Home / India / गले के कैंसर के लक्षण

गले के कैंसर के लक्षण

July 20, 2018
by


गले के कैंसर के लक्षण

गले का कैंसर एक ऐसी स्थिति में होता है जब गले में कोशिकाओं की असामान्य रूप से वृद्धि होने लगती है, जो आवाज (वायस बॉक्स), गले या टान्सिल में होने वाले कैंसर या ट्यूमर के उत्पादन में मुख्य भूमिका निभाती है। गले का कैंसर अक्सर फ्लैट कोशिकाओं में विकसित होता है जो आपके गले के अंदर की रेखा होती है। तंबाकू और शराब का अत्यधिक सेवन गले के कैंसर के मुख्य कारणों में से एक है।

गले का कैंसरआमतौर पर दो प्रकार का होता है –फेरनजील कैंसर और लारेंजियल कैंसर। फेरनजील कैंसर फेरनक्स में होता है। ‘फेरनक्स’ एक खोखली ट्यूब होती है जो आपकी नाक और मुंह के पीछे से होती हुई दोनों को आहार नलिका (एसोफैगस) से जोड़ती है। लारेंजियल कैंसर लैरीनक्स (स्वरग्रंथिया वॉयस बॉक्स) में होता है।

गले का कैंसरः लक्षण

गले का कैंसर किसी भी लक्षण का संकेत नहीं देता है और यदि यह प्रारंभिक चरण में है तो इसका शारीरिक निदान (फिजिकल डाइग्नोसिस) से भी पता नहीं लगाया जा सकता है। गले के अस्तर ऊतकों पर अत्यधिक जलन या गले के अन्दर फोड़े  जैसा होना कैंसर का एकमात्र संकेत होता है। गले के कैंसर के लक्षण सामान्यतः जुकाम और खांसी के लक्षणों के समान ही होते हैं जो व्यक्ति को भ्रमित करते रहते हैं। अधिक समय तक इन लक्षणों के दिखाई देने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें।

गले के कैंसर के लक्षण प्रत्येक व्यक्ति में अलग-अलग होते हैं। गले का कैंसर, एक व्यक्ति जो इससे पीड़ित होता है, उसके प्रकार, चरण और स्थिति पर निर्भर करता है। ये लक्षण निम्न हैं: –

  1. गले में खराशः गले में लगातार खराश या जलन महसूस होना गले के कैंसर का लक्षण हो सकता है।
  2. डिसफैगिया (निगलने में परेशानी): डिस्फैगिया एक ऐसी स्थिति है जिसमें गले में भोजन निगलते समय व्यक्ति को परेशानी का सामना करना पड़ता है। यह गले के कैंसर का लक्षण हो सकता है क्योंकि कैंसर मुंह, गले या एसोफैगस (आहारनलिका ) के मार्गों को सिकोड़ देता है।
  3. लिम्फ नोड्स में सूजनः लिम्फ नोड्स में दर्द या सूजन, गले के कैंसर का एक आम लक्षण है जो लसीका तंत्र से शुरू होता है। इस बात की संभावना भी रहती है कि कैंसर की शुरुआत लिम्फ नोड्स से शुरू होती या, आमतौर पर, यह वहां पर कहीं और से फैलता है।
  4. गले में घरघराहट: गले का कैंसर सांस लेने और सांस छोड़ने की क्रिया को सीमित कर देता है और इस प्रकार गले में घरघराहट की आवाज या सांस लेने में कठिनाई गले के कैंसर की ओर संकेत करता है।
  5. पुरानी खांसी: कभी-कभी व्यक्ति लगातार होने वाली खांसी, दर्द और गले को साफ रखने की कोशिश करता रहता है। पुरानी खांसी भी गले के कैंसर का लक्षण हो सकता है।
  6. आवाज में परिवर्तन या गला बैठना: गले के कैंसर में आवाज में परिवर्तन या गला बैठना, विशेष रूप से वॉयस बॉक्स (लैरीनक्स) कैंसर का लक्षण हो सकता है। वॉयस बॉक्स (आवाज) में स्वरग्रंथियां होती हैं और यदि वॉयस बॉक्स में कैंसर पनप रहा है, तो यह आपकी स्वरग्रंथियों को प्रभावित करेगा, जिससे आवाज में बदलाव आ जाएगा। यदि आपको आवाज में किसी भी प्रकार के परिवर्तन का सामना करना पड़ रहा है तो एक चिकित्सक से सलाह अवश्य लें।
  7. गर्दन में गांठ: ऐसी संभावना जतायी जाती है कि गर्दन में यदि गांठ है तो यह गले के कैंसर का कारण बन सकता है। इसमें कैंसर एक विशेष जगह पर कोशिकाओं को एकत्रित कर देता है और इस प्रकार ऊतकों का एक ढेर (गांठ) बन जाता है। यदि किसी भी प्रकार का संक्रमण न होने पर भी गले में अधिक समय तकगांठ बनी रहती है तो यह गले के कैंसर का संकेत हो सकता है।
  8. कान का दर्द: यह भी संभावना होती है कि कुछ गले के कैंसर कान में दर्द को बढ़ाते हैं क्योंकि गले और कान की मांसपेशियां आपस में जुड़ी हुई होती हैं।
  9. लगातार वजनघटना: किसी भी प्रकार के गले के कैंसर से लगातार वजन घट सकता है, हालांकि यह आम तौर पर कोई शुरुआती लक्षण नहीं है।
  10. सांस में तकलीफः श्वास लेने में तकलीफ होना, कैंसर रोगियों के लिए एक आम समस्या है। यह ट्यूमर या कैंसर से संबंधित किसी भी स्थिति में हो सकता है।

 

गले का कैंसर: निदान

यदि आप इनमें से किसी भी लक्षण को महसूस करते हैं, तो आपको हमेशा चिकित्सा देखभाल कराने की सलाह दी जाती है। यह गले का कैंसर भी हो सकता है। उपर्युक्त लक्षणों में से कुछ वायरल संक्रमण या इन्फ्लूएंजा के लक्षणों के समान हैं।  गले के कैंसर के लक्षणों की पहचान से भ्रमित होना आम बात है। लेकिन यदि ये लक्षण अधिक समय तक बने रहते हैं, तो आपको खास चिकित्सा की आवश्यकता है। गले के कैंसर के शीघ्र निदान और उपचार से आपको इलाज के लिए और अधिक समय मिल सकता है।

गले के कैंसर का उपचार

  1. पूरे वॉयस बॉक्स को याकुछ भाग को हटाने के लिए सर्जरी: ट्यूमर छोटा होने की स्थिति में, डॉक्टर केवल कैंसर से प्रभावित हिस्से को ही हटा सकते हैं, जितना संभव होता हैवॉयस बॉक्स की उतनी जगह छोड़ देते हैं।
  2. गले के संक्रमित हिस्से को हटाने के लिए सर्जरी: कभी-कभी गले का कैंसर छोटा होता है तो सर्जरी के दौरान केवल गले के संक्रमित भाग को ही हटाने की आवश्यकता होती है।
  3. कैंसर के लिम्फ नोड्स को हटाने के लिए सर्जरी: ऐसे कई उदाहरण हैं जब गर्दन के अन्दर लिम्फ नोड्स में गले का कैंसर होता है तो ऐसे मामलों में, डॉक्टर आमतौर पर पूरे लिम्फ नोड्स या फिर उसके कुछ भाग को हटाने के लिए सर्जरी कराने की सलाह देते हैं।

 

Summary
Article Name
गले का कैंसर
Description
यहां गले के कैंसर के लक्षण, निदान और उपचार के बारे में जानकारी दी गई है।
Author