January 6, 2018

चाहे आप देवदूतों का अनुसरण करते हों या राक्षसों से घृणा करते हों, पहाड़ी और घाटियाँ इन सब का मूल हैं। एक ऐसी जगह जहाँ पर्वत निराले ढंग से नीले आकाश में उठते हुए बादलों की माला पहनते हैं, जहाँ सुबह के समय निरंतर बूँदा-बाँदी करती हुई बौछारों और कोहरे में पूरा जंगल स्नान करता है, उसके बाद सूरज का चमकदार प्रकाश होता है। जहाँ पक्षियों के गीत पहाड़ी नदियों की कलकलाहट भरी आवाज के [...]
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