मेट्रो के मानचित्र का अनुसरण कर सकते हैं।
बैंगलौर मेट्रो मानचित्र पर दिखाए गए मार्ग
बैंगलोर में मेट्रो ट्रेनें विभिन्न आवासीय और वाणिज्यिक क्षेत्रों से होकर गुजरती हैं, ताकि यात्री अपने वांछित स्थान पर आसानी से पहुँच सकें। यह अच्छी तरह से सार्वजनिक और निजी परिवहन के अन्य तरीकों से जुड़ी हुई है। पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर पर मैट्रो मैसूर रोड से बैयप्पनहल्ली और उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर पर नागासंद्रा से पुत्तेनाहल्ली के लिए परिचालित होती है।
वर्तमान मार्ग
पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर और उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर के मेट्रो मार्ग नीचे दिए गए हैः
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- पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर
बैयप्पनहल्ली - स्वामी विवेकानंद रोड - इंदिरानगर - हालासुरु - ट्रिनिटी - महात्मा गांधी रोड - कब्बन पार्क - विधान सौध - सर एम. विश्वेश्वरैया -केम्पेगौडा - सिटी रेलवे स्टेशन - मगदी रोड - होसहल्ली - विजयनगर - अत्तिगुप्पे - दीपांजली नगर - मैसूर रोड।
- उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर
नागासंद्रा - दशरहल्ली - जलाहल्ली - पीन्या इंडस्ट्री - पीन्या - यशवंतपुर इंडस्ट्री - यशवंतपुर - सैंडल सॉप फैक्टरी - महालक्ष्मी - राजाजीनगर - कुवेम्पु रोड - श्रीरामपुरा - मंत्री स्क्वायर सैम्पिज रोड - केम्पेगौडा - चिकपेट - कृष्णा राजेंद्र मार्केट - नेशनल कॉलेज - लालबाग - साउथ एंड सर्किल - जयनगर - राष्ट्रीय विद्यालय रोड – बनशंकरी - जया प्रकाश नगर – पुत्तेनाहल्ली।
बेहतरीन जानकारी के लिए, आपको बंगलौर मेट्रो मानचित्र के माध्यम से जाने की सलाह दी जाती है, जो स्पष्ट और विस्तृत है।
मेट्रो का किराया
वर्तमान में चल रही मेट्रो ट्रेनों का न्यूनतम किराया 10 रुपयेऔर अधिकतम किराया 60 रुपये है। बैंगलोर मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (बीएमआरसी) यात्रियों को स्मार्ट कार्ड की सुविधा भी प्रदान करती है। यात्री अपने स्मार्ट कार्ड का उपयोग करके टिकट की कीमतों पर छूट भीप्राप्त कर सकते हैं।
‘नम्मा’ मेट्रो स्मार्ट कार्ड
नम्मा मेट्रो स्मार्ट कार्ड को आईसीआईसीआई बैंक यूनिफेयर बैंगलोर मेट्रो कार्ड भी कहा जाता है। इसका बैंगलोर मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीएमआरसीएल) द्वारा आईसीआईसीआई बैंक, जो भारत के सबसे बड़े निजी-क्षेत्रीय बैंकों में से एक है, के समर्थन से शुभारंभ किया गया था। इस स्मार्ट कार्ड में एक अतिरिक्त सुविधा है, जो यात्रियों को क्रेडिट कार्ड के साथ-साथ डेबिट कार्ड काभी विशेषाधिकार प्रदान करती है। यह नियर फील्ड कम्युनिकेशन (एनएफसी) तकनीक का उपयोग करती है और यात्रियों को दोगुना लाभ प्रदान करती है। इस कार्ड में एक अद्वितीय ऑटो-रिचार्ज की सुविधा भी होती है, जिसका अर्थ है कि जब आपके कार्ड में 100 रुपये से कम राशि बचती है, तो 200 रुपये आपके कार्ड में स्वतः जमा हो जाएंगे। इस सुविधा का उपयोग करने वाले यात्रियों को, अपने कार्ड को रिचार्ज कराने के लिए वेंडिंग मशीनों या टिकट काउंटर पर लगने वाली कतारों में इंतजार करने की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
बैंगलोर मेट्रो चरण I की अनुमानित समय सीमा बढ़कर हुई 2016
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बतायाथा कि बैंगलोर मेट्रो के पहले चरण की अनुमानित समय सीमा दिसंबर 2015 की बजाय, मार्च 2016 हो गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भूमिगत खंडों में तकनीकी कठिनाइयों के कारण निर्माण कार्य में देरी हुई है, जो 42.3 किमी के विस्तार को पूरा करने की समय सीमा पर प्रभाव डाल सकती है। चरण I के विस्तार 3 बी रीच के उद्घाटन में मुख्यमंत्री ने यह उद्घोषणा की थी। नागासंद्रा और पेएनिया औद्योगिक क्षेत्र के बीच 3.4 किलोमीटर की दूरी पर नया विस्तार किया गया है। अब मेट्रो द्वारा मंत्री मॉल से नागासंद्रा के बीच की 10.5 किमी की दूरी सिर्फ 25 मिनट में तय की जाएगी।