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चेन्नई सुपरकिंग्स ने आइपीएल ट्राफी पर किया कब्जा

May 30, 2018
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चेन्नई सुपरकिंग्स ने आइपीएल ट्राफी पर किया कब्जा

मुंबई में स्थित प्रतिष्ठित वानखेड़े स्टेडियम के अंदर मौजूद हजारों प्रशंसकों के सामने क्लीनिकल सनराइजर्स हैदराबाद पर विजय प्राप्त करने के बाद आखिर दो महीने से चल रहे क्रिकेट के जुनून का रोमांचकारी अंत हो गया। आइपीएल बहुत ही तेजी से एक टूर्नामेंट बन गया है, जहां सात टीमें फाइनल में सुपरकिंग्स से खेलने के लिए एक-दूसरे के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करती रहती हैं। चुटकुलों के अलावा, सुपरकिंग्स ने पिछले कुछ वर्षों में सितारों से सुसज्जित क्रिकेट टूर्नामेंट पर 2008 में शुरुआत से ही प्रभुत्व बनाए रखा है। महेंद्र सिंह धोनी उर्फ कैप्टन कूल ने चेन्नई स्थित फ्रेंचाइजी को टूर्नामेंट में टीम का नेतृत्व करते हुए नौ वर्षों में तीसरी बार खिताब पर कब्जा किया, बाद में टीम को टूर्नामेंट के 2016 और 2017 संस्करण में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया गया था।

हैदराबाद और चेन्नई इस टूर्नामेंट की सबसे बड़ी टीमें थीं और इनके बीच काफी कांटे की टक्कर देखने को मिली। वानखेड़े स्टेडिम में सनराइजर्स हैदराबाद ने पहले बल्लेबाजी की, जैसा कि चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया था। हैदराबाद की फ्रेंचाइजी टीम ने कुल 178 रन पर 5 विकेट गंवाये, जिसमें ओरेंज कैप विजेता कप्तान केन विलियम्सन 36 गेदों पर 47 रन बनाकर सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे जबकि यूसुफ पठान ने 25 गेदों पर 45 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करते हुए शुरूआत में चेन्नई काफी पीछे रही, प्रारंभ के 5 ओवरों में चेन्नई के हाँथ केवल 20 रन ही लगे लेकिन फिर वानखेड़े के मैदान पर चौकों और छक्कों की बारिश से रनों की बाढ़ आ गई। 36 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई शेन वाटशन ने शुरूआती 10 गेदों पर बड़ी मुश्किल से अपना खाता खोला लेकिन फिर क्रिकेट की दुनिया को याद दिला दिया कि यह अनुभवी खिलाड़ी अभी भी अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से दूर नहीं है, शेन ने 57 गेंदो पर 117 रनों के साथ टूर्नामेंट में गेंदबाजी के धुरंधरों को धूल चटा दी। ग्यारह चौके और आठ छक्कों  के साथ वह मैन ऑफ द मैच रहे। चेन्नई सुपर किंग्स ने हैदराबाद की फ्रेंचाइजी को 9 गेंदों से हराकर आईपीएल की तीसरी ट्रॉफी अपने नाम की।

“किंग्स” की घर वापसी

चेन्नई सुपर किंग्स ने 2013 में स्पॉट फिक्सिंग और गैरकानूनी  सट्टेबाजी घोटाले के कारण आईपीएल की भागीदारी में दो साल के प्रतिबंध के बाद बिलियन-डॉलर जीतकर टूर्नामेंट में शानदार वापसी की है। प्रतिबंध से पहले फ्रेंचाइजी आधारित टूर्नामेंट में चेन्नई सुपर किंग्स सबसे सफल टीम थी, टीम 6 खेलों में फाइनल में पहुँच गई थी और उनमें से दो पर जीत भी दर्ज कराई थी। इस साल चेन्नई सुपर किंग्स अधिक उम्र के खिलाड़ियों के कारण हँसी का पात्र बन गई लेकिन उन्होंने साबित कर दिया कि बूढ़े शेर को भी कभी गिनती से बाहर न करें, वही टिका रहकर जंगल का राजा बनेगा। मंगलवार को फाइनल में पहुँचने वाले पहले क्वालिफायर में  रविवार को फाइनल सन राइजर्स हैदराबाद को हराकर लीग चरण के दौरान दूसरी सर्वश्रेष्ठ टीम के रूप में उभरने वाली टीम के साथ महेन्द्र सिंह धोनी ने टीम का काफी शानदार तरीके से नेतृत्व किया, इस तरह यह किंग्स के लिए एक बेहतरीन घर वापसी रही है।

सारांश
लेख का नाम  –  सिंहासन पर किंग्स की वापसी

लेखक          –  वैभव चक्रवर्ती

विवरण         –  मुंबई में स्थित प्रतिष्ठित वानखेडे स्टेडियम के अंदर मौजूद हजारों प्रशंसकों के सामने क्लीनिकल सनराइजर्स हैदराबाद पर विजय प्राप्त करने के बाद आखिर दो महीने से चल रहे क्रिकेट के जूनून का रोमांचकारी अंत हो गया।