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फीफा विश्व कप 2018 : बेल्जियम को हराकर तीसरी बार फाइनल में पहुंचा फ्रांस

July 11, 2018
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फीफा विश्व कप 2018 : बेल्जियम को हराकर तीसरी बार फाइनल में पहुंचा फ्रांस

फीफा विश्व कप 2018 के पहले सेमीफाइनल मुकाबले में फ्रांस का सामना बेल्जियम के साथ हुआ। पीटर्सबर्ग स्टेडियम में खेले गए पहले सेमीफाइनल मैच में फ्रांस ने इस रोमांचक और कड़े मुकाबले में बेल्जियम को 1-0 से मात देकर, फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण के फाइनल में अपनी जगह बना ली है। इस मैच में फ्रांस की तरफ से एकमात्र गोल सैमुअल उम्टीटी ने किया। यह तीसरा मौका है जब फ्रांस की टीम फीफा वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचने में कामयाब हुई है। उधर फ्रांस के हाथों मिली हार के बाद बेल्जियम की टीम का पहली बार खिताब अपने नाम करने का सपना टूट गया। अब फाइनल मैच में फ्रांस का मुकाबला दूसरे सेमीफाइनल की विजेता टीम (इंग्लैंड बनाम क्रोएशिया) के साथ 15 जुलाई को होगा।

12 साल बाद फ्रांस के पास विश्व कप जीतने का मौका

फ्रांस की टीम अब 1998 के बाद दूसरी बार फीफा विश्व कप का खिताब जीतने के लिए फाइनल मैच में मैदान पर उतरेगी। 1998 में फीफा विश्व कप का खिताब जीतने के बाद फ्रांस की टीम 2006 में भी जर्मनी में खेले गए विश्व कप में फाइनल में पहुंची थी, लेकिन उसे इटली के हाथों पेनाल्टी शूटआउट में हार का सामना करना पड़ा था। फ्रांस अब 12 सालों के बाद एक बार फिर से फाइनल में पहुंची है।

मैच विवरण

 

 पहला हाफ

दोनों टीमों ने मैच की अच्छी शुरुआत की। हालांकि शुरुआत में बेल्जियम ने अच्छा प्रर्दशन किया। बेल्जियम टीम ने पांचवें मिनट में अच्छा मूव बनाया और गेंद बाएँ छोर पर एडन हेजार्ड के पास पहुँचाई, लेकिन उनके क्रॉस को फ्रांस के डिफेंडरों ने बाहर कर दिया। जिससे बेल्जियम को कॉर्नर किक मिली। हालांकि बेल्जियम की टीम नासेर चाडली के दिशाहीन शॉट के कारण कार्नर किक का फायदा नहीं उठा सकी। फ्रांस ने भी 10वें मिनट में बाएँ छोर से अच्छा मूव बनाया, लेकिन पेनाल्टी बाक्स में सतर्क खड़े बेल्जियम के डिफेंडरों ने आसानी से उसके प्रयास को नाकाम कर दिया। फ्रांस ने दो मिनट बाद बेल्जियम के मूव को विफल करते हुए पलटवार किया, लेकिन युवा काइलियान एमबापे लंबे पास तक पहुंचते उससे पहले ही गोलकीपर थिबाउट कोर्टोइस ने आगे बढ़कर गेंद को अपने कब्जे में ले लिया। बेल्जियम की टीम ने दाएँ छोर से लगातार हमले किए, लेकिन उनके खिलाड़ी फ्रांस के डिफेंस को भेदने में नाकाम रहे। फ्रांस को 18वें मिनट में बेल्जियम के पेनाल्टी बॉक्स में मची अफरा-तफरी के बाद गोल करने का मौका मिला, लेकिन मातुइदी सीधे गेंद को कोर्टोइस के हाथों में थाम बैठे। अगले ही मिनट में हेजार्ड फिर हावी दिखे और उनके तेज शॉट को फ्रांस के रफेल वराने ने अपने हैडर से लगभग गोल के अंदर पहुंचा ही दिया था। बेल्जियम को कॉर्नर किक मिली। गेंद टोबी एल्डरवेल्ड के पास पहुंची जिनके दमदार शॉट को गोलकीपर ह्यूगो लारिस ने दायीं ओर गोता लगाते हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया। एमबापे की तरह ओलिवर गिरोड को भी पलटवार पर लंबा पास मिला और वह इस तक पहुंचने में सफल भी रहे लेकिन गेंद को गोल की राह नहीं दिखा सके। फ्रांस ने कई शानदार मूव बनाए लेकिन टीम इन्हें फिनिशिंग टच नहीं दे सकी। टीम को 40वें मिनट में बढ़त बनाने का सुनहरा मौका मिला लेकिन पेवार्ड के शाट चूकने के बाद कोर्टोइस ने अपने पैर से इसे बाहर का रास्ता दिखा दिया। पहले हाफ तक दोनों टीमें 0-0 से बराबर थीं।

दूसरा हाफ

इसके बाद दूसरे हाफ का खेल शुरू हुआ और इसके साथ ही फ्रांस ने छटे मिनट के अंदर मैच का पहला गोल कर दिया। ये गोल मैच के 51वें मिनट में हुआ। फ्रेंच स्टार खिलाड़ी एंटोइन ग्रीजमेन ने एक शानदार क्रॉस किया जिस पर फ्रेंच डिफेंडर सैमुअल उमटिटी ने बेल्जियम के फिलेनी को चकमा देते हुए उनके डिफेंस को तोड़ा और बेहतरीन हेडर के साथ गेंद को गोल के अंदर पहुंचा दिया। इसके साथ ही फ्रांस ने 1-0 की अहम बढ़त हासिल कर ली।

इसके बाद फ्रांस ने अंत तक अपना डिफेंस बेहद मजबूत रखा। इस बीच बेल्जियम ने कई बार फ्रेंच टीम का डिफेंस तोड़ने की कोशिश की, अंतिम 5 मिनट के अंदर उन्हें एक फ्री-किक भी मिली जिस पर वे सफल नहीं हुए। जिसके परिणामस्वरुप अंत तक फ्रांस की 1-0 की बढ़त कायम रही और फ्रांस फाइनल में जगह बनाने में कामयाब रहा।