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मूवी रिव्यू- सत्यमेव जयते

August 16, 2018
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मूवी रिव्यू- सत्यमेव जयते

कलाकारः जॉन अब्राहम, अमृता खानविलकर, आयशा शर्मा, तोता रॉय चौधरी, देवदत्त नागे, नोरा फतेही

निर्देशकः मिलाप मिलन जावेरी

निर्माताः भूषण कुमार, कृष्ण कुमार, मोनिशा आडवाणी, मधु भोजवानी, निखिल आडवाणी

लेखकः मिलाप मिलन जवेरी

संगीतः साजिद-वाजिद, तनिष्क बागची, रोचक कोहली, आर्को प्रवो मुखर्जी

सिनेमेटोग्राफीः निगम बोमजन

संपादकः माहिर

प्रोडक्शन हाउसः टी-सीरीज फिल्म्स, एमे एंटरटेनमेंट

अवधिः 2 घंटा 21 मिनट

मूवी कथानकः

मिलाप मिलन जवेरी द्वारा निर्देशित और लिखित, यह फिल्म भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए एक साहसिक कदम उठाती है। सत्यमेव जयते फिल्म मुंबई के कमजोर बिन्दुओं को दर्शाती है, जो सिस्टम के द्वेषपूर्ण चेहरे को उजागर करती है, जहाँ अपराध और कपट बहुत गहराई से व्याप्त है। सत्यमेव जयते फिल्म खाकी जगत और इसके आंतरिक कार्य पर केंद्रित है, जो जल्द ही झकझोर देती है।

सजग जॉन अब्राहम (वीर) द्वारा भ्रष्टाचार के मामले को अपने हाथों में लेने के बाद पूरा पुलिस विभाग हिलने लगता है और वह भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों की बेरहम तरीके से हत्या करने का सिलसिला शुरू करता है। यहाँ तक कि वह चार भ्रष्ट अधिकारियों को जिन्दा जला देता है।  इन हत्याओं को रोकने का जिम्मा मनोज बाजपेयी (डीसीपी शिवांश) को दिया जाता है। दोनों के बीच कई बार टकराव होते हैं।  हालांकि, यहाँ पर एक मोड़ आता है, पुलिस अधिकारियों के बीच बाजपेयी एक बुरा इन्सान नहीं है। दोनों एक ही चीज भ्रष्टाचार मुक्त पुलिस विभाग चाहते हैं।  तो क्या वे पूरी तरह अलग दृष्टिकोण रखने के बावजूद इतनी बड़ी समस्या से निपटने के लिए एकजुट हो जाएंगे?

मूवी रिव्यू

फिल्म में एंटी-करप्शन (भ्रष्टाचार विरोध) का एक मजबूत संदेश दिया गया है, लेकिन जिस तरह से इसे दर्शाया गया वह बहुत ही सुखद नहीं है। निश्चित रूप से, फिल्मों  को सफल बनाने के लिए हिंसात्मक मसाले का उपयोग किया जाता है लेकिन इस फिल्म में रक्तपात पूरी तरह से अलग ब्रांड का है। वह ब्रांड जो कई दर्शक देखने के आदी नहीं हैं। फिल्म में केरोसिन, आग लगना, जीवित इंसानों का जलना सबकुछ बर्बर प्रतीत होता है। लेकिन, हाँ रोमांच बहुत है।

सत्यमेव जयते में जॉन का अभिनय ठीक है। उनके डोले , मसल्स हमेशा की तरह दूसरों के लिए प्रेरणा के रूप में कार्य कर सकते हैं। मनोज बाजपेयी ने काफी उम्दा अभिनय किया है, लेकिन यह निश्चित रूप से उनका सर्वश्रेष्ठ काम नहीं है। न्यूकमर आयशा शर्मा आशाजनक लगती हैं।

हमारा फैसला

भले ही आप एक सख्त दिल वाले दर्शक हों, फिर भी आपको कुछ दृश्य बहुत डरावने लग सकते हैं। लेकिन अगर आप उन सभी दृश्यों को देखने के लिए सिनेमाघर जाने की चुनौती पसंद करते हैं, तो आप इसे देखने जा सकते हैं। जॉन निश्चित रूप से मुख्य कारक है। तो, आप इस कारण से भी इस फिल्म को देखने पर विचार कर सकते हैं।

 

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