टोटल धमाल मूवी रिव्यु
“टोटल धमाल”, ‘धमाल’ सीरीज का नया संयोजन है। इस बार गैंग में शामिल होने वाले हमारे ‘ब्रो’ अजय देवगन हैं। ‘धमाल’ के इस संस्करण के लिए हमारे साथ ‘धक धक गर्ल‘ माधुरी दीक्षित और हमारे अपने ‘लखन‘ अनिल कपूर हैं, जो 18 साल बाद एक साथ पर्दे आए हैं। अफसोस की बात है कि संजय दत्त और आशीष चौधरी इस बार गैंग से गायब हैं। हमेशा की तरह रितेश देशमुख, अरशद वारसी और जावेद जाफरी इस बार भी कुछ कॉमिक दिग्गजों के साथ एक गैंग में है।
निर्देशक – इंद्र कुमार
निर्माता – फॉक्स स्टार स्टूडियोज, अजय देवगन एफ फिल्म्स, अशोक ठाकेरिया, श्री अधिकारी ब्रदर्स और आनंद पंडित
पटकथा – वेद प्रकाश, पारितोष पेंटर, बंटी राठौर
कहानी – इंद्र कुमार
कलाकार -अजय देवगन, माधुरी दीक्षित, अरशद वारसी, जावेद जाफरी, अनिल कपूर, रितेश देशमुख, बोमन ईरानी, संजय मिश्रा
संगीत – गौरव-रोशिन
सिनेमेटोग्राफी – केइको नाखरा
संपादक – धर्मेंद्र शर्मा
प्रोडक्शन कंपनी – अजय देवगन फिल्म्स, मारुति इंटरनेशनल, फॉक्स स्टार स्टूडियोज़, पेन इंडिया लिमिटेड, मंगल मूर्ति फिल्म्स
कथानक – धमाल के पिछले दो संस्करणों की तरह इस बार टोटल धमाल की कहानी भी एक बड़े खजाने की खोज और उसे हासिल करने की चाहत पर टिकी हुई है। इस फिल्म के सारे कलाकार पैसे के पीछे पड़ जाते हैं और फिर शुरू होती है ‘पैसा ये पैसा’ की जंग। गुड्डू (अजय देवगन) अनजाने में एक भ्रष्ट पुलिस कमिश्नर से पैसे चुराता है। बाद में, उसका सारा पैसा उसके हाथ से निकल जाता है और कुछ लोग उस पैसे को चिड़ियाघर में छिपा देते हैं। इस फिल्म में भारत से अलग-अलग भाषाओं को लिया गया है और इस फनी कहानी को फिट करने के लिए इन भाषाओं का इस्तेमाल बुद्धिमानी से किया गया है।
मूवी रिव्यु – टोटल धमाल एक सेंसलेस कॉमेडी फिल्म है। यह उन फिल्मों में से एक है जहाँ आपको अपने दिमाग और तर्क को घर पर ही रखना होगा। यह एक्शन और एडवेंचर सीक्वेंस के साथ संयोजित लाइट-हार्टेड मूवी है। इस फिल्म में कॉमेडी के कुछ सीक्वेंस बहुत ही खूबसूरत हैं और कुछ को बहुत ही चालाकी से कॉपी किया गया है। यह फिल्म अजय देवगन की फिल्मों में से एक है जहां पर ये अपने सिली जोक्स और भावों के साथ आपका मनोरंजन करते रहेंगे। कुछ लुभावने एक्शन सीक्वेंस हैं जो पूरी तरह से इस कॉमेडी में स्लाइड करते हैं। समय के साथ अजय देवगन ने रोहित शेट्टी से बहुत कुछ सीखा है जो इस फिल्म में देखा जा सकता है। शेट्टी की सभी फिल्मों की तरह इस फिल्म में भी एक्शन सीक्वेंस और फ्लाइंग कारे हैं। 90 के दशक की मशहूर जोड़ी, अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित ने धमाल के इस संस्करण में परदे पर बहुत ही काबिलियत के साथ अपना जलबा बिखेरा है। यह जोड़ी काफी आकर्षक हैं और इस फिल्म में इस जोड़ी ने अपनी कॉमिक शूरता को साबित किया है। पुराने गैंग, अरशद वारसी और जावेद जाफरी ने इस संस्करण के लिए, आदि और मानव की अपनी भूमिका को फिर से दोहराया है। इस जोड़ी ने धमाल के पहले और दूसरे संस्करण की तरह इस सीरीज में बहुत बढ़िया प्रदर्शन किया है। रितेश देशमुख ने, पितोबश त्रिपाठी के साथ अच्छा काम किया है। संजय मिश्रा जितने अच्छे हैं उतनी ही अच्छी उनकी कॉमेडी और चुटकुले हैं। बोमन ईरानी, जॉनी लीवर और महेश मांजरेकर इस फिल्म में कॉमेडी के नए आयाम जोड़ते हैं। वीएफएक्स और सिनेमेटोग्राफी ने यह ध्यान में रखते हुए अच्छा काम किया है कि यह एक कॉमिक फ्लिक है। इस फिल्म में एनिमल सीक्वेंस बहुत बढ़िया है। क्योंकि इस फिल्म में जानवरों को संभालने और उन्हें कॉमिक बनाने के लिए अच्छा काम किया गया है।
हमारा फैसला – यह एक सेंसलेस कॉमेडी फिल्म है। इस फिल्म से कुछ भी तार्किक या तर्कसंगत होने की उम्मीद न करें। यह फिल्म अपने फनी अभिनेताओं, कथानक और दृश्यों के साथ आपको हँसाती रहेगी। यदि आप एक फनी – लाइट-हार्टेड – फैमिली मूवी देखना चाहते हैं, तो यह आपके लिए एकदम फिट है। यदि आप फ्री हैं तो इस फिल्म को जरूर देखिए। यह फिल्म इस वीकेंड आपके लिए अवसादरोधक औषधि की तरह काम कर सकती है।




