नागपुर शहर का नक्शा

नागपुर शहर का मानचित्र

नागपुर शहर का नक्शा
*ऊपर दिया हुआ नागपुर शहर का मानचित्र राष्ट्रीय राजमार्ग, सड़क, रेलवे, नदी, तथा शहर के प्रमुख स्थानों को दर्शाता है|

नागपुर शहर महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र का एक मुख्य शहर है। नागपुर शहर महाराष्ट्र की दूसरी राजधानी और मुंबई और पुणे के बाद, राज्य का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। यह भारत का दूसरा सबसे हररियाली से परपूर्ण शहर है। नागपुर को 'ऑरेंज सिटी' के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यह संतरे के व्यापार का मुख्य केंद्र है। यह शहर राज्य के केंद्र में स्थित है और मेट्रो शहर- नई दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई के समान है। यह भारत में एक परिवहन केंद्र के रूप में कार्य करता है, क्योंकि यह शहर देश के सभी मुख्य राजमार्गों से जुड़ा हुआ है।

 

गोंड ने नागपुर शहर की सबसे पहले स्थापना की थी। फिर भोसले वंश के आधीन होकर यह शहर मराठा साम्राज्य का एक हिस्सा बन गया। 18वीं शताब्दी में, ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने नागपुर पर कब्जा कर लिया और यह शहर केन्द्रीय प्रांतों की राजधानी बन गया। राज्यों के पुनःनिर्माण की घोषणा के बाद, इस शहर ने राजधानी का दर्जा खो दिया, लेकिन इसे महाराष्ट्र की दूसरी राजधानी बनाया गया था।

 

नागपुर शहर राजनीति के लिए भी महत्वपूर्ण शहर है, क्योंकि यह विदर्भ क्षेत्र का एक मुख्य राजनैतिक केंद्र है। यह शहर हिंदू राष्ट्रवादी संगठन - राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) का मुख्यालय भी है और यह बौद्ध-दलित लोगों के लिए आंदोलन का एक मुख्य केंद्र था।

 

भारतीय सशस्त्र बलों के लिए नागपुर शहर एक महत्वपूर्ण केंद्र है। भारतीय वायु सेना केमेंटिनेंस कमांड का मुख्यालय शहर के वायुसेना नगर में स्थित है। इस केंद्र में कई एमआई-8 हेलीकाप्टर और आईएएफ वाहक आईएल-76 हैं। इस छावनी में, अन्य कई महत्वपूर्ण सैन्य इकाइयाँ जैसे कि सैन्य कानून संस्थान, सेना डाक सेवा केंद्र और सैनिकों के लिए अस्पताल भी हैं।

 

नागपुर शहर विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर है। हालांकि इस शहर को आर्थिक रूप से मजबूत नहीं माना जाता है, लेकिन पिछले कुछ सालों में इसकी अर्थव्यवस्था में काफी वृद्धि हुई है। नागपुर (मिहान) में मल्टी मॉडल इंटरनेशनल कार्गो हब और हवाई अड्डा अभी तक पूर्ण रूप से कार्यरत हैं। यह परियोजना बाबासाहेब अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए है और जहाँ तक निवेश का सवाल है, यह देश की सबसे बड़ी आर्थिक विकास परियोजनाओं में से एक है। महाराष्ट्र में, विदर्भ क्षेत्र और राज्य का महत्वपूर्ण ऊर्जा केंद्र नागपुर में स्थित हैं। खापरखेड़ा थर्मल पावर स्टेशन और कोराडी थर्मल पावर स्टेशन नागपुर के पास मुख्य थर्मल पावर (ताप विद्युत) स्टेशन हैं। राष्ट्रीय थर्मल पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (एनटीपीसी) का एक सुपर थर्मल पावर प्लांट मुदा में भी है। प्राकृतिक संसाधनों की भरमार के कारण नागपुर में खनन एक महत्वपूर्ण उद्योग है।

 

नागपुर शहर में विभिन्न क्षेत्रों में पाठ्यक्रम की पेशकश करने वाले प्रमुख शिक्षा संस्थान भी हैं। नेशनल फायर सर्विस कॉलेज देश का इकलौता कॉलेज है, जो अग्निशमन इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम में स्नातककी डिग्री प्रदान करता है। इस शहर में देश के दो सबसे मुख्य राष्ट्रीय संस्थान- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) और ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (एम्स) भी हैं। यहाँ कई राष्ट्रीय अनुसंधान संस्थान और मेडिकल कॉलेज भी हैं।

 

नागपुर शहर हवाई मार्गों, रेल और सड़कों के माध्यम से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। महाराष्ट्र पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र होने के कारण, यह देश में वन्यजीव भंडार के लिए भी व्यापक रूप से जाना जाता है। कई राष्ट्रीय उद्यानों की मौजूदगी के कारण, नागपुर को वास्तव में देश की "टाइगर राजधानी" के रूप में घोषित किया गया है।