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मूवी रिव्यू – हैप्पी फिर भाग जाएगी

August 25, 2018
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मूवी रिव्यू - हैप्पी फिर भाग जाएगी

निर्देशक – मुदस्सर अजीज

प्रोड्यूसर – आनंद एल राय, कृशिका लुल्ला

लेखक – मुदस्सर अजीज (संवाद)

पटकथा – मुदस्सर अजीज

अभिनीत – डायना पेंटी, सोनाक्षी सिन्हा, जिमी शेरगिल, अली फजल, जस्सी गिल

संगीत – सोहेल सेन

सिनेमेट्रोग्राफी – सुनील पटेल

संपादक – निनाद खानोलकर

प्रोडक्शन कंपनी – कलर येलो प्रोडक्शंस, एरोज इंटरनेशनल

फिल्म कथानक : 2016 में मुदस्सर अजीज द्वारा निर्देशित बेहतरीन और शानदार कॉमेडी “हैप्पी भाग जाएगी” का सीक्वल “हैप्पी फिर भाग जाएगी” है। इस फिल्म में अधूरी कॉमेडी है जिसके केवल कुछ दृश्य ही आपके चेहरे पर मुस्कुराहट ला सकते हैं। हैप्पी फिर भाग जाएगी” फिल्म का उद्देश्य दर्शकों के सामने दो “हैप्पी” पेश करके डबल कॉमेडी प्रदान करना है, लेकिन पहले भाग की सफलता को भुनाने और डबल हंसी का तड़का लगाने का प्रयास इस बार पूर्णरूप से विफल रहा है।

फिल्म की कहानी एक पंजाबी कुड़ी “हैप्पी” (जिसे हमने पहले भाग में भी देखा था) के इर्द-गिर्द घूमती है, जो इस बार शंघाई, चीन में भाग रही है। एक नए देश में कुछ आवारा गुंडे उसका पीछा कर रहे हैं। खैर, इस बार वह अकेली नहीं है बल्कि अपने प्यार गुड्डू (अली फजल) के साथ है। कहानी में मोड़ तब आता है जब एक अन्य हैप्पी (सोनाक्षी सिन्हा), हॉर्टीकल्चर प्रोफेसर भी उसी समय शंघाई आती हैं। हैप्पी (डायना पेंटी) का पीछा करने वाले गुंडे एक जैसा नाम होने के कारण गलत लड़की (सोनाक्षी सिन्हा) को उठा लेते हैं। इस बीच अन्य हैप्पी (सोनाक्षी) के बजाय अपनी हैप्पी और गुड्डू को एक साथ लेक्चर देने के लिए विश्वविद्यालय में ले जाया जाता है।

मूवी रिव्यू: “हैप्पी फिर भाग जाएगी” फिल्म स्टीरियोटाइपिंग और कॉमेडी की त्रुटियों के साथ पुराने बॉलीवुड ढर्रे पर आधारित है। कोई भी कह सकता है कि फिल्म स्फूर्तिदायक और बढ़िया भी है, जैसा कि फिल्म की शुरुआत में ही दोनों हैप्पी बदल जाती हैं और कॉमेडी दृश्यों की शुरूआत होती है जो आगे की कॉमेडी का रास्ता व्यवस्थित करता है। उस्मान भाई (पीयूष मिश्रा) और खुशी (जस्सी गिल), मकाजू और बग्गा (जिमी शेरगिल) जैसे पात्र हास्य को पूरी तरह से नए स्तर पर पहुँचाते हैं।

फिल्म के अभिनय की बात की जाए तो  सभी पात्रों ने उम्दा अभिनय किया है लेकिन सोनाक्षी सिन्हा और जिमी शेरगिल ने हैप्पी फिर भाग जाएगी में अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया है। पीयूष शर्मा ने पंजाबी संवाद पर उर्दू भाषा का तड़का लगाया है। हम जस्सी गिल के अभिनय को नजरअंदाज कैसे कर सकते हैं, जिन्होंने कॉमेडी के माध्यम से अपने बॉलीवुड कैरियर की शुरुआत की। उन्होंने अपने कुशवंत सिंह गिल जैसे पात्र को अच्छी तरह से निभाने के लिए कड़ी मेहनत की है, लेकिन फिल्म में इनकी भूमिका आधी अधूरी है, इसलिए यह दर्शकों पर अपनी छाप छोड़ने में असमर्थ रहे हैं। अपारशक्ति खुराना, जो फिल्म में एक विशेष भूमिका में है लेकिन फिल्म में अपनी जगह नहीं बना पाए हैं, हालांकि, उनके प्रदर्शन को स्वीकार किया जा सकता है। फिल्म कई जगह पर बचकानी और हास्यपूर्ण है जहाँ पर पात्र सबसे अधिक आबदी वाले देश में रहने के बाबजूद भी एक दूसरे से एकाएक मिलते रहते हैं।

हमारा फैसला: हैप्पी फिर भाग जाएगी उन्माद केन्द्रित फिल्म है। कॉमेडी पंच ज्यादा है लेकिन हास्य को कम दर्शाया गया है।कई जगहों पर, फिल्म को देखना मुश्किल भरा लगता  है क्योंकि उलझन वाला कथानक दर्शकों को भ्रमित कर देता है। हम सब यह कह सकते हैं कि हैप्पी फिर भाग जाएगी फिल्म बहुत बेहतरीन तो नहीं लेकिन अच्छी है। इसलिए, यदि आप मैड्कैप कॉमेडी का मजा लेना चाहते हैं तो आप इस सप्ताह के अंत में इस फिल्म को देखने के लिए जा सकते हैं।

 

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मूवी रिव्यू- हैप्पी फिर भाग जाएगी
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