बिड़ला तारामंडल के बारे में
जयपुर में बिड़ला तारामंडल यात्रियों के लिए एक मुख्य आकर्षण है। तारामंडल शहर का प्रमुख लैंडमार्क है जो कि प्रौद्योगिकी और विज्ञान से संबंधित रोचक तथ्यों की जानकारी देता है।
बिड़ला तारामंडल आकाशगंगा और सितारों के अनजाने तथ्योें से लोगों को रुबरु कराता है। यह पृथ्वी को इतने रोचक तरीके से परिचित कराता है कि हर कोई ब्रह्माण्ड की सुंदरता और गहराई को देखकर हैरत में पड़ जाता है। बिड़ला तारामंडल में एक गोल गुंबद में बैठकर आसानी से एक पूरे नए ब्रह्माण्ड के बारे में जाना जा सकता है। यहां आॅडियो विजुअल के साथ प्रोजेक्टर से आपको ग्रहों और सौर प्रणाली की हर गतिविधि के बारे में गहरी जानकारी मिलती है। सितारों की इस दुनिया को जानने के लिए कोई भी 12 बजे से शाम 7 बजे तक बिड़ला तारामंडल का दौरा कर सकता है।
यहां एक खगोलीय वेधशाला है जिसमें एसटी सीसीडी कैमरा, सोलर फिल्टर आदि सहित सेलेस्ट्रान सी-14 दूरबीन भी है। सन् 1993 में दो सालों की कड़ी मेहनत के बाद एक आॅटोमेशन प्रणाली भी स्थापित की गई जिससे बिड़ला तारामंडल के शो में विशेष प्रभाव दिए जा सकें। हालांकि यहां कोई भी व्यक्ति आ सकता है पर छात्रों को यह शोे देखने के लिए विशेष रियायत दी जाती है।
इतिहास
बिड़ला तारामंडल का औपचारिक उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु ने 2 जुलाई 1963 को किया था। इससे पहले बिड़ला तारामंडल एक शैक्षिक, वैज्ञानिक और अनुसंधान के निकाय के तौर पर काम करता था।
स्थान
बीएम बिड़ला तारामंडल जयपुर के केंद्र में प्रसिद्ध स्टेच्यू सर्किल के पास स्थित है। यह तारामंडल बीएम बिड़ला साइंस एंड टेक्नोलाॅजी सेेंटर के भीतर स्थित है।
यात्रा करने का सबसे अच्छा समय
रेगिस्तानी क्षेत्र के पास स्थित होने के कारण इस शहर में गर्मियां बहुत गर्म होती हैं। मार्च से जून तक का समय बहुत ही प्रतिकूल है और चिलचिलाती धूप के कारण इस समय यात्रा करना अनुकूल नहीं है।
हालांकि मानसून का मौसम जुलाई से शुरु होकर सितंबर तक रहता है पर यह भी गर्मी से कोई ज्यादा राहत नहीं देता क्योंकि यहां बरसात ज्यादा मात्रा में नहीं होती है। और तो और कम बरसात होने के कारण उमस और बढ़ जाती है जो इस शहर की यात्रा करना और मुश्किल कर देती है। इस शहर का आनंद लेने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक का है। इस समय यहां का अधिकतम तापमान 20-22 डिग्री रहता है और धूप की चिलचिलाहट बहुत कम रहती है।
कैसे पहुंचें
राजस्थान की राजधानी जयपुर देश के बाकी हिस्सों और दुनिया से परिवहन के कई साधनों के द्वारा बहुत अच्छी तरह जुड़ी है। सभी प्रमुख महानगरों से जयपुर हवाई अड्डा बिना किसी समस्या के जुड़ा हुआ है। एयरपोर्ट से आप जयपुर या उसके आसपास अपने पसंदीदा स्थल तक जाने के लिए बस या टैक्सी ले सकते हैं। रेलवे स्टेशन महज 5 किलोमीटर की दूरी पर है और मुख्य शहर से अच्छी तरह जुड़ा है। शहर में तीन मुख्य रेलवे स्टेशन हैं, पहला जयपुर का मुख्य स्टेशन है, दूसरा गांधीनगर और तीसरा दुर्गापुर में है। रेलवे स्टेशन से आप बस, आॅटोरिक्शा या टैक्सी लेकर मुख्य शहर तक पहुंच सकते हैं। यदि आप एक शानदार यात्रा का अनुभव करना चाहते हैं तो ‘पैलेस आॅन व्हील’ को चुन सकते हैं। राजस्थान राज्य परिवहन निगम का डीलक्स, सेमी डीलक्स, नाॅन एसी और वाॅल्वो बसों का एक बेड़ा है जो आपको आरामदायक यात्रा देता है। दिल्ली और जयपुर के बीच कई शानदार बस सेवाएं हैं जो हर आधे घंटे में बसें चलाती हैं। दिल्ली के इंडिया गेट के पास स्थित बीकानेर हाउस से आप गुलाबी शहर के लिए बस ले सकते हैं।
अंतिम संशोधन : नवम्बर 16, 2016